indore:-महेश्वर-में-नर्मदा-में-डूबने-से-इंदौर-के-एक-परिवार-के-तीन-की-मौत,-मृतकों-में-मां-बेटा-और-मौसी-शामिल
महेश्वर मेें हादसा। - फोटो : अमर उजाला विस्तार Follow Us खरगोन जिले के महेश्वर में नर्मदा नदी में डूबने से इंदौर के एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई। तीनों मंदिर में दर्शन करने के बाद पेशवा घाट में नहाने के लिए आए थे। पहले बेटे का पैर फिसला और वह गहरे पानी में डूबने लगा। उसे बचाने के लिए मां पानी में उतरी तो वह भी डूबने लगी। यह देख मौसी बचाने गई और वह भी डूब गई। तीनों को तैरना नहीं आता था। गोताखोरों ने बड़ी मशक्कत के बाद तीनों के शव निकाले।  यह परिवार इंदौर के सांवेर रोड ई-सेक्टर में रहता है। परिजनों ने बताया कि हमारा परिवार महेश्वर घूमने के लिए सुबह 11 बजे वहां पहुंचा था। मंदिरों में दर्शन करने के बाद दोपहर दो बजे घाट पर स्नान कर रहा 18 वर्षीय विक्रम राजपूत डूबने लगा तो यह देख मां उर्मिला और मौसी 25 वर्षीय मोहिनी ने हाथ पकड़ कर उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन तीन गहरे पानी में चले गए। हम उन्हें बचाते, उससे पहले ही तीनों डूब गए। बाद में पुलिस को सूचना दी। पुलिस गोताखोरों को लेकर घाट पर आई और तीनों के शव को निकाला। शव को पोस्टमॉर्टम के बाद इंदौर पहुंचाया गया।  दो साल में 20 से ज्यादा मौतें हादसे में मृत मोहिनी का डेढ साल का बेटा है। वह भी तब घाट पर ही था और अपनी मां को न पाकर रोने लगा था। आपको बता दें महेश्वर घाट पर दो साल में 20 से ज्यादा मौते हो चुकी हैं। यहां पानी काफी गहरा है और फिसलने के कारण लोग गहरे पानी में  चले जाते हैं।  

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महेश्वर मेें हादसा। – फोटो : अमर उजाला

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खरगोन जिले के महेश्वर में नर्मदा नदी में डूबने से इंदौर के एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई। तीनों मंदिर में दर्शन करने के बाद पेशवा घाट में नहाने के लिए आए थे। पहले बेटे का पैर फिसला और वह गहरे पानी में डूबने लगा। उसे बचाने के लिए मां पानी में उतरी तो वह भी डूबने लगी। यह देख मौसी बचाने गई और वह भी डूब गई। तीनों को तैरना नहीं आता था। गोताखोरों ने बड़ी मशक्कत के बाद तीनों के शव निकाले। 

यह परिवार इंदौर के सांवेर रोड ई-सेक्टर में रहता है। परिजनों ने बताया कि हमारा परिवार महेश्वर घूमने के लिए सुबह 11 बजे वहां पहुंचा था। मंदिरों में दर्शन करने के बाद दोपहर दो बजे घाट पर स्नान कर रहा 18 वर्षीय विक्रम राजपूत डूबने लगा तो यह देख मां उर्मिला और मौसी 25 वर्षीय मोहिनी ने हाथ पकड़ कर उसे बचाने की कोशिश की, लेकिन तीन गहरे पानी में चले गए। हम उन्हें बचाते, उससे पहले ही तीनों डूब गए। बाद में पुलिस को सूचना दी। पुलिस गोताखोरों को लेकर घाट पर आई और तीनों के शव को निकाला। शव को पोस्टमॉर्टम के बाद इंदौर पहुंचाया गया। 

दो साल में 20 से ज्यादा मौतें
हादसे में मृत मोहिनी का डेढ साल का बेटा है। वह भी तब घाट पर ही था और अपनी मां को न पाकर रोने लगा था। आपको बता दें महेश्वर घाट पर दो साल में 20 से ज्यादा मौते हो चुकी हैं। यहां पानी काफी गहरा है और फिसलने के कारण लोग गहरे पानी में  चले जाते हैं।  

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