innovation:-स्टार्टअप-में-बढ़-रही-है-महिलाओं-की-भागीदारी
Innovation: देश में स्टार्टअप की संख्या तेजी से बढ़ रही है. सरकार की कोशिश महिलाओं के नेतृत्व में स्टार्टअप को बढ़ावा देना है ताकि इस मामले में भारत दुनिया का अग्रणी देश बन सके. देश में खोज को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार ने 8 नये निधि आई-टीबीआई की शुरुआत की है और साथ ही नया डीएसटी- निधि वेबसाइट शुरू किया गया है. निधि के तहत डिपार्टमेंट ऑफ स्पेस टेक्नोलॉजी शैक्षणिक संस्थानों को इनोवेशन और उद्यमिता विकसित करने के लिए तीन साल तक सहायता मुहैया कराता है. इसके तहत छात्रों, शिक्षकों, उद्यमियों और आसपास के समुदाय में उद्यमिता और इनोवेशन का माहौल तैयार करना है. शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह (स्वतंत्र प्रभार) ने निधि योजना के 8 साल पूरे होने के मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि देश के 8 अलग-अलग संस्थानों में नया निधि सेंटर की शुरुआत की गयी है. आने वाले समय में स्टार्टअप में महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी.  छोटे शहरों में स्टार्टअप के लिए आईआईटी मद्रास करेगा मदद केंद्रीय मंत्री ने आईआईटी मद्रास में डीप टेक स्टार्टअप के लिए डीएसटी-जीडीसी इंकुबेट प्रोग्राम की शुरुआत की. इसकी फंडिंग आईआईटी मद्रास के पूर्व छात्र डॉक्टर गुरुराज देशपांडे, जयश्री देशपांडे और क्रिस गोपालकृष्णन करेंगे. इसका मकसद छोटे शहरों के इनोवेटर्स को सहायता देना है. निधि योजना से इनोवेशन इकोसिस्टम को मजबूत करने में मदद मिली है. साथ ही शैक्षणिक संस्थानों और उद्योग के बीच गैप को दूर कर रहा है. आने वाले समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्वांटम कंप्यूटिंग और न्यू एनर्जी के प्रयोग के तकनीक में तेजी से बदलाव हो रहा है और यह देश के इनोवेशन के क्षेत्र में व्यापक बदलाव लाने में सहायक होगा. स्टार्टअप के कारण बड़े पैमाने पर युवाओं को रोजगार मिल रहा है. इस मामले में महिलाओं की भी भागीदारी बढ़ रही है.  ReplyForward

You can share this post!

Related News

Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Innovation: देश में स्टार्टअप की संख्या तेजी से बढ़ रही है. सरकार की कोशिश महिलाओं के नेतृत्व में स्टार्टअप को बढ़ावा देना है ताकि इस मामले में भारत दुनिया का अग्रणी देश बन सके. देश में खोज को बढ़ावा देने के लिए केंद्र सरकार ने 8 नये निधि आई-टीबीआई की शुरुआत की है और साथ ही नया डीएसटी- निधि वेबसाइट शुरू किया गया है. निधि के तहत डिपार्टमेंट ऑफ स्पेस टेक्नोलॉजी शैक्षणिक संस्थानों को इनोवेशन और उद्यमिता विकसित करने के लिए तीन साल तक सहायता मुहैया कराता है. इसके तहत छात्रों, शिक्षकों, उद्यमियों और आसपास के समुदाय में उद्यमिता और इनोवेशन का माहौल तैयार करना है. शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह (स्वतंत्र प्रभार) ने निधि योजना के 8 साल पूरे होने के मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि देश के 8 अलग-अलग संस्थानों में नया निधि सेंटर की शुरुआत की गयी है. आने वाले समय में स्टार्टअप में महिलाओं की भागीदारी बढ़ेगी. 

छोटे शहरों में स्टार्टअप के लिए आईआईटी मद्रास करेगा मदद
केंद्रीय मंत्री ने आईआईटी मद्रास में डीप टेक स्टार्टअप के लिए डीएसटी-जीडीसी इंकुबेट प्रोग्राम की शुरुआत की. इसकी फंडिंग आईआईटी मद्रास के पूर्व छात्र डॉक्टर गुरुराज देशपांडे, जयश्री देशपांडे और क्रिस गोपालकृष्णन करेंगे. इसका मकसद छोटे शहरों के इनोवेटर्स को सहायता देना है. निधि योजना से इनोवेशन इकोसिस्टम को मजबूत करने में मदद मिली है. साथ ही शैक्षणिक संस्थानों और उद्योग के बीच गैप को दूर कर रहा है. आने वाले समय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्वांटम कंप्यूटिंग और न्यू एनर्जी के प्रयोग के तकनीक में तेजी से बदलाव हो रहा है और यह देश के इनोवेशन के क्षेत्र में व्यापक बदलाव लाने में सहायक होगा. स्टार्टअप के कारण बड़े पैमाने पर युवाओं को रोजगार मिल रहा है. इस मामले में महिलाओं की भी भागीदारी बढ़ रही है. 

ReplyForward