damoh-news:-तिहरे-हत्याकांड-के-तीन-आरोपी-गिरफ्तार,-जिस-रिश्तेदार-ने-सुलह-के-लिए-बुलाया-वह-भी-बना-आरोपी
मामले का खुलासा करते एसपी विस्तार Follow Us दमोह जिले के देहात थाना बांसा तारखेडा गांव में हुए तिहरे हत्याकांड के तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एक आरोपी अभी भी फरार है। सोमवार सुबह हुए इस हत्याकांड में विश्वकर्मा परिवार के होमगार्ड सैनिक, उसके बेटे और भतीजे की आरोपियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्या को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार हो गए थे। उन्हें मंगलवार रात तेजगढ़ क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है। दमोह एसपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने बुधवार को मामले का खुलासा किया। उन्होंने कहा कि इस हत्याकांड से पहले दोनों पक्षों के बीच सुलह कराने की पहल करने वाले राजेंद्र विश्वकर्मा को भी पुलिस ने आरोपी बनाया है। तीन आरोपी पुलिस गिरफ्त में आ चुके हैं। एसपी का कहना है कि पूछताछ चल रही है। कुछ और जानकारी सामने आएगी। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में राजा विश्वकर्मा, गोलू विश्वकर्मा, राजेंद्र विश्वकर्मा शामिल हैं। सजल विश्वकर्मा अभी फरार है। आरोपियों को न्यायालय में पेश करने के बाद उन्हें रिमांड पर लिया जाएगा। हत्या में उपयोग किए गए हथियार और बाइक के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।  राजीनामा कराने वाले को बनाया आरोपी एसपी सोमवंशी ने बताया कि हत्याकांड को अंजाम देने से पहले आरोपियों ने राजेंद्र विश्वकर्मा के बेटे को फोन लगाकर धमकी दी थी। दोनों पक्षों में सुलह के लिए राजेंद्र ने होमगार्ड सैनिक रमेश को घर बुलाया था। आरोपी विकास विश्वकर्मा और उमेश विश्वकर्मा की सड़क पर गोली मारकर हत्या कर चुके थे। जब आरोपी राजेंद्र के घर पहुंचे तो वहां उन्हें रमेश मिल गया। उन्होंने उस पर कई गोलियां चलाई। गोलियां खत्म हुई, तो राजेंद्र के घर में रखी तलवार से रमेश की गर्दन काट दी। रमेश की मौत की पुष्टि करने के बाद ही आरोपी वहां से भागे। पीड़ित पक्ष ने राजेंद्र पर षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया है। उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। ग्रामीणों के बयान लिए जा रहे हैं, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि इस हत्याकांड में राजेंद्र की क्या भूमिका है। आरोपियों ने रातभर शराब पी, सुबह दिया घटना को अंजाम आरोपी राजा विश्वकर्मा, गोलू विश्वकर्मा ने बताया कि एक माह पहले उनके बीच विवाद हुआ था। उसके बाद से तनाव चल रहा था। दोनों ही पक्ष एक-दूसरे को देखकर गाली-गलौज करते थे। आरोपियों ने कहा कि हम परेशान हो चुके थे। हमने सोचा कि अब इनकी हत्या की जाए। रविवार रात राजा, गोलू और सजल ने शराब पी। गांव में ही घूमते रहे। सुबह फिर शराब पी। उसके बाद सबसे पहले गोली मारकर विक्की और उमेश की हत्या कर दी। उन्हें पहले से मालूम था कि दोनों सुबह ट्यूशन के लिए निकलते हैं। आरोपियों ने हत्या करने के लिए 24 राउंड फायर किए। उनके पास दो पिस्तौल थी। फिर आरोपी रमेश के घर पहुंचे और वहां भी फायर किए। इन सवालों के जवाब मिलना बाकी तीन आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इसके बाद भी पुलिस के पास अभी हत्याकांड से जुड़े कई सवालों के जवाब नहीं है। सबसे प्रमुख है- हत्या में उपयोग किए गए आधुनिक हथियार आरोपियों के पास कहां से आए? किसकी बाइक लेकर हत्या करने पहुंचे थे? रात में किन लोगों के साथ बैठकर आरोपियों ने शराब पी थी? सुबह घटना को अंजाम देने के पहले किसके साथ शराब पी थी? हत्या को अंजाम देने के बाद आरोपी सबसे पहले कहां गए? किससे मिले और किसने उन्हें भागने में मदद की? हत्या में उपयोग किए गए हथियार कहां है? आरोपियों के पास से अब तक हथियार नहीं मिले हैं। हत्या में उपयोग की गई बाइक किसके नाम पर है, और बाइक कहां है? एसपी सोमवंशी का कहना है कि इन सभी सवालों के जवाब फिलहाल उनके पास नहीं है। आरोपियों से लगातार पूछताछ की जा रही है, ताकि सभी सवालों के जवाब स्पष्ट हो सके। यदि सबूत मिलेंगे तो आरोपियों की सूची में और नाम जोड़े जा सकते हैं। 

