गुलावट का खूबसूरत दृश्य। कुछ दिन पहले जानापाव गए गृहमंत्री अमित शाह इनसेट में। – फोटो : अमर उजाला, डिजिटल, इंदौर
विस्तार वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें
इंदौर जिले में धार्मिक महत्व के जानापाव, उज्जैनी और प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर गुलावट को पर्यटन के नए केन्द्रों के रूप में विकसित किया जाएगा। यहां पर जल्द ही नागरिकों के लिए अनेक सुविधाएं विकसित की जाएंगी। इसके लिए जल्द ही कार्ययोजना बनेगी। कार्ययोजना को विचार विमर्श के पश्चात अंतिम रूप दिया जाएगा।
यह जानकारी आज यहां कलेक्टर आशीष सिंह द्वारा ली गई बैठक में दी गई। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी सिद्धार्थ जैन, अपर कलेक्टर गौरव बैनल सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे। बैठक में कलेक्टर आशीष सिंह ने उक्त स्थलों को प्रमुख पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इन स्थलों पर पर्यटकों के लिए सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया हो। सुविधाओं के विकास के लिए कार्ययोजना बनाकर प्रस्तुत की जाए। कार्ययोजना को विचार विमर्श के पश्चात अंतिम रूप दिया जाएगा।
विंध्य पर्वतमाला की खूबसूरत चोटी जानापाव पर जन्मे थे परशुराम
जानापाव मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में स्थित एक खूबसूरत पर्वत है। यह विंध्य पर्वतमाला की सबसे ऊंची चोटियों में से एक है और समुद्र तल से लगभग 854 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। यह इंदौर से लगभग 45 किलोमीटर दूर है और इंदौर-मुंबई राजमार्ग पर स्थित है।
क्यों है जानापाव खास? janapav indore
प्राकृतिक सौंदर्य: जानापाव अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। यहां से इंदौर शहर का मनोरम दृश्य दिखाई देता है। हरियाली से भरा हुआ यह स्थान पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। भगवान परशुराम का जन्म इसी स्थान पर हुआ था। यही कारण है कि यहां कई मंदिर और धार्मिक स्थल हैं। यहां कई मंदिर हैं, जैसे कि परशुराम मंदिर। आप यहां दर्शन कर सकते हैं और शांति का अनुभव कर सकते हैं।
ट्रेकिंग और पिकनिक के लिए खास
एडवेंचर प्रेमियों के लिए जानापाव एक बेहतरीन जगह है। यहां कई ट्रेकिंग रूट्स हैं, जिनसे आप प्राकृतिक सौंदर्य का लुत्फ उठा सकते हैं। आप विभिन्न ट्रेकिंग रूट्स पर ट्रेकिंग कर सकते हैं। आप अपने परिवार और दोस्तों के साथ यहां पर पिकनिक मना सकते हैं।
कैसे पहुंचें?
आप इंदौर से अपनी निजी गाड़ी या बस से जानापाव पहुंच सकते हैं। इंदौर से जानापाव की दूरी लगभग 45 किलोमीटर है।
इंदौर में कमल के फूलों का स्वर्ग है गुलावट gulawat lotus valley
गुलावत, मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में स्थित एक छोटा सा गांव है, जो अपनी खूबसूरत कमल की घाटी के लिए जाना जाता है। इसे अक्सर “मध्य प्रदेश का कश्मीर” भी कहा जाता है। इस गांव में एक बड़ी झील है, जिसके चारों ओर कमल के फूल खिलते हैं। यह दृश्य इतना मनमोहक है कि हर साल हजारों पर्यटक यहां आते हैं। गुलावत की सबसे बड़ी खासियत यही है कि यहां एक विशाल झील है, जो कमल के फूलों से पूरी तरह से ढकी रहती है। जब ये फूल खिलते हैं, तो पूरा दृश्य एक अद्भुत नजारा बन जाता है। गुलावत एक शांत और शांत वातावरण वाला गांव है। यहां आप प्रकृति के करीब जा सकते हैं और शोर-शराबे से दूर एक शांतिपूर्ण समय बिता सकते हैं। यह जगह पिकनिक मनाने के लिए एक आदर्श स्थान है। आप यहां अपने परिवार और दोस्तों के साथ आ सकते हैं और प्रकृति के बीच कुछ समय बिता सकते हैं। गुलावत फोटोग्राफी के शौकीनों के लिए एक स्वर्ग है। यहां आप कमल के फूलों, झील और आसपास के हरे-भरे खेतों की खूबसूरत तस्वीरें ले सकते हैं।
कैसे पहुंचें
आप इंदौर से अपनी निजी गाड़ी या बस से गुलावत पहुंच सकते हैं। इंदौर से गुलावत की दूरी लगभग 27 किलोमीटर है।
Comments