delhi:-वारदात-की-जानकारी-छिपाने-के-मामले-में-मयूर-विहार-थाना-प्रभारी-लाइन-हाजिर,-मॉल-के-भीतर-चली-थी-गोली
सांकेतिक तस्वीर - फोटो : ANI विस्तार Follow Us पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार स्थित स्टार सिटी मॉल के भीतर द डेविल क्लब में गोली चलने की वारदात के मामले में मयूर विहार थाना प्रभारी पर गाज गिरी है। वारदात की जानकारी छिपाने के मामले में मयूर विहार थाना प्रभारी नरेंद्र चौहान को लाइन हाजिर कर दिया गया। मामले की जांच के भी आदेश दिए गए हैं। इसके अलावा वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने क्लब का लाइसेंस भी रद्द करने के लिए लाइसेंसिंग विभाग को कहा है। क्लब में गोली चलने के बाद पुलिस पर सवाल खड़े हुए थे। वारदात के तीन दिन बाद भी पुलिस ने मामले में अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है। इसको लेकर भी वरिष्ठ अधिकारियों में नाराजगी थी। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सोमवार देर रात को शुएब, फराज और फैजल नामक तीन युवक क्लब में गए थे। वहां इन लोगों ने शराब पीने के बाद डांस करना शुरू कर दिया। इस दौरान इनकी एक युवती से बहस हुई। बात बढ़ी तो क्लब के बाउंसर ने बीच-बचाव कराने का प्रयास किया। तीनों बदतमीजी करने लगे तो उनको क्लब से बाहर कर दिया गया। इन लोगों ने बाद में क्लब में तोड़फोड़ कर दी। क्लब के बाउंसर से इनका झगड़ा हुआ। बाद में बाउंसर ने शुएब नामक युवक की कमर में भागते समय गोली मार दी। सूत्रों के मुताबिक इस घटना की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों से छिपाई गई। इससे नाराज वरिष्ठ अधिकारियों ने थाना प्रभारी को लाइन हाजिर किया। सूत्रों का कहना है कि क्लब संचालक की थाने के कई पुलिस अधिकारियों से नजदीकियां थीं। इसी वजह से जानकारी छिपाने का प्रयास किया गया। मामले की जांच की जा रही है।

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पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार स्थित स्टार सिटी मॉल के भीतर द डेविल क्लब में गोली चलने की वारदात के मामले में मयूर विहार थाना प्रभारी पर गाज गिरी है। वारदात की जानकारी छिपाने के मामले में मयूर विहार थाना प्रभारी नरेंद्र चौहान को लाइन हाजिर कर दिया गया। मामले की जांच के भी आदेश दिए गए हैं। इसके अलावा वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने क्लब का लाइसेंस भी रद्द करने के लिए लाइसेंसिंग विभाग को कहा है। क्लब में गोली चलने के बाद पुलिस पर सवाल खड़े हुए थे। वारदात के तीन दिन बाद भी पुलिस ने मामले में अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं किया है। इसको लेकर भी वरिष्ठ अधिकारियों में नाराजगी थी।

वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सोमवार देर रात को शुएब, फराज और फैजल नामक तीन युवक क्लब में गए थे। वहां इन लोगों ने शराब पीने के बाद डांस करना शुरू कर दिया। इस दौरान इनकी एक युवती से बहस हुई। बात बढ़ी तो क्लब के बाउंसर ने बीच-बचाव कराने का प्रयास किया। तीनों बदतमीजी करने लगे तो उनको क्लब से बाहर कर दिया गया। इन लोगों ने बाद में क्लब में तोड़फोड़ कर दी।

क्लब के बाउंसर से इनका झगड़ा हुआ। बाद में बाउंसर ने शुएब नामक युवक की कमर में भागते समय गोली मार दी। सूत्रों के मुताबिक इस घटना की जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों से छिपाई गई। इससे नाराज वरिष्ठ अधिकारियों ने थाना प्रभारी को लाइन हाजिर किया। सूत्रों का कहना है कि क्लब संचालक की थाने के कई पुलिस अधिकारियों से नजदीकियां थीं। इसी वजह से जानकारी छिपाने का प्रयास किया गया। मामले की जांच की जा रही है।