जनसुनवाई – फोटो : न्यूज डेस्क, अमर उजाला, इंदौर
विस्तार जनसुनवाई में पहुंची दिव्यांग कोमल व्यास के लिए आज का दिन यादगार हो गया। कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने इस दिव्यांग के जीवन की राह को आसान करने के लिए अत्याधुनिक व्हील चेयर कम इलेक्ट्रिक व्हीकल के लिए एक लाख रुपए स्वीकृत किए।
जनसुनवाई से राजवाड़ा क्षेत्र के कुवर मंडली में रहने वाली एक दिव्यांग युवती कोमल व्यास कलेक्टर के समक्ष पहुंची। उसने बताया कि मैं बचपन से ही दिव्यांग हूं और चलने फिरने में असमर्थ हूं। पिताजी की मृत्यु हो चुकी है। मेरा 13 साल का एक भाई है और माता जी गृहिणी है। उक्त दोनों मेरे पर आश्रित है। मैंने उच्च शिक्षा प्राप्त की है। मैं एक प्राइवेट कंपनी में वर्क फ्राम होम भी कर रही हूं। अब जून महीने से वर्क फ्रॉम ऑफिस शुरू हो जाएगा। मेरे पास ऑफिस जाने के लिये कोई साधन नहीं है। मुझे दिक्कतों को सामना करना पड़ेगा। इनकम भी इतनी नहीं है की मैं वाहन खरीद सकूं। कोमल व्यास ने कलेक्टर के समक्ष एक विशेष उपकरण के अटेचमेंट वाले इलेक्ट्रीक वाहन की इच्छा जाहिर की। कलेक्टर ने तुरंत ही उक्त वाहन के लिए एक लाख रुपए स्वीकृत किए। यह वाहन चैन्नई से आएगा। यह वाहन आर्डर पर मंगाया जाएगा। उक्त वाहन के लिए एक लाख रूपए स्वीकृत होने से कोमल बेहद खुश है, उसका कहना है कि मेरे जीवन की राह अब आसान होगी। कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी के प्रति उसने आभार व्यक्त किया।
इसी तरह जनसुनवाई में आज सुपर कॉरिडोर स्थित सतपुड़ा परिसर में मकान खरीदने वाले सोनाली सूर्यवंशी सहित अन्य खरीददार भी पहुंचे। इन्होंने बताया कि लगभग तीन वर्ष पहले हमने उक्त आवास खरीदा था। रजिस्ट्री हो गई है। बैंक की किस्ते भी जमा की जा रही है। अभी तक यह आवास अपूर्ण है। कलेक्टर ने नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए कि उक्त आवास का निर्माण शीघ्र पूरा कर संबंधित खरीददारों को कब्जा सौपें। कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने बताया कि उनके द्वारा अब नियमित रूप से उक्त निर्माण कार्य की प्रगति की समीक्षा भी की जाएगी।
इसी तरह निरंजनपुर में रहने वाली गीता कोरी को दस हजार रुपए रेडक्रास से स्वीकृत किए गए। इस महिला का पूरा मकान अग्नि दुर्घटना की चपेट में आकर नष्ट हो गया था। जनसुनवाई में कोरोना महामारी के दौरान अपने माता-पिता खोने वाली एक बालिका कोमल साखंला भी पहुंची। इसने बताया कि मैं पढाई कराना चाहती हूं मुझे किसी छात्रावास में एडमिशन करा दिया जाए। कलेक्टर ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को तुरंत ही इस बालिका के लिए समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। बागरी मोहल्ला राऊ में रहने वाली एक विधवा महिला को तात्कालिक राहत के रूप में 10 हजार रूपए स्वीकृत किए गए। इसी तरह एक महिला को उसके पति के इलाज के लिए 20 हजार रुपए की स्वीकृति भी दी गई।
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