damoh-news:-पुलिया-से-बहे-भतीजे-का-22-घंटे-बाद-मिला-शव,-चाची-सुरक्षित,-बाइक-से-जा-रहा-था-युवक
22 घंटे बाद मिला शव - फोटो : अमर उजाला विस्तार Follow Us दमोह में पथरिया थाना के सेमरा छक्का गांव निवासी युवक जो सोमवार शाम उफनती पुलिया से बह गया था, उसका शव मंगलवार को सुनार नदी के पास झाड़ियों में फंसा मिला। सोमवार शाम करीब पांच बजे युवक वीरेंद्र काछी अपनी चाची आंगनवाड़ी कार्यकर्ता रजनी पटेल को पथरिया से लेकर वापस गांव जा रहा था। छिरका बकैनी मार्ग पर बनी एक पुलिया  बारिश के कारण उफान पर थी। बता दें कि भतीजे ने उसी पुलिया से अपनी बाइक निकालने का प्रयास किया, लेकिन पानी के तेज बहाव में दोनों बह गए। कुछ दूर जाकर महिला रजनी ने एक पेड़ की डाली को पकड़ लिया, जिसे स्थानीय लोगों की मदद से बचा लिया गया। वहीं, वीरेंद्र उसी समय से लापता था जिसकी तलाश एसडीआरएफ की टीम कर रही थी। जेरठ चौकी प्रभारी गणेश दुबे ने बताया कि रात में भी युवक की खोजबीन की गई। सुबह से दोपहर तक भी लगातार उसे खोजने का प्रयास किया गया। लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। लेकिन दोपहर तीन बजे सुनार नदी के पास झाड़ियों के बीच युवक का शव मिला है। पोस्टमॉर्टम के लिए शव पथरिया भेजा गया है। उन्होंने बताया कि वीरेंद्र की चाची आंगनवाड़ी कार्यकर्ता है, जो सोमवार को पथरिया में मीटिंग में शामिल होने गई थी। वहां से युवक उन्हें लेकर शाम करीब पांच बजे वापस घर जा रहा था, तभी यह हादसा हो गया। एसडीआरएफ प्रमुख प्राची दुबे ने बताया कि सोमवार को भी रेस्क्यू किया गया था, लेकिन रात हो गई थी और मंगलवार को दोबारा नदी में नाव के माध्यम से युवक की खोज की गई तो उसका शव बरामद हो गया।

You can share this post!

Related News

Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

22 घंटे बाद मिला शव – फोटो : अमर उजाला

विस्तार Follow Us

दमोह में पथरिया थाना के सेमरा छक्का गांव निवासी युवक जो सोमवार शाम उफनती पुलिया से बह गया था, उसका शव मंगलवार को सुनार नदी के पास झाड़ियों में फंसा मिला। सोमवार शाम करीब पांच बजे युवक वीरेंद्र काछी अपनी चाची आंगनवाड़ी कार्यकर्ता रजनी पटेल को पथरिया से लेकर वापस गांव जा रहा था। छिरका बकैनी मार्ग पर बनी एक पुलिया  बारिश के कारण उफान पर थी।

बता दें कि भतीजे ने उसी पुलिया से अपनी बाइक निकालने का प्रयास किया, लेकिन पानी के तेज बहाव में दोनों बह गए। कुछ दूर जाकर महिला रजनी ने एक पेड़ की डाली को पकड़ लिया, जिसे स्थानीय लोगों की मदद से बचा लिया गया। वहीं, वीरेंद्र उसी समय से लापता था जिसकी तलाश एसडीआरएफ की टीम कर रही थी।

जेरठ चौकी प्रभारी गणेश दुबे ने बताया कि रात में भी युवक की खोजबीन की गई। सुबह से दोपहर तक भी लगातार उसे खोजने का प्रयास किया गया। लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। लेकिन दोपहर तीन बजे सुनार नदी के पास झाड़ियों के बीच युवक का शव मिला है। पोस्टमॉर्टम के लिए शव पथरिया भेजा गया है।

उन्होंने बताया कि वीरेंद्र की चाची आंगनवाड़ी कार्यकर्ता है, जो सोमवार को पथरिया में मीटिंग में शामिल होने गई थी। वहां से युवक उन्हें लेकर शाम करीब पांच बजे वापस घर जा रहा था, तभी यह हादसा हो गया। एसडीआरएफ प्रमुख प्राची दुबे ने बताया कि सोमवार को भी रेस्क्यू किया गया था, लेकिन रात हो गई थी और मंगलवार को दोबारा नदी में नाव के माध्यम से युवक की खोज की गई तो उसका शव बरामद हो गया।

Posted in MP