dhirendra-shastri:-ज्ञानवापी-मसले-में-बागेश्वर-बाबा-की-एंट्री,-कहा-शिवमंदिर-है-ज्ञानवापी,-मस्जिद-कहना-बंद-करो
धीरेंद्र शास्त्री - फोटो : सोशल मीडिया विस्तार Follow Us बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा है कि उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मस्जिद नहीं है। यह भगवान शिव का मंदिर है। इसे मस्जिद कहना बंद करो। शास्त्री ने सोमवार को मीडिया से बातचीत में यह बात कही। उन्होंने कहा, जो राम का है, वह हमारा है। पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री छिंदवाड़ा के सिमरिया में रामकथा कर रहे थे। इसके मुख्य यजमान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के बेटे और छिंदवाड़ा से सांसद नकुलनाथ हैं। बता दें कि सिमरिया में रामकथा का आज आखिरी दिन रहा। दोपहर दो बजे से शुरू हुई कथा शाम पांच बजे तक चली। महाभंडारे के साथ कथा का समापन हो गया। इससे पहले दो दिन पांच और छह अगस्त को कथा शाम चार बजे से सात बजे तक चल रही थी। रविवार को लगे दिव्य दरबार में जज को बताए उपाय धीरेंद्र शास्त्री ने रविवार को दिव्य दरबार लगाया। उन्होंने छिंदवाड़ा से स्थानांतरित होकर विदिशा गए एक जज को बुलाया। जज का जो कहना था, उन्होंने पहले ही पर्चे पर लिख लिया था। बाद में उनके बेटे से संबंधित समस्या को हल करने के कुछ उपाय उन्हें बताएं। ज्ञानवापी तेज हुई बयानबाजी उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मस्जिद में एएसआई सर्वे चल रहा है। सर्वे में टीम को हिंदू चिन्ह जैसे मूर्ति, त्रिशूल और कलश मिलने का दावा किया गया है, लेकिन फाइनल रिपोर्ट आने से पहले साधु-संतों के बीच बयानबाजी का दौर तेज हो गया है। मामले में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बयान आया है। संतों ने सबूतों के आधार पर ज्ञानवापी मस्जिद को अभी से मंदिर बताना शुरू कर दिया।

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धीरेंद्र शास्त्री – फोटो : सोशल मीडिया

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बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा है कि उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मस्जिद नहीं है। यह भगवान शिव का मंदिर है। इसे मस्जिद कहना बंद करो। शास्त्री ने सोमवार को मीडिया से बातचीत में यह बात कही। उन्होंने कहा, जो राम का है, वह हमारा है। पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री छिंदवाड़ा के सिमरिया में रामकथा कर रहे थे। इसके मुख्य यजमान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के बेटे और छिंदवाड़ा से सांसद नकुलनाथ हैं।

बता दें कि सिमरिया में रामकथा का आज आखिरी दिन रहा। दोपहर दो बजे से शुरू हुई कथा शाम पांच बजे तक चली। महाभंडारे के साथ कथा का समापन हो गया। इससे पहले दो दिन पांच और छह अगस्त को कथा शाम चार बजे से सात बजे तक चल रही थी।

रविवार को लगे दिव्य दरबार में जज को बताए उपाय
धीरेंद्र शास्त्री ने रविवार को दिव्य दरबार लगाया। उन्होंने छिंदवाड़ा से स्थानांतरित होकर विदिशा गए एक जज को बुलाया। जज का जो कहना था, उन्होंने पहले ही पर्चे पर लिख लिया था। बाद में उनके बेटे से संबंधित समस्या को हल करने के कुछ उपाय उन्हें बताएं।

ज्ञानवापी तेज हुई बयानबाजी
उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मस्जिद में एएसआई सर्वे चल रहा है। सर्वे में टीम को हिंदू चिन्ह जैसे मूर्ति, त्रिशूल और कलश मिलने का दावा किया गया है, लेकिन फाइनल रिपोर्ट आने से पहले साधु-संतों के बीच बयानबाजी का दौर तेज हो गया है। मामले में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बयान आया है। संतों ने सबूतों के आधार पर ज्ञानवापी मस्जिद को अभी से मंदिर बताना शुरू कर दिया।

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