न्यूज डेस्क, अमर उजाला, इंदौर Published by: अभिषेक चेंडके Updated Tue, 27 Aug 2024 09: 50 PM IST
नायक ने कहा कि युद्ध के समय राम के समय किसी से रथ नहीं मांगा। सत्य और वीरता ही उनका रथ था। उन्होंने वानर सेना के साथ ही युद्ध लड़ा और रावण को हराया। राम को खुद पर भरोसा था।
राम पर विचार वक्त करते पूर्व मंत्री नायक। – फोटो : अमर उजाला
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इंदौर में विचार मंच द्वारा सनातन धर्म, संस्कृति और परंपरा के वाहक श्रीराम विषय पर व्याख्यान आयोजित किया। गांधी हाल में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता पूर्व मंत्री व कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक ने श्रीराम के जीवन से जुड़े प्रसंग सुनाए।
उन्होंने कहा कि राम का हद्य दूसरे की पीड़ा से दुखता था। उनका चरित्र दूसरों के लिए आदर्श था।राम सदाचारी और दयावान थे। प्रजा अपने राजा को देखकर स्व अनुशासन में रहती थी। इसलिए रामराज्य कहलाता था। यदि राजा की कथनी और करनी मेें अंतर होगा तो प्रजा में भी उनका आदर नहीं करेगी।
नायक ने कहा कि युद्ध के समय राम के समय किसी से रथ नहीं मांगा। सत्य और वीरता ही उनका रथ था। उन्होंने वानर सेना के साथ ही युद्ध लड़ा और रावण को हराया। राम को खुद पर भरोसा था।
नायक ने कहा कि राम सहिष्णुता, दया और सत्य के वाहक है। जीवन मेें जब भी दुख और नाकामी घेर ले तो रामनाम का जाप ही रास्ता है, जो आपके भीतर की नकारात्मकता को दूर करेगा।
कार्यक्रम में कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा, राजेश चौकसे, गिरधर नागर, सदाशिव यादव, अफसर पटेल, अमन बजाज, अमित चौरसिया, अनिल यादव सहित अन्य कांग्रेस नेता मौजूद थे। नायक का सम्मान पूर्व कुलपति भारत छपरवाल, श्याम सुंदर यादव ने किया। संचालन शफी शेख ने किया।
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