indore:-इंदौर-में-सड़कों-से-पानी-उतरा,-अब-गड्ढों-के-बढ़ाई-परेशानी
इंदौर की सड़कों पर गड्ढे। - फोटो : अमर उजाला विस्तार Follow Us इंदौर मेें जलजमाव के बाद अब सड़कों पर हो रहे गड्ढे अब ट्रैफिक में बाधा खड़ी कर रहे हैै। इससे हादसे भी हो रहे है। बारिश का मौसम होने के कारण डामर प्लांट शुरु नहीं हो पाए हैै। इस कारण पेचवर्क भी नहीं हो पा रहे है। रिंग रोड के सर्विस रोड पर तो आधा से एक फुट के गड्ढे हो चुके है। मंगलवार को तिलक नगर रोड पर एक रिक्शा अचानक पलट गया। बताया जा रहा है कि गड्ढे से बचने के लिए चालक ने रिक्शा डिवाइडर से टकर दी। इस हादसे में एक स्कूली बच्चे की मौत होत गई। डामर की सड़कों के अलावा सीमेंट की सड़कों पर भी गड्ढे नजर अाने लगे है। शहर के आंबेडकर नगर, खजराना, विजय नगर, बाणगंगा, सदरबाजार सहित अन्य मार्गों पर गड्ढे हो चुके है। फिलहाल गहरेे गड्ढों मेें निगम चूरी बिछा रहा है। मौसम खुलने के बाद पेचवर्क शुरू किया जाएगा। सबसे ज्यादा गड्ढे पूर्वी रिंग रोड पर इंदौर में सबसे ज्यादा गड्ढे पूर्वी रिंग रोड पर हैै। यहां खजराना और मुसाखेड़ी मेें ब्रिज का काम चल रहा है। ट्रैफिक का दबाव सर्विस रोड पर है, लेकिन वहां  आधे फीट के गड्ढे हो चुके है। खजराना चौराहेे पर इस कारण यातायात भी बाधित हो रहा है। शहर के राऊ और स्वदेशी मिल ब्रिज पर भी गड्ढे हो चुके है और सरिए निकल आए है। बायपास से इंदौर की तरफ आने के लिए स्कीम-134 की काॅलोनियों में ट्रैफिक डायवर्ट किया गया है। इस कारण काॅलोनी की सड़कें खराब हो गई हैै। खराब सड़कों के कारण एक हजार से ज्यादा हादसे शहर में बीते छह माह में ट्रैफिक विभाग के अनुसार 1850 से ज्यादा हादसे हुए है। इनमें एक हजार से ज्यादा हादसे खराब सड़कों के कारण हुए है। सड़क हादसों के कारण छह माह मेें 150 मौतें हो चुकी हैै। जनकार्य समिति प्रभारी राजेेंद्र राठौर ने कहा कि पेचवर्क के टेंडर आमंत्रित किए है। जल्दी ही सड़कों को ठीक किया जाएगा।

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इंदौर की सड़कों पर गड्ढे। – फोटो : अमर उजाला

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इंदौर मेें जलजमाव के बाद अब सड़कों पर हो रहे गड्ढे अब ट्रैफिक में बाधा खड़ी कर रहे हैै। इससे हादसे भी हो रहे है। बारिश का मौसम होने के कारण डामर प्लांट शुरु नहीं हो पाए हैै।

इस कारण पेचवर्क भी नहीं हो पा रहे है। रिंग रोड के सर्विस रोड पर तो आधा से एक फुट के गड्ढे हो चुके है। मंगलवार को तिलक नगर रोड पर एक रिक्शा अचानक पलट गया। बताया जा रहा है कि गड्ढे से बचने के लिए चालक ने रिक्शा डिवाइडर से टकर दी। इस हादसे में एक स्कूली बच्चे की मौत होत गई।

डामर की सड़कों के अलावा सीमेंट की सड़कों पर भी गड्ढे नजर अाने लगे है। शहर के आंबेडकर नगर, खजराना, विजय नगर, बाणगंगा, सदरबाजार सहित अन्य मार्गों पर गड्ढे हो चुके है। फिलहाल गहरेे गड्ढों मेें निगम चूरी बिछा रहा है। मौसम खुलने के बाद पेचवर्क शुरू किया जाएगा।

सबसे ज्यादा गड्ढे पूर्वी रिंग रोड पर

इंदौर में सबसे ज्यादा गड्ढे पूर्वी रिंग रोड पर हैै। यहां खजराना और मुसाखेड़ी मेें ब्रिज का काम चल रहा है। ट्रैफिक का दबाव सर्विस रोड पर है, लेकिन वहां  आधे फीट के गड्ढे हो चुके है। खजराना चौराहेे पर इस कारण यातायात भी बाधित हो रहा है। शहर के राऊ और स्वदेशी मिल ब्रिज पर भी गड्ढे हो चुके है और सरिए निकल आए है। बायपास से इंदौर की तरफ आने के लिए स्कीम-134 की काॅलोनियों में ट्रैफिक डायवर्ट किया गया है। इस कारण काॅलोनी की सड़कें खराब हो गई हैै।

खराब सड़कों के कारण एक हजार से ज्यादा हादसे

शहर में बीते छह माह में ट्रैफिक विभाग के अनुसार 1850 से ज्यादा हादसे हुए है। इनमें एक हजार से ज्यादा हादसे खराब सड़कों के कारण हुए है। सड़क हादसों के कारण छह माह मेें 150 मौतें हो चुकी हैै। जनकार्य समिति प्रभारी राजेेंद्र राठौर ने कहा कि पेचवर्क के टेंडर आमंत्रित किए है। जल्दी ही सड़कों को ठीक किया जाएगा।

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