chhatarpur-news:-छतरपुर-में-हिंसा-के-आरोपी-पूर्व-सदर-के-बंगले-पर-चला-बुलडोजर,-150-के-खिलाफ-केस-दर्ज
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, छतरपुर Published by: रवींद्र भजनी Updated Thu, 22 Aug 2024 04: 06 PM IST मध्य प्रदेश के छतरपुर में मोहम्मद पैगंबर साहब पर टिप्पणी को लेकर ज्ञापन देने पहुंची भीड़ ने बुधवार को हिंसा कर दी थी। थाने पर पथराव में थाना प्रभारी समेत तीन पुलिसकर्मी घायल हुए थे। इस मामले को पुलिस-प्रशासन ने सख्ती से लिया और बुलडोजर की कार्रवाई की। हिंसा के आरोपी पूर्व सदर शहजाद हाजी के आलीशान बंगले पर बुलडोजर चला है। आरोप है कि थाने पर पथराव कर रही भीड़ का नेतृत्व पूर्व सदर ही कर रहा था। पुलिस ने इस मामले में 46 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट की है। साथ ही 150 अज्ञात लोगों को भी आरोपी बनाया है।  कोतवाली थाने में बुधवार को ज्ञापन देने पहुंची भीड़ ने थाने पर पथराव कर दिया था। इस मामले में टीआई के साथ ही एडिशनल एसपी और एसपी पर भी पत्थर चले थे। थाने में रखे पुलिस वाहन और जब्ती वाहनों को भी क्षति पहुंची थी। घटना के समय छतरपुर एडीएम, एसडीएम और सीएसपी भी थाने में मौजूद थे। घटना के बाद शहर में प्रशासन अलर्ट मोड पर था। देर रात को पुलिस प्रशासन ने निकाला फ्लैग मार्च निकाला था। डीआईजी, कलेक्टर और एसपी भी सड़कों पर उतरे थे।  कोतवाली थाने में पथराव के मामले में आरोपी शहजाद हाजी, पूर्व सदर अंजुमन इस्लामिया कमेटी, के नए मोहल्ला स्थित मकान पर गुरुवार को बुलडोजर चला और अवैध हिस्से को गिराया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद  थे। छतरपुर के एसपी अगम जैन ने कहा कि इस पूरी घटना का नेतृत्व करने वाले चार आरोपियों की संपत्ति पर कार्रवाई की जाएगी। गुरुवार सुबह से हाजी शहजाद अली के भवन के अवैध हिस्से को ढहाया गया। अभी तीन और आरोपियों की संपत्ति पर कार्रवाई होगी। अन्य नामजद आरोपियों की तलाश की जा रही है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।    Trending Videos मामला बुधवार का है। छतरपुर की अंजुमन इस्लामिया कमेटी के सदर के नेतृत्व में तमाम मुस्लिम समुदाय के लोग सिटी कोतवाली थाना पहुंचे थे। वहां महाराष्ट्र के अहमदनगर में रामगिरी महाराज की पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी का विरोध किया और ज्ञापन सौंपा जाा था। मुस्लिम समुदाय कार्रवाई एवं तत्काल गिरफ्तारी की मांग कर रहा था। आवेदन में लिखा था कि अहमदनगर में 15 अगस्त को रामगिरि महाराज ने पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब की शान में आपत्तिजनक टिप्पणी की है। उनकी पत्नी के विरुद्ध आपत्तिजनक एवं अपमानजनक शब्दों का प्रयोग कर हमारी धार्मिक भावनाओं को आहत किया है।   रामगिरी महाराज का भाषण फेसबुक पर छतरपुर के मोहम्मद इरफान एवं मोहम्मद अरशद ने देखा व सुना है। इससे उसकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। आवेदन में रामगिरि महाराज के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता की धारा 196 197(1 ) 299 ,353 (2)  एवं 152 के तहत घोर अपराध बताते हुए तत्काल गिरफ्तारी किए जाने की बात कही गई। साथ ही यह चेतावनी भी लिखी थी कि ऐसा न किए जाने पर महाराष्ट्र सहित मध्य प्रदेश में भी शांति भंग की आशंका है। बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोगों ने कोतवाली थाने पहुंचकर घेराव किया। फिर भीड़ अचानक हिंसक हो गई। कुछ लोगों ने कोतवाली थाने और पुलिसकर्मियों पर पथराव किया। घटना में कोतवाली थाना प्रभारी अरविंद कुजूर सहित तीन पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। थाने के वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। सीएम ने दिए थे निर्देश मामला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुधवार रात को कहा कि छतरपुर जिले में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना जिसमें कुछ पुलिसकर्मियों के घायल होने की सूचना मिलने पर तुरंत उच्च अधिकारियों से घटना की जानकारी ली और जवानों के समुचित इलाज के निर्देश दिए। मध्यप्रदेश 'शांति का प्रदेश' है, कोई भी सुनियोजित तरीके से कानून को हाथ में ले यह बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मैंने पुलिस के उच्च अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि दोषियों की जल्द पहचान कर कठोर कार्यवाही की जाए जिससे भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो। प्रदेश में शांति और सौहार्द बना रहे यही हमारी प्राथमिकता है।  

