INDORE NEWS - फोटो : अमर उजाला, इंदौर विस्तार Follow Us तीन बहनों का इकलौता भाई रक्षाबंधन पर करंट लगने से दुनिया को छोड़कर चला गया। वह कनाड़िया इलाके में निजी कंपनी की साइट पर काम करता था। 18 साल की उम्र में ही वह हादसे का शिकार हो गया। कुछ माह पहले ही वह यहां रहने आया था और साइट पर मजदूरी करता था। कनाड़िया पुलिस के मुताबिक मृतक अंकेश पुत्र उधमसिंह निवासी स्वस्तिक नगर की करंट लगने से मौत हो गई। अंकेश के मामा संतोष ने बताया कि वह प्रजापति टेंट हाउस के पीछे एचएचडब्लयू ग्रीन टाउनशिप में काम करने गया था। काम के दौरान बुधवार सुबह करीब 11 बजे उसे करंट लग गया। उसे उपचार के लिए नजदीक के शकुंतला अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां उसकी सांसे चल रही थी। शकुंतला से डॉक्टरों ने उसे एमवाय अस्पताल रैफर कर दिया। दोपहर में उपचार के दौरान डॉक्टरों ने अंकेश को मृत घोषित कर दिया। अंकेश स्वस्तिक कंपनी के लिए काम कर रहा था।  बहनें राखी के लिए इंतजार कर रही थीं मामा संतोष ने बताया कि अंकेश तीन बहनों में सबसे छोटा है। उसकी बड़ी बहन अनुराधा की पठारिया में शादी हुई है और दो बहनें मंजू और मनीषा घर पर ही थीं। राखी के चलते बड़ी बहन भी गांव से यहां आई थी। रात में मुहूर्त पर राखी मनाने की बात हुई थी। सभी अंकेश के काम से वापस आने का इंतजार कर रहे थे। इसके पहले ही उसे करंट लगने की खबर आ गई। अंकेश के पिता भी अपनी बहन को लेने के लिए गए हुए थे। जब उन्हें हादसे की जानकारी मिली तो वे भी दौड़ते दौड़ते वापस आए। 

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तीन बहनों का इकलौता भाई रक्षाबंधन पर करंट लगने से दुनिया को छोड़कर चला गया। वह कनाड़िया इलाके में निजी कंपनी की साइट पर काम करता था। 18 साल की उम्र में ही वह हादसे का शिकार हो गया। कुछ माह पहले ही वह यहां रहने आया था और साइट पर मजदूरी करता था।

कनाड़िया पुलिस के मुताबिक मृतक अंकेश पुत्र उधमसिंह निवासी स्वस्तिक नगर की करंट लगने से मौत हो गई। अंकेश के मामा संतोष ने बताया कि वह प्रजापति टेंट हाउस के पीछे एचएचडब्लयू ग्रीन टाउनशिप में काम करने गया था। काम के दौरान बुधवार सुबह करीब 11 बजे उसे करंट लग गया। उसे उपचार के लिए नजदीक के शकुंतला अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां उसकी सांसे चल रही थी। शकुंतला से डॉक्टरों ने उसे एमवाय अस्पताल रैफर कर दिया। दोपहर में उपचार के दौरान डॉक्टरों ने अंकेश को मृत घोषित कर दिया। अंकेश स्वस्तिक कंपनी के लिए काम कर रहा था। 

बहनें राखी के लिए इंतजार कर रही थीं
मामा संतोष ने बताया कि अंकेश तीन बहनों में सबसे छोटा है। उसकी बड़ी बहन अनुराधा की पठारिया में शादी हुई है और दो बहनें मंजू और मनीषा घर पर ही थीं। राखी के चलते बड़ी बहन भी गांव से यहां आई थी। रात में मुहूर्त पर राखी मनाने की बात हुई थी। सभी अंकेश के काम से वापस आने का इंतजार कर रहे थे। इसके पहले ही उसे करंट लगने की खबर आ गई। अंकेश के पिता भी अपनी बहन को लेने के लिए गए हुए थे। जब उन्हें हादसे की जानकारी मिली तो वे भी दौड़ते दौड़ते वापस आए। 

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