indore:मुहाड़ी-वाॅटर-फाॅल-मेें-डूबा-इंदौर-का-छात्र,-ग्रामीणों-ने-गहरे-पानी-में-जाने-से-किया-था-मना
मुहाड़ी वाॅटर फाॅल - फोटो : amar ujala digital विस्तार Follow Us बारिश के मौसम मेें इंदौर के आसपास के वाटर फाॅल मनोरम तो नजर आते है, लेकिन उनमें नहाना खतरे से खाली नहीं है। इंदौर से 30 किलोमीटर दूर मुहाड़ी फाॅल में 17 वर्षीय युवक निखिल लश्करी डूब गया। पांच घंटे बाद उसका शव पानी से खोताखोरों को मिला। निखिल सुखलिया ग्राम क्षेत्र मेें रहता है और सेंट्रल स्कूल में पढ़ता था। वह अपने पांच दोस्तों के साथ बाइक पर पिकनिक मनाने वाॅटर फाॅल पर पहुंचा था। इसके बारे में उसने परिवार वालों को भी नहीं बताया था। जब सभी दोस्त वाॅटर फाॅल पर जा रहे थे जो ग्रामीणों ने उन्हें रोका था और हिदायत दी थी कि झरने के आसपास बाारिश हो रही है। वहां फिसलने का खतरा ज्यादा है, लेकिन युवक नहीं माने। झरने के पास जाकर निखिल पानी में नहाने उतर गया। इसके बाद वह गहरे पानी में चला गया और तेज बहाव में बहने लगा। दोस्त किनारे पर बैठेे थेे, इसलिए उसे बचा नहीं सके। उन्होंने कम्पेेल पुलिस चौकी पर जाकर सूचना दी। इसके बाद सुबह से निखिल की सर्चिंग की गई। पांच घंटे बाद उसका शव नदी से गोताखोरों ने खोज निकाला। जब निखिल नहाने के लिए नदी में जा रहा था तो दोस्तों ने उसे मना किया था, लेकिन उनकी बातों को नजरअंदाज कर निखिल नहाने चला गया। डूबने पर जब उसने मदद के लिए शोर मचाया तो एक साथी सिद्धार्थ उसे बचाने के लिए नदी में गया, लेकिन वह उसे पकड़ नहीं पाया। सिद्धार्थ भी बहने लगा तो दूसरे दोस्तों ने उसे बचाया। 

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मुहाड़ी वाॅटर फाॅल – फोटो : amar ujala digital

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बारिश के मौसम मेें इंदौर के आसपास के वाटर फाॅल मनोरम तो नजर आते है, लेकिन उनमें नहाना खतरे से खाली नहीं है। इंदौर से 30 किलोमीटर दूर मुहाड़ी फाॅल में 17 वर्षीय युवक निखिल लश्करी डूब गया। पांच घंटे बाद उसका शव पानी से खोताखोरों को मिला।

निखिल सुखलिया ग्राम क्षेत्र मेें रहता है और सेंट्रल स्कूल में पढ़ता था। वह अपने पांच दोस्तों के साथ बाइक पर पिकनिक मनाने वाॅटर फाॅल पर पहुंचा था। इसके बारे में उसने परिवार वालों को भी नहीं बताया था।

जब सभी दोस्त वाॅटर फाॅल पर जा रहे थे जो ग्रामीणों ने उन्हें रोका था और हिदायत दी थी कि झरने के आसपास बाारिश हो रही है। वहां फिसलने का खतरा ज्यादा है, लेकिन युवक नहीं माने। झरने के पास जाकर निखिल पानी में नहाने उतर गया। इसके बाद वह गहरे पानी में चला गया और तेज बहाव में बहने लगा।

दोस्त किनारे पर बैठेे थेे, इसलिए उसे बचा नहीं सके। उन्होंने कम्पेेल पुलिस चौकी पर जाकर सूचना दी। इसके बाद सुबह से निखिल की सर्चिंग की गई। पांच घंटे बाद उसका शव नदी से गोताखोरों ने खोज निकाला। जब निखिल नहाने के लिए नदी में जा रहा था तो दोस्तों ने उसे मना किया था, लेकिन उनकी बातों को नजरअंदाज कर निखिल नहाने चला गया।

डूबने पर जब उसने मदद के लिए शोर मचाया तो एक साथी सिद्धार्थ उसे बचाने के लिए नदी में गया, लेकिन वह उसे पकड़ नहीं पाया। सिद्धार्थ भी बहने लगा तो दूसरे दोस्तों ने उसे बचाया। 

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