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मामले का खुलासा करते एसपी

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दमोह जिले के देहात थाना बांसा तारखेडा गांव में हुए तिहरे हत्याकांड के तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। एक आरोपी अभी भी फरार है। सोमवार सुबह हुए इस हत्याकांड में विश्वकर्मा परिवार के होमगार्ड सैनिक, उसके बेटे और भतीजे की आरोपियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्या को अंजाम देने के बाद आरोपी फरार हो गए थे। उन्हें मंगलवार रात तेजगढ़ क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है।

दमोह एसपी श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने बुधवार को मामले का खुलासा किया। उन्होंने कहा कि इस हत्याकांड से पहले दोनों पक्षों के बीच सुलह कराने की पहल करने वाले राजेंद्र विश्वकर्मा को भी पुलिस ने आरोपी बनाया है। तीन आरोपी पुलिस गिरफ्त में आ चुके हैं। एसपी का कहना है कि पूछताछ चल रही है। कुछ और जानकारी सामने आएगी। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में राजा विश्वकर्मा, गोलू विश्वकर्मा, राजेंद्र विश्वकर्मा शामिल हैं। सजल विश्वकर्मा अभी फरार है। आरोपियों को न्यायालय में पेश करने के बाद उन्हें रिमांड पर लिया जाएगा। हत्या में उपयोग किए गए हथियार और बाइक के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। 

राजीनामा कराने वाले को बनाया आरोपी
एसपी सोमवंशी ने बताया कि हत्याकांड को अंजाम देने से पहले आरोपियों ने राजेंद्र विश्वकर्मा के बेटे को फोन लगाकर धमकी दी थी। दोनों पक्षों में सुलह के लिए राजेंद्र ने होमगार्ड सैनिक रमेश को घर बुलाया था। आरोपी विकास विश्वकर्मा और उमेश विश्वकर्मा की सड़क पर गोली मारकर हत्या कर चुके थे। जब आरोपी राजेंद्र के घर पहुंचे तो वहां उन्हें रमेश मिल गया। उन्होंने उस पर कई गोलियां चलाई। गोलियां खत्म हुई, तो राजेंद्र के घर में रखी तलवार से रमेश की गर्दन काट दी। रमेश की मौत की पुष्टि करने के बाद ही आरोपी वहां से भागे। पीड़ित पक्ष ने राजेंद्र पर षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया है। उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। ग्रामीणों के बयान लिए जा रहे हैं, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि इस हत्याकांड में राजेंद्र की क्या भूमिका है।

आरोपियों ने रातभर शराब पी, सुबह दिया घटना को अंजाम
आरोपी राजा विश्वकर्मा, गोलू विश्वकर्मा ने बताया कि एक माह पहले उनके बीच विवाद हुआ था। उसके बाद से तनाव चल रहा था। दोनों ही पक्ष एक-दूसरे को देखकर गाली-गलौज करते थे। आरोपियों ने कहा कि हम परेशान हो चुके थे। हमने सोचा कि अब इनकी हत्या की जाए। रविवार रात राजा, गोलू और सजल ने शराब पी। गांव में ही घूमते रहे। सुबह फिर शराब पी। उसके बाद सबसे पहले गोली मारकर विक्की और उमेश की हत्या कर दी। उन्हें पहले से मालूम था कि दोनों सुबह ट्यूशन के लिए निकलते हैं। आरोपियों ने हत्या करने के लिए 24 राउंड फायर किए। उनके पास दो पिस्तौल थी। फिर आरोपी रमेश के घर पहुंचे और वहां भी फायर किए।

इन सवालों के जवाब मिलना बाकी
तीन आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। इसके बाद भी पुलिस के पास अभी हत्याकांड से जुड़े कई सवालों के जवाब नहीं है। सबसे प्रमुख है- हत्या में उपयोग किए गए आधुनिक हथियार आरोपियों के पास कहां से आए? किसकी बाइक लेकर हत्या करने पहुंचे थे? रात में किन लोगों के साथ बैठकर आरोपियों ने शराब पी थी? सुबह घटना को अंजाम देने के पहले किसके साथ शराब पी थी? हत्या को अंजाम देने के बाद आरोपी सबसे पहले कहां गए? किससे मिले और किसने उन्हें भागने में मदद की? हत्या में उपयोग किए गए हथियार कहां है? आरोपियों के पास से अब तक हथियार नहीं मिले हैं। हत्या में उपयोग की गई बाइक किसके नाम पर है, और बाइक कहां है? एसपी सोमवंशी का कहना है कि इन सभी सवालों के जवाब फिलहाल उनके पास नहीं है। आरोपियों से लगातार पूछताछ की जा रही है, ताकि सभी सवालों के जवाब स्पष्ट हो सके। यदि सबूत मिलेंगे तो आरोपियों की सूची में और नाम जोड़े जा सकते हैं। 

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