guru-purnima-2023:-दादाजीधाम-में-हजारों-किलोमीटर-दूर-से-चलकर-आते-हैं-श्रद्धालु,-पूरा-शहर-करता-है-मेजबानी
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, खंडवा Published by: दिनेश शर्मा Updated Mon, 03 Jul 2023 11: 52 PM IST मध्यप्रदेश के खंडवा में गुरु शिष्य की परम्परा को निभाता हुआ अनूठा स्वरूप देखने को मिलता है। यहां स्थित निमाड़ के प्रसिद्ध अवधूत संत श्री दादाजी धाम समाधी स्थल सहित पूरे जिले में गुरुपूर्णिमा पर दो दिनों तक उत्सव मनाया जाता है। श्री दादाजी धाम मंदिर में बड़े दादाजी श्री केशवानंद महाराज और छोटे दादाजी श्री हरिहर भोले भगवान की समाधि पर देश के विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। समाधि पर मत्था टेकने आए भक्त अपने हाथों में निशान लेकर कई किलोमीटर तक नंगे पैर पैदल चलकर दादा धूनीवाले के मंदिर में निशान अर्पित करते हैं। दूर दूर से खंडवा पहुंचे भक्तों के लिए पूरा शहर भी मेजबानी के लिए तैयार रहता है। शहर में जगह-जगह भंडारों का आयोजन किया जाता है, जिसमें बाहर से आने वाले भक्तों के लिए चाय, नाश्ता, खाना और मिठाई सब कुछ निशुल्क रहता है।    गुरुपूर्णिमा के दिन श्री दादा जी मंदिर में सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ रही। बड़ी संख्या में भक्त यहाँ निशान लेकर दादाजी मंदिर पहुंचे। यहां आए श्रद्धालु पुरे रास्ते भजन-कीर्तन करते रहे। भज लो दादाजी का नाम भज लो हरिहर जी का नाम जपते हुए श्रद्धालु निशान लेकर मंदिर पहुंचते रहे। यहां पहुंचे भक्तों ने श्री बडे दादाजी और छोटे दादाजी महाराज की समाधि के दर्शन किए। मां नर्मदा के दर्शन कर धूनीमाई में नारियल भी अर्पित किए। खंडवा में इन दिनों अगले 2 दिनों तक श्रद्धालुओं के लिए लगाए गए भंडारों में सब कुछ निःशुल्क रहता है जैसे चाय नाश्ता, खाना-पीना।  इन सबके कदम कदम पर बड़े बड़े भंडारे लगाए जाते हैं। जिसमें तरह-तरह के भोजन शामिल रहते हैं। रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड से मंदिर परिसर तक पहुंचने के लिए शहर के लोगों द्वारा निशुल्क ऑटो भी चलाए जाते हैं, ताकि बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई दिक्कत परेशानी ना हो। इस तरह पूरा शहर 2 दिनों तक दादा जी के भक्तों की सेवा में लगा रहता है ।   87 सालों से जल रही धूनी खंडवा में गुरुपूर्णिमा के मौके पर धूनी वाले दादाजी महाराज के आश्रम में देश भर से हजारों शिष्य उनकी समाधि पर माथा टेकने आते हैं। खंडवा के इंदौर रोड पर भगवान शंकर के अवतार कहे जाने वाले संत केशवानंद जी महाराज की भव्य समाधि स्थापित है। मंदिर परिसर में मौजूद समाधी स्थल पर ही उन्होंने सन 1930 में अपना देहत्याग किया था। अवधूत संत श्री केशवानंद जी महाराज उर्फ़ बड़े दादाजी अपने निकट हमेशा एक धूनी जलाए रखते थे। वही धूनी आज भी मंदिर परिसर में लगातार पिछले करीब 87 वर्षों से जलती आ रही है। बड़े दादाजी के बाद लगभग 12 साल तक उनके शिष्य रहे हरिहर नाथ जी महाराज ने उनकी समाधि की सेवा की थी। जिसके बाद वर्ष 1942 में छोटे दादाजी ने भी देहत्याग कर दिया था। इनकी इच्छा स्वरूप हरिहर नाथ जी महाराज उर्फ़ छोटे दादाजी की समाधि भी बड़े दादाजी की समाधि के निकट ही स्थापित की गई। गुरु-शिष्य की इन समाधियों को देखने दादाजी मंदिर परिसर में देशभर से लाखों लोगों का गुरुपूर्णिमा के दिन जमावड़ा लगता है।  महिला मंडल ने अयोध्या की तर्ज पर खंडवा के इस मंदिर निर्माण की मोदीजी से की मांग   बड़े दादाजी और छोटे दादाजी महाराज की समाधी स्थल को भगवान श्री राम के मंदिर की तर्ज पर भव्य मंदिर बनाए जाने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पत्र लिखकर गुहार लगाई गई है। पत्र खंडवा के एक महिला मंडल ने लिखा है। महिलाओं ने इसे प्रधानमंत्री मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को ट्विटर पर टैग भी किया है। बता दें कि खंडवा में संत श्री दादाजी महाराज का मंदिर है। दादाजी के इस समाधी स्थल को जीर्णोद्धार कर भव्य मंदिर बनाने की कवायद यहाँ भक्तों के एक पक्ष के द्वारा की जा रही है। परन्तु दूसरा पक्ष मंदिर ट्रस्ट पर इस काम को पूर्ण नहीं होने देने के आरोप लगा रहा है। लम्बे समय से चले आ रहे दोनों पक्षों के विवाद के बीच अब इस मामले को लेकर पीएमओ तक गुहार लगायी गयी है, और पीएम मोदी सहित सीएम योगी से इसमें हस्तक्षेप करने की मांग की गई है। 

