guna-news:-निजी-स्कूल-में-छात्र-को-संस्कृत-के-श्लोक-पढ़ने-से-रोका,-एबीवीपी-के-कार्यकर्ताओं-ने-किया-हंगामा
हंगामा करते एबीवीपी के कार्यकर्ता। - फोटो : अमर उजाला विस्तार Follow Us गुना जिले के वंदना कॉन्वेंट स्कूल में संस्कृत के श्लोक पढ़ने से रोकने पर जमकर हंगामा हुआ। घटना के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने स्कूल के बाहर हंगामा कर दिया। पुलिस के साथ धक्का-मुक्की और नारेबाजी भी की गई। काफी हंगामे के बाद एबीवीपी कार्यकर्ताओं की शिकायत के बाद स्कूल की प्रिंसिपल के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। Trending Videos दरअसल, मॉर्निंग प्रेयर के दौरान छठवीं कक्षा के तीन छात्र संस्कृत का श्लोक पढ़ रहे थे। उसी दौरान एक टीचर ने उनसे माइक छीन लिया और डांटते हुए कहा कि यहां श्लोक नहीं पढ़ा जाएगा, किसी भी छात्र को हिंदी में बोलने की अनुमति नहीं दी जाएगी। टीचर ने कहा कि यहां केवल अंग्रेजी बोली जाएगी, इसके बाद छात्रों को हटा दिया गया। छात्रों ने यह बात अपने परिजनों को नहीं बताई थी, लेकिन एक छात्र ने बातों ही बातों में अपने पिता को यह बात बता दी। इसके बाद मामला सामने आया और छात्र के पिता ने हिंदू संगठनों और एबीवीपी कार्यकर्ताओं को इसकी जानकारी दी। साथ ही जिला शिक्षा अधिकारी से भी शिकायत की गई। जिला शिक्षा अधिकारी चंद्रशेखर सिसौदिया ने स्कूल की प्रिंसिपल को नोटिस जारी किया। जवाब में स्कूल मैनेजमेंट ने सफाई देते हुए कहा कि सुबह की असेंबली के दौरान चुने हुए छात्रों की स्पीच का क्रम हिंदी और इंग्लिश में होता है। उस दिन अंग्रेजी में स्पीच देना तय था, लेकिन छात्र ने स्पीच हिंदी में शुरू की थी, इसलिए टीचर ने उसे रोका। एबीवीपी के कार्यकर्ता इसके विरोध में इकट्ठा होकर स्कूल पहुंच गए और हंगामा शुरू कर दिया। सूचना पुलिस बल भी मौके पर पहुंचा। कार्यकर्ताओं ने स्कूल का गेट खोलने की कोशिश की और प्रदर्शन के दौरान प्रिंसिपल सिस्टर कैथरीन को बुलाने पर अड़े रहे। कुछ देर बाद प्रिंसिपल ने माफी मांगते हुए कहा कि उस दिन अंग्रेजी में बोलने का दिन था, इसलिए छात्र को रोका गया था। अगर किसी की भावनाओं को ठेस पहुंची हो, तो मैं माफी मांगती हूं। मैं सभी धर्मों का आदर करती हूँ। कार्यकर्ताओं की मांग थी कि स्कूल प्रबंधन पर एफआईआर की जाए, और श्लोक को रोज स्कूल की प्रेयर में पढ़ा जाए। साथ ही, प्रिंसिपल को स्कूल से निष्कासित किया जाए। इस दौरान करीब दो घंटे तक हंगामा चलता रहा। मौके पर जिला शिक्षा अधिकारी भी पहुंचे और उन्होंने आश्वासन देकर मामला शांत किया। कार्यकर्ता सक्षम दुबे की शिकायत पर कोतवाली में सिस्टर कैथरीन पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है।

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हंगामा करते एबीवीपी के कार्यकर्ता। – फोटो : अमर उजाला

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गुना जिले के वंदना कॉन्वेंट स्कूल में संस्कृत के श्लोक पढ़ने से रोकने पर जमकर हंगामा हुआ। घटना के बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने स्कूल के बाहर हंगामा कर दिया। पुलिस के साथ धक्का-मुक्की और नारेबाजी भी की गई। काफी हंगामे के बाद एबीवीपी कार्यकर्ताओं की शिकायत के बाद स्कूल की प्रिंसिपल के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।

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दरअसल, मॉर्निंग प्रेयर के दौरान छठवीं कक्षा के तीन छात्र संस्कृत का श्लोक पढ़ रहे थे। उसी दौरान एक टीचर ने उनसे माइक छीन लिया और डांटते हुए कहा कि यहां श्लोक नहीं पढ़ा जाएगा, किसी भी छात्र को हिंदी में बोलने की अनुमति नहीं दी जाएगी। टीचर ने कहा कि यहां केवल अंग्रेजी बोली जाएगी, इसके बाद छात्रों को हटा दिया गया।

छात्रों ने यह बात अपने परिजनों को नहीं बताई थी, लेकिन एक छात्र ने बातों ही बातों में अपने पिता को यह बात बता दी। इसके बाद मामला सामने आया और छात्र के पिता ने हिंदू संगठनों और एबीवीपी कार्यकर्ताओं को इसकी जानकारी दी। साथ ही जिला शिक्षा अधिकारी से भी शिकायत की गई।

जिला शिक्षा अधिकारी चंद्रशेखर सिसौदिया ने स्कूल की प्रिंसिपल को नोटिस जारी किया। जवाब में स्कूल मैनेजमेंट ने सफाई देते हुए कहा कि सुबह की असेंबली के दौरान चुने हुए छात्रों की स्पीच का क्रम हिंदी और इंग्लिश में होता है। उस दिन अंग्रेजी में स्पीच देना तय था, लेकिन छात्र ने स्पीच हिंदी में शुरू की थी, इसलिए टीचर ने उसे रोका।

एबीवीपी के कार्यकर्ता इसके विरोध में इकट्ठा होकर स्कूल पहुंच गए और हंगामा शुरू कर दिया। सूचना पुलिस बल भी मौके पर पहुंचा। कार्यकर्ताओं ने स्कूल का गेट खोलने की कोशिश की और प्रदर्शन के दौरान प्रिंसिपल सिस्टर कैथरीन को बुलाने पर अड़े रहे। कुछ देर बाद प्रिंसिपल ने माफी मांगते हुए कहा कि उस दिन अंग्रेजी में बोलने का दिन था, इसलिए छात्र को रोका गया था। अगर किसी की भावनाओं को ठेस पहुंची हो, तो मैं माफी मांगती हूं। मैं सभी धर्मों का आदर करती हूँ।

कार्यकर्ताओं की मांग थी कि स्कूल प्रबंधन पर एफआईआर की जाए, और श्लोक को रोज स्कूल की प्रेयर में पढ़ा जाए। साथ ही, प्रिंसिपल को स्कूल से निष्कासित किया जाए। इस दौरान करीब दो घंटे तक हंगामा चलता रहा। मौके पर जिला शिक्षा अधिकारी भी पहुंचे और उन्होंने आश्वासन देकर मामला शांत किया। कार्यकर्ता सक्षम दुबे की शिकायत पर कोतवाली में सिस्टर कैथरीन पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है।

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