haryana-politics:-विनेश-फोगाट-का-किसानों-को-समर्थन,-कंगना-रनौत-का-विवादित-बयान,-हरियाणा-चुनाव-पर-कितना-डालेगी-असर
Haryana Politics: हरियाणा विधानसभा चुनाव के पहले प्रदेश की राजनीति गरमा चुकी है. ओलंपियन पहलवान विनेश फोगाट के किसानों के प्रदर्शन में पहुंचने के बाद लोग तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी बॉर्डर पहुंचकर फोगाट ने किसानों के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को उनकी मांगों पर ध्यान देना चाहिए व उन्हें प्राथमिकता के आधार पर हल करना चाहिए. किसान की नाराजगी का क्या पड़ेगा असर? हरियाणा को लेकर बीजेपी और कांग्रेस दोनों कॉन्फीडेंट नजर नहीं आ रहे हैं. बीजेपी एंटी इनकंबेंसी से अब तक उबर नहीं सकी है. लोकसभा चुनाव से पहले ही इसका असर कम करने के लिये वर्तमान मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की जगह पर नायब सिंह सैनी को सीएम बनाया गया. हरियाणा ऐसा पहला प्रदेश है, जहां पर सभी फसलों पर एमएसपी देने का ऐलान किया गया, लेकिन इसका असर अभी किसानों पर दिख नहीं रहा है. किसान सरकार से अब भी नाराज चल रहे हैं. हरियाणा बॉर्डर पर किसानों का धरना प्रदर्शन जारी है जो सरकार के खिलाफ है. Read Also : Haryana Assembly Election: हरियाणा में अब 5 अक्टूबर को होगा मतदान, 8 October को आएंगे रिजल्ट इस बीच बीजेपी सांसद कंगना रनौत के किसानों पर विवादित बयान दिया है, हालांकि उनके बयान से पार्टी ने किनारा करते हुये बयानबाजी पर कार्रवाई करने तक की बात कही है. बीजेपी की हरियाणा में ताकत क्या है? हरियाणा में 10 साल से सत्ता पर बीजेपी काबिज है. उसके पास बूथ स्तर तक मजबूत संगठनात्मक ढांचा तैयार है. इसकी बदौलत वह सत्ता में वापसी करने की पूरी कोशिश करेगी. पार्टी ने इन चुनावों की तैयारी काफी पहले से शुरू कर दी थी. बीजेपी की हरियाणा में कमजोरी क्या है? बीजेपी को सत्ता विरोधी लहर का सामना करना पड़ सकता है जो 10 साल से सत्ता पर काबिज है. ऐसा इसलिए क्योंकि लोकसभा चुनाव में जनता ने कांग्रेस को पांच सीट दी है. प्रदेश की दस सीट में से बीजेपी केवल पांच सीट पर ही कब्जा जमा सकी है जबकि हरियाणा में 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने सभी 10 सीटों पर जीत हासिल की थी. हरियाणा में कब होंगे मतदान? हरियाणा में चुनाव की तारीख बदल चुकी है. प्रदेश में अब 5 अक्टूबर को मतदान होगा. इससे पहले 1 अक्टूबर को मतदान होना था. चुनाव आयोग ने बिश्नोई समुदाय के सदियों पुराने त्योहार को ध्यान में रखा और मतदान की तारीख बदल दी. चुनाव आयोग ने कहा है कि अब हरियाणा विधानसभा चुनावों की मतगणना 4 अक्टूबर के बजाय आठ अक्टूबर को होगी.

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Haryana Politics: हरियाणा विधानसभा चुनाव के पहले प्रदेश की राजनीति गरमा चुकी है. ओलंपियन पहलवान विनेश फोगाट के किसानों के प्रदर्शन में पहुंचने के बाद लोग तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. पंजाब और हरियाणा के बीच शंभू और खनौरी बॉर्डर पहुंचकर फोगाट ने किसानों के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को उनकी मांगों पर ध्यान देना चाहिए व उन्हें प्राथमिकता के आधार पर हल करना चाहिए.

किसान की नाराजगी का क्या पड़ेगा असर? हरियाणा को लेकर बीजेपी और कांग्रेस दोनों कॉन्फीडेंट नजर नहीं आ रहे हैं. बीजेपी एंटी इनकंबेंसी से अब तक उबर नहीं सकी है. लोकसभा चुनाव से पहले ही इसका असर कम करने के लिये वर्तमान मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की जगह पर नायब सिंह सैनी को सीएम बनाया गया. हरियाणा ऐसा पहला प्रदेश है, जहां पर सभी फसलों पर एमएसपी देने का ऐलान किया गया, लेकिन इसका असर अभी किसानों पर दिख नहीं रहा है. किसान सरकार से अब भी नाराज चल रहे हैं. हरियाणा बॉर्डर पर किसानों का धरना प्रदर्शन जारी है जो सरकार के खिलाफ है.

Read Also : Haryana Assembly Election: हरियाणा में अब 5 अक्टूबर को होगा मतदान, 8 October को आएंगे रिजल्ट

इस बीच बीजेपी सांसद कंगना रनौत के किसानों पर विवादित बयान दिया है, हालांकि उनके बयान से पार्टी ने किनारा करते हुये बयानबाजी पर कार्रवाई करने तक की बात कही है.

बीजेपी की हरियाणा में ताकत क्या है? हरियाणा में 10 साल से सत्ता पर बीजेपी काबिज है. उसके पास बूथ स्तर तक मजबूत संगठनात्मक ढांचा तैयार है. इसकी बदौलत वह सत्ता में वापसी करने की पूरी कोशिश करेगी. पार्टी ने इन चुनावों की तैयारी काफी पहले से शुरू कर दी थी.

बीजेपी की हरियाणा में कमजोरी क्या है? बीजेपी को सत्ता विरोधी लहर का सामना करना पड़ सकता है जो 10 साल से सत्ता पर काबिज है. ऐसा इसलिए क्योंकि लोकसभा चुनाव में जनता ने कांग्रेस को पांच सीट दी है. प्रदेश की दस सीट में से बीजेपी केवल पांच सीट पर ही कब्जा जमा सकी है जबकि हरियाणा में 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने सभी 10 सीटों पर जीत हासिल की थी.

हरियाणा में कब होंगे मतदान? हरियाणा में चुनाव की तारीख बदल चुकी है. प्रदेश में अब 5 अक्टूबर को मतदान होगा. इससे पहले 1 अक्टूबर को मतदान होना था. चुनाव आयोग ने बिश्नोई समुदाय के सदियों पुराने त्योहार को ध्यान में रखा और मतदान की तारीख बदल दी. चुनाव आयोग ने कहा है कि अब हरियाणा विधानसभा चुनावों की मतगणना 4 अक्टूबर के बजाय आठ अक्टूबर को होगी.