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न्यूज डेस्क, अमर उजाला, खंडवा Published by: दिनेश शर्मा Updated Mon, 03 Jul 2023 11: 52 PM IST

मध्यप्रदेश के खंडवा में गुरु शिष्य की परम्परा को निभाता हुआ अनूठा स्वरूप देखने को मिलता है। यहां स्थित निमाड़ के प्रसिद्ध अवधूत संत श्री दादाजी धाम समाधी स्थल सहित पूरे जिले में गुरुपूर्णिमा पर दो दिनों तक उत्सव मनाया जाता है। श्री दादाजी धाम मंदिर में बड़े दादाजी श्री केशवानंद महाराज और छोटे दादाजी श्री हरिहर भोले भगवान की समाधि पर देश के विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। समाधि पर मत्था टेकने आए भक्त अपने हाथों में निशान लेकर कई किलोमीटर तक नंगे पैर पैदल चलकर दादा धूनीवाले के मंदिर में निशान अर्पित करते हैं। दूर दूर से खंडवा पहुंचे भक्तों के लिए पूरा शहर भी मेजबानी के लिए तैयार रहता है। शहर में जगह-जगह भंडारों का आयोजन किया जाता है, जिसमें बाहर से आने वाले भक्तों के लिए चाय, नाश्ता, खाना और मिठाई सब कुछ निशुल्क रहता है। 
 

गुरुपूर्णिमा के दिन श्री दादा जी मंदिर में सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ रही। बड़ी संख्या में भक्त यहाँ निशान लेकर दादाजी मंदिर पहुंचे। यहां आए श्रद्धालु पुरे रास्ते भजन-कीर्तन करते रहे। भज लो दादाजी का नाम भज लो हरिहर जी का नाम जपते हुए श्रद्धालु निशान लेकर मंदिर पहुंचते रहे। यहां पहुंचे भक्तों ने श्री बडे दादाजी और छोटे दादाजी महाराज की समाधि के दर्शन किए। मां नर्मदा के दर्शन कर धूनीमाई में नारियल भी अर्पित किए। खंडवा में इन दिनों अगले 2 दिनों तक श्रद्धालुओं के लिए लगाए गए भंडारों में सब कुछ निःशुल्क रहता है जैसे चाय नाश्ता, खाना-पीना।  इन सबके कदम कदम पर बड़े बड़े भंडारे लगाए जाते हैं। जिसमें तरह-तरह के भोजन शामिल रहते हैं। रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड से मंदिर परिसर तक पहुंचने के लिए शहर के लोगों द्वारा निशुल्क ऑटो भी चलाए जाते हैं, ताकि बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई दिक्कत परेशानी ना हो। इस तरह पूरा शहर 2 दिनों तक दादा जी के भक्तों की सेवा में लगा रहता है ।
 

87 सालों से जल रही धूनी
खंडवा में गुरुपूर्णिमा के मौके पर धूनी वाले दादाजी महाराज के आश्रम में देश भर से हजारों शिष्य उनकी समाधि पर माथा टेकने आते हैं। खंडवा के इंदौर रोड पर भगवान शंकर के अवतार कहे जाने वाले संत केशवानंद जी महाराज की भव्य समाधि स्थापित है। मंदिर परिसर में मौजूद समाधी स्थल पर ही उन्होंने सन 1930 में अपना देहत्याग किया था। अवधूत संत श्री केशवानंद जी महाराज उर्फ़ बड़े दादाजी अपने निकट हमेशा एक धूनी जलाए रखते थे। वही धूनी आज भी मंदिर परिसर में लगातार पिछले करीब 87 वर्षों से जलती आ रही है। बड़े दादाजी के बाद लगभग 12 साल तक उनके शिष्य रहे हरिहर नाथ जी महाराज ने उनकी समाधि की सेवा की थी। जिसके बाद वर्ष 1942 में छोटे दादाजी ने भी देहत्याग कर दिया था। इनकी इच्छा स्वरूप हरिहर नाथ जी महाराज उर्फ़ छोटे दादाजी की समाधि भी बड़े दादाजी की समाधि के निकट ही स्थापित की गई। गुरु-शिष्य की इन समाधियों को देखने दादाजी मंदिर परिसर में देशभर से लाखों लोगों का गुरुपूर्णिमा के दिन जमावड़ा लगता है। 

महिला मंडल ने अयोध्या की तर्ज पर खंडवा के इस मंदिर निर्माण की मोदीजी से की मांग  
बड़े दादाजी और छोटे दादाजी महाराज की समाधी स्थल को भगवान श्री राम के मंदिर की तर्ज पर भव्य मंदिर बनाए जाने के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पत्र लिखकर गुहार लगाई गई है। पत्र खंडवा के एक महिला मंडल ने लिखा है। महिलाओं ने इसे प्रधानमंत्री मोदी और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को ट्विटर पर टैग भी किया है। बता दें कि खंडवा में संत श्री दादाजी महाराज का मंदिर है। दादाजी के इस समाधी स्थल को जीर्णोद्धार कर भव्य मंदिर बनाने की कवायद यहाँ भक्तों के एक पक्ष के द्वारा की जा रही है। परन्तु दूसरा पक्ष मंदिर ट्रस्ट पर इस काम को पूर्ण नहीं होने देने के आरोप लगा रहा है। लम्बे समय से चले आ रहे दोनों पक्षों के विवाद के बीच अब इस मामले को लेकर पीएमओ तक गुहार लगायी गयी है, और पीएम मोदी सहित सीएम योगी से इसमें हस्तक्षेप करने की मांग की गई है। 

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