damoh:-प्रैक्टिकल-न-होने-से-गुस्साए-छात्रों-का-कॉलेज-में-हंगामा,-कहा-प्रबंधन-ने-छात्रों-को-किया-गुमराह
तहसीलदार को ज्ञापन सौंपते छात्र - फोटो : अमर उजाला विस्तार Follow Us दमोह के पथरिया में संचालित शासकीय कॉलेज में शनिवार को छात्रों ने हंगामा किया। बीए, बीएससी और बीकॉम में वोकेशनल विषय जैविक खेती और औषधीय पौधों के विषय से जुड़े छात्रों ने प्रैक्टिकल न कराने को लेकर यह हंगामा किया गया। कॉलेज की प्राचार्य संध्या पिंपलापुरे ने छात्रों की बात सुनने से मना कर दिया, जिससे छात्र उग्र हो गए और हंगामा करने लगे। बाद में तहसीलदार दीपा चतुर्वेदी को सूचना दी गई तो वह मौके पर पहुंची, जिन्हें छात्रों ने अपना ज्ञापन सौंपा। छात्रों का कहना है कि व्हाट्सएप पर उन्हें परीक्षाओं की सूचना दी जाती है। जैविक खेती विषय का प्रैक्टिकल बिना जानकारी के 14 मई को कर दिया गया। जब छात्रों ने इसका विरोध किया तो कॉलेज प्रबंधन ने 16 मई को व्हाट्सएप पर एक सूचना दी कि 18 मई को प्रैक्टिकल किए जाएंगे। जब छात्र 18 को कॉलेज पहुंचे तो वहां कोई प्रैक्टिकल नहीं था। छात्रों का आरोप है कि अब कॉलेज प्रबंधन और प्राचार्य उनसे 1500, 2000 रुपये मांग रहे हैं। ज्ञापन लेने पहुंची तहसीलदार ने बताया कि छात्रों के द्वारा कॉलेज प्रबंधन पर आरोप लगाए गए हैं। मामले की जांच की जाएगी और कॉलेज प्रबंधन से बात भी की जाएगी। इसके बाद संपूर्ण जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को प्रेषित कर देंगे, ताकि नियम अनुसार कार्रवाई हो सके।

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तहसीलदार को ज्ञापन सौंपते छात्र – फोटो : अमर उजाला

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दमोह के पथरिया में संचालित शासकीय कॉलेज में शनिवार को छात्रों ने हंगामा किया। बीए, बीएससी और बीकॉम में वोकेशनल विषय जैविक खेती और औषधीय पौधों के विषय से जुड़े छात्रों ने प्रैक्टिकल न कराने को लेकर यह हंगामा किया गया। कॉलेज की प्राचार्य संध्या पिंपलापुरे ने छात्रों की बात सुनने से मना कर दिया, जिससे छात्र उग्र हो गए और हंगामा करने लगे। बाद में तहसीलदार दीपा चतुर्वेदी को सूचना दी गई तो वह मौके पर पहुंची, जिन्हें छात्रों ने अपना ज्ञापन सौंपा।

छात्रों का कहना है कि व्हाट्सएप पर उन्हें परीक्षाओं की सूचना दी जाती है। जैविक खेती विषय का प्रैक्टिकल बिना जानकारी के 14 मई को कर दिया गया। जब छात्रों ने इसका विरोध किया तो कॉलेज प्रबंधन ने 16 मई को व्हाट्सएप पर एक सूचना दी कि 18 मई को प्रैक्टिकल किए जाएंगे। जब छात्र 18 को कॉलेज पहुंचे तो वहां कोई प्रैक्टिकल नहीं था।

छात्रों का आरोप है कि अब कॉलेज प्रबंधन और प्राचार्य उनसे 1500, 2000 रुपये मांग रहे हैं। ज्ञापन लेने पहुंची तहसीलदार ने बताया कि छात्रों के द्वारा कॉलेज प्रबंधन पर आरोप लगाए गए हैं। मामले की जांच की जाएगी और कॉलेज प्रबंधन से बात भी की जाएगी। इसके बाद संपूर्ण जानकारी वरिष्ठ अधिकारियों को प्रेषित कर देंगे, ताकि नियम अनुसार कार्रवाई हो सके।

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