धार में छात्राओं ने कई घंटों तक प्रदर्शन किया । – फोटो : सोशल मीडिया
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मध्यप्रदेश के धार जिले में छात्रावास की छात्राओं ने प्रिंसिपल का विरोध करते हुए प्रदर्शन कर दिया। घंटों नारेबाजी के बाद आखिरकार प्राचार्य को हटा दिया गया है। छात्राएं शिकायत के बाद भी कार्रवाईन नहीं होने से नाराज थीं।
जानकारी के अनुसार मामला धार जिले की कुक्षी तहसील अंतर्गत आने वाले कन्या परिसर का है। यहां की कक्षा 6 से 12 तक की सैकड़ों छात्राएं बुधवार को विद्यालय छात्रावास परिसर ग्राउंड में प्रदर्शन कर रही थीं। छात्राओं ने प्रिंसिपल पर लापरवाही, अव्यवस्था व बार-बार धमकाने सहित गंभीर आरोप लगाए हैं। छात्राएं धरना-प्रदर्शन कर वी वांट जस्टिस के नारे लगा रही थीं। कलेक्टर को बुलाने की मागं पर अड़ी थीं। इस दौरान सभी छात्राओं ने सुबह से खाना नहीं खाया।
धमका रहे प्राचार्य
छात्राओं का आरोप है कि आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त शनिवार शाम को निरीक्षण के लिए शाम को 7 बजे आए थे। उन्हें प्रिंसिपल की मनमानी और प्रताड़ना की सूचना दी गई थी। छात्राओं ने प्राचार्या पर जातिवाद का भेदभाव, एक्स्ट्रा क्लास नहीं लगाने, खाना मीनू के अनुसार नहीं देने की शिकायत की थी। छात्राओं ने कहा है कि प्राचार्य से जब इस बारे में बात की जाती है तो दबाव बना कर धमकियां देते हैं। वे स्कूल हॉस्टल से निकलने की बात करते हैं।
विधायक भी प्रदर्शन में हुए शामिल
इस शिकायत के बाद प्राचार्य ने जमकर धमकाया और टीसी हाथ में देने की धमकी दी जा रही है। साथ ही पेरेंट्स को भी धमकाया जा रहा है। इन शिकायतों के बावजूद जिला मुख्यालय से कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसी के विरोध में छात्राएं धरने पर बैठ गईं। घटना की सूचना के बाद क्षेत्रीय एसडीएम भी मौके पर पहुंचे जिस पर छात्राओं ने उनसे बात नहीं कि व कलेक्टर को बुलाने की मांग करते रहीं। कुक्षी के कांग्रेसी विधायक सुरेंद्र सिंह बघेल भी मौके पर पहुंचे और प्रदेश सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाते प्रशासनिक कर्मचारी पर कार्रवाई की मांग करते दिखे। हालांकि दोपहर में प्राचार्य पर कार्रवाई हुई और उन्हें हटा दिया गया है।
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