indore-news:-कुश्ती-देखने-आए-पहलवान-की-हार्टअटैक-से-मौत,-दुखी-शिष्य-ने-नहीं-खेली-कुश्ती
सांकेतिक फोटो - फोटो : SOCIAL MEDIA विस्तार इंदौर में आयोजित महापौर केसरी दंगल देखने ग्वालियर से आए एक पहलवान की हार्टअटैक के कारण मौत हो गई। वे अपने शिष्यों की कुश्ती देखने के लिए आए थे। पहलवान की मौत से उनका शिष्य इतना दुखी हो गया कि उसने फायनल कुश्ती खेलने से इनकार कर दिया। इंदौर में हुई महापौर केसरी स्पर्धा में प्रदेश के कई शहरों से आए 400 पहलवानों ने भाग लिया। स्पर्धा में ग्वालियर के रहने वाले अमनदीप सिंह भी आए थे। उनके शिष्य रेहान ने कुश्ती स्पर्धा में भाग लिया था और उसने सेमीफायनल में इंदौर के एक पहलवान को हरा दिया था। इस मुकाबले को अमनदीप ने भी देखा। वे काफी खुश थे। कुछ देर बाद उन्हें सीने में दर्द महसूस हुआ और वे चक्कर खाकर गिर पड़े। उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। 41 साल थी पहलवान अमनदीप की उम्र  अमनदीप खुद पहलवान थे और उन्होंने कई कुश्तियां लड़ी थीं। बाद में वे ग्वालियर के पहलवानों को टिप्स देते थे। महापौर परिषद के सदस्य नंदू पहाड़िया ने बताया कि मृत पहलवान की उम्र 41 साल थी। उन्हें छोटा नेहरू स्टेडियम में सीने में दर्द उठा था। उन्हें एमवाय अस्पताल ले गए थे। रात को मेयर पुष्यमित्र भार्गव भी अस्पताल गए थे। अमनदीप के परिजन नहीं चाहते थे कि पोस्टमार्टम हो, लेकिन पोस्टमार्टम के बाद शव को ग्वालियर रवाना किया गया।  शिष्य ने नहीं खेला फायनल मुकाबला  अमनदीप की मौत से दुखी उनके शिष्य रेहान आजिम का कुश्ती के फायनल में मुकाबला राज नामक पहलवान से होना था, लेकिन अपने गुरु की मौत से आजिम इतने दुखी हो गए कि उन्होंने कुश्ती लड़ने से ही इनकार कर दिया। इसके बाद निर्णायकों ने राज संगाते पहलवान को विजेता घोषित कर दिया।  आपको बता दें, इंदौर नगर निगम ने 14 साल बाद महापौर केसरी दंगल फिर से इंदौर में शुरू किया। इसके लिए छोटा नेहरु स्टेडियम को संवारा गया था। स्पर्धा में 25 लाख रुपये के पुरस्कार बांटे गए हैं।  

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सांकेतिक फोटो – फोटो : SOCIAL MEDIA

विस्तार इंदौर में आयोजित महापौर केसरी दंगल देखने ग्वालियर से आए एक पहलवान की हार्टअटैक के कारण मौत हो गई। वे अपने शिष्यों की कुश्ती देखने के लिए आए थे। पहलवान की मौत से उनका शिष्य इतना दुखी हो गया कि उसने फायनल कुश्ती खेलने से इनकार कर दिया।

इंदौर में हुई महापौर केसरी स्पर्धा में प्रदेश के कई शहरों से आए 400 पहलवानों ने भाग लिया। स्पर्धा में ग्वालियर के रहने वाले अमनदीप सिंह भी आए थे। उनके शिष्य रेहान ने कुश्ती स्पर्धा में भाग लिया था और उसने सेमीफायनल में इंदौर के एक पहलवान को हरा दिया था। इस मुकाबले को अमनदीप ने भी देखा। वे काफी खुश थे। कुछ देर बाद उन्हें सीने में दर्द महसूस हुआ और वे चक्कर खाकर गिर पड़े। उन्हें अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

41 साल थी पहलवान अमनदीप की उम्र 
अमनदीप खुद पहलवान थे और उन्होंने कई कुश्तियां लड़ी थीं। बाद में वे ग्वालियर के पहलवानों को टिप्स देते थे। महापौर परिषद के सदस्य नंदू पहाड़िया ने बताया कि मृत पहलवान की उम्र 41 साल थी। उन्हें छोटा नेहरू स्टेडियम में सीने में दर्द उठा था। उन्हें एमवाय अस्पताल ले गए थे। रात को मेयर पुष्यमित्र भार्गव भी अस्पताल गए थे। अमनदीप के परिजन नहीं चाहते थे कि पोस्टमार्टम हो, लेकिन पोस्टमार्टम के बाद शव को ग्वालियर रवाना किया गया। 

शिष्य ने नहीं खेला फायनल मुकाबला 
अमनदीप की मौत से दुखी उनके शिष्य रेहान आजिम का कुश्ती के फायनल में मुकाबला राज नामक पहलवान से होना था, लेकिन अपने गुरु की मौत से आजिम इतने दुखी हो गए कि उन्होंने कुश्ती लड़ने से ही इनकार कर दिया। इसके बाद निर्णायकों ने राज संगाते पहलवान को विजेता घोषित कर दिया। 

आपको बता दें, इंदौर नगर निगम ने 14 साल बाद महापौर केसरी दंगल फिर से इंदौर में शुरू किया। इसके लिए छोटा नेहरु स्टेडियम को संवारा गया था। स्पर्धा में 25 लाख रुपये के पुरस्कार बांटे गए हैं।  

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