indian-coast-guard:-मालवाहक-जहाज-के-11-लोगों-को-बचाया
भारतीय तटरक्षक बलों ने कोलकाता से पोर्ट ब्लेयर जा रहे मालवाहक जहाज एमवी आईटीटी प्यूमा पर सवार 11 क्रू मेंबर को एक अभियान चलाकर बचाने का काम किया. | August 26, 2024 5: 39 PM Indian Coast Guard: भारतीय तटरक्षक बल द्वारा समुद्र में संकट के समय कठिन हालात में अभियान चलाकर लोगों को बचाने की कई खबर आती रहती है. रविवार को रात एक बार फिर तटरक्षक बल ने अपनी बहादुरी का परिचय देते हुए 11 लोगों को बचाने का सफल अभियान चलाया. दरअसल पंजीकृत एमवी आईटीटी प्यूमा मालवाहक जहाज कोलकाता से पोर्ट ब्लेयर के रास्ते में था. लेकिन यह जहाज सागर द्वीप (पश्चिम बंगाल) से लगभग 90 समुद्री मील दक्षिण में डूब गया. इसके सबसे पहले जानकारी समुद्री खोज एवं बचाव समन्वय केंद्र (एमआरसीसी) चेन्नई को मिली. जानकारी मिलते ही तटरक्षक बल के जवान सक्रिय हो गए और कोलकाता स्थित आईसीजी के क्षेत्रीय मुख्यालय (उत्तर पूर्व) ने तुरंत दो जहाजों और एक डोर्नियर विमान को घटना स्थल के लिए रवाना किया. चुनौतीपूर्ण मौसम में चलाया गया बचाव अभियान रात के समय आधुनिक सेंसर से लैस डोर्नियर विमान ने भटकते हुए जीवन रक्षक नौका का पता लगाया. चुनौतीपूर्ण मौसम के बावजूद तटरक्षक बल के जहाज सारंग और अमोघ ने डोर्नियर विमान के साथ चालक दल की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए समुद्री-हवाई बचाव काम को अंजाम दिया और 11 क्रू मेंबर की जान बचायी जा सकी. रात के अंधेरे में खराब मौसम के बीच बचाव अभियान चलाना काफी चुनौतीपूर्ण था. लेकिन अपनी बहादुरी से सूझबूझ के दम पर तटरक्षक बल ने इसे अंजाम तक पहुंचाने में सफलता हासिल की.  ReplyForward

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भारतीय तटरक्षक बलों ने कोलकाता से पोर्ट ब्लेयर जा रहे मालवाहक जहाज एमवी आईटीटी प्यूमा पर सवार 11 क्रू मेंबर को एक अभियान चलाकर बचाने का काम किया.

| August 26, 2024 5: 39 PM

Indian Coast Guard: भारतीय तटरक्षक बल द्वारा समुद्र में संकट के समय कठिन हालात में अभियान चलाकर लोगों को बचाने की कई खबर आती रहती है. रविवार को रात एक बार फिर तटरक्षक बल ने अपनी बहादुरी का परिचय देते हुए 11 लोगों को बचाने का सफल अभियान चलाया. दरअसल पंजीकृत एमवी आईटीटी प्यूमा मालवाहक जहाज कोलकाता से पोर्ट ब्लेयर के रास्ते में था. लेकिन यह जहाज सागर द्वीप (पश्चिम बंगाल) से लगभग 90 समुद्री मील दक्षिण में डूब गया. इसके सबसे पहले जानकारी समुद्री खोज एवं बचाव समन्वय केंद्र (एमआरसीसी) चेन्नई को मिली. जानकारी मिलते ही तटरक्षक बल के जवान सक्रिय हो गए और कोलकाता स्थित आईसीजी के क्षेत्रीय मुख्यालय (उत्तर पूर्व) ने तुरंत दो जहाजों और एक डोर्नियर विमान को घटना स्थल के लिए रवाना किया.

चुनौतीपूर्ण मौसम में चलाया गया बचाव अभियान

रात के समय आधुनिक सेंसर से लैस डोर्नियर विमान ने भटकते हुए जीवन रक्षक नौका का पता लगाया. चुनौतीपूर्ण मौसम के बावजूद तटरक्षक बल के जहाज सारंग और अमोघ ने डोर्नियर विमान के साथ चालक दल की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए समुद्री-हवाई बचाव काम को अंजाम दिया और 11 क्रू मेंबर की जान बचायी जा सकी. रात के अंधेरे में खराब मौसम के बीच बचाव अभियान चलाना काफी चुनौतीपूर्ण था. लेकिन अपनी बहादुरी से सूझबूझ के दम पर तटरक्षक बल ने इसे अंजाम तक पहुंचाने में सफलता हासिल की. 

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