न्यूज डेस्क, अमर उजाला, इंदौर Published by: अर्जुन रिछारिया Updated Thu, 05 Sep 2024 08: 00 PM IST
शहर में डेंगू और मलेरिया का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। जनवरी में इंदौर में डेंगू के छह केस थे जो अगस्त में 121 केस पर पहुंच गए हैं। जनवरी में मलेरिया का एक भी केस नहीं था और अगस्त में दो केस आए हैं। यह स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े हैं, जो गंभीर मामलों के होने और टेस्ट में पाजिटिव आने पर ही मिल पाते हैं। इनके अलावा रोज सैकड़ों की संख्या में डेंगू और मलेरिया के मरीज अस्पतालों में आ रहे हैं जो प्राथमिक उपचार के बाद ही ठीक हो जाते हैं। इनका टेस्ट करवाने की जरूरत नहीं पड़ती और इनके पाजिटिव आने की जानकारी भी नहीं मिल पाती है।
बुखार में बिना पूछे दवा न लें, तुरंत डाक्टर को दिखाएं
जिला मलेरिया अधिकारी दौलत पटेल ने बताया कि निगम और स्वास्थ्य विभाग की टीम मलेरिया और डेंगू की रोकथाम पर लगातार काम कर रही है। निगम की टीम द्वारा फागिंग करवाई जा रही है और स्वास्थ्य विभाग दवाओं का छिड़काव करवा रहा है। जिन क्षेत्रों में बीमारियों के मामले अधिक आ रहे हैं वहां पर तुरंत दवा का छिड़काव हो रहा है। जनता से भी सावधानी रखने की अपील की जा रही है। किसी भी तरह के बुखार को इग्नोर न करें और तुरंत डाक्टर को दिखाएं। कई बार हम एक से दो दिन टालते रहते हैं और बीमारी गंभीर हो जाती है। बिना पूछे दवा न लें और गंभीर रहें।
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नदी नालों के पास अधिक बीमार हो रहे लोग
इंदौर में जिन जगहों पर जल जमाव की स्थिति अधिक खराब है वहां पर लोग अधिक बीमार हो रहे हैं। कान्ह नदी समेत कई क्षेत्रों में पानी भरा होने की वजह से मच्छर अधिक हो रहे हैं और इनके आसपास की बस्तियों में बीमारियों का प्रकोप अधिक है।
डेंगू से बचाव एवं सावधानियां रखने की नागरिकों से अपील
स्वास्थ्य विभाग और कलेक्टर कार्यालय से इंदौर के नागरिकों को बचाव और सावधानियों के लिए अलर्ट जारी किया गया है। इंदौर जिले में नागरिकों से अपील की गई है कि वे डेंगू से बचाव एवं सावधानियां रखें।
यह सावधानियां रखें
बताया गया कि तेज गर्मी के बाद होने वाली वर्षा से लार्वा पनपने के लिए अनुकूल स्थितियां उत्पन्न होती हैं। वर्षा के बाद जल जमाव की स्थितियां होती हैं, ऐसी स्थिति में मलेरिया, डेंगू का प्रकोप बढ़ जाता है। डेंगू बीमारी एडीज नामक मच्छर के काटने से होती है। यह मच्छर साफ पानी से भरे टैंक, टायर, सीमेन्ट की टंकियों, मटके, बाल्टियों, कूलर, छत पर रखे अनुपयोगी सामान, टूटे-फूटे बर्तन, पानी से भरे पॉलीथिन में अपने अण्डे देता है, साथ ही साथ सीधे रखे खाली गमले, मटके एवं अन्य पानी से भरे बर्तन व सामान, कबाड़ियों द्वारा खुले में रखे गए सामान, पशुओं को पानी पिलाने के लिए रख गए हौज में भी एडीज के लार्वा पाए जाते हैं, जिसे आम जनता इसे पानी के कीड़े समझती है। अपील की गई है कि इन्हें नष्ट करें, पानी को जमा न होने दें, उपयोग करने के पानी को अच्छी तरह से ढंक कर रखें तथा उनमें एक छोटी चम्मच मीठा तेल डालें। बाहर गड्ढों तथा नालियों में जला हुआ तेल डालें। यह मच्छर दिन के समय काटता है, अतः पूरी बाहें वाले कपड़े पहनें, रात के समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। घर में नीम की पत्तियों का धुआं करें, मच्छर रोधी क्रीम व अगरबत्ती का प्रयोग करें। डेंगू के प्रकोप से बचने के लिए लार्वा तथा मच्छरों को नष्ट करने की कार्यवाही विभाग द्वारा सतत की जा रही है। आम जनता से अपील की गई है कि सप्ताह में एक बार घर में जल जमाव वाली जगहों का निरीक्षण कर जल निकासी करें तथा घर में कूलर आदि का नियमित अंतराल में पानी बदलते रहें। यदि कूलर का उपयोग नहीं कर रहें तो उसका पानी खाली कर के सूखा कर रखें, कूलर की घास को खुले में न फेंके, उसमें लार्वा के अण्डे रहते हैं, इसलिए उसे जला दें।
किस तरह से बढ़ रहे आंकड़े
Dengue Case Year 2024
month-Positive Case
अनवरी-6
फरवरी-11
मार्च-13
अप्रैल-16
मई-18
जून-19
जुलाई-110
अगस्त-121
Total-314
Malaria Case Year 2024
month-Positive Case
जनवरी-0
फरवरी-0
मार्च-1
अप्रैल-0
मई-0
जून-2
जुलाई-2
अगस्त-2
Total-7
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