You can share this post!

Related News

Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, छतरपुर Published by: रवींद्र भजनी Updated Thu, 22 Aug 2024 04: 06 PM IST

मध्य प्रदेश के छतरपुर में मोहम्मद पैगंबर साहब पर टिप्पणी को लेकर ज्ञापन देने पहुंची भीड़ ने बुधवार को हिंसा कर दी थी। थाने पर पथराव में थाना प्रभारी समेत तीन पुलिसकर्मी घायल हुए थे। इस मामले को पुलिस-प्रशासन ने सख्ती से लिया और बुलडोजर की कार्रवाई की। हिंसा के आरोपी पूर्व सदर शहजाद हाजी के आलीशान बंगले पर बुलडोजर चला है। आरोप है कि थाने पर पथराव कर रही भीड़ का नेतृत्व पूर्व सदर ही कर रहा था। पुलिस ने इस मामले में 46 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट की है। साथ ही 150 अज्ञात लोगों को भी आरोपी बनाया है। 

कोतवाली थाने में बुधवार को ज्ञापन देने पहुंची भीड़ ने थाने पर पथराव कर दिया था। इस मामले में टीआई के साथ ही एडिशनल एसपी और एसपी पर भी पत्थर चले थे। थाने में रखे पुलिस वाहन और जब्ती वाहनों को भी क्षति पहुंची थी। घटना के समय छतरपुर एडीएम, एसडीएम और सीएसपी भी थाने में मौजूद थे। घटना के बाद शहर में प्रशासन अलर्ट मोड पर था। देर रात को पुलिस प्रशासन ने निकाला फ्लैग मार्च निकाला था। डीआईजी, कलेक्टर और एसपी भी सड़कों पर उतरे थे। 

कोतवाली थाने में पथराव के मामले में आरोपी शहजाद हाजी, पूर्व सदर अंजुमन इस्लामिया कमेटी, के नए मोहल्ला स्थित मकान पर गुरुवार को बुलडोजर चला और अवैध हिस्से को गिराया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद  थे। छतरपुर के एसपी अगम जैन ने कहा कि इस पूरी घटना का नेतृत्व करने वाले चार आरोपियों की संपत्ति पर कार्रवाई की जाएगी। गुरुवार सुबह से हाजी शहजाद अली के भवन के अवैध हिस्से को ढहाया गया। अभी तीन और आरोपियों की संपत्ति पर कार्रवाई होगी। अन्य नामजद आरोपियों की तलाश की जा रही है। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा।   

Trending Videos

मामला बुधवार का है। छतरपुर की अंजुमन इस्लामिया कमेटी के सदर के नेतृत्व में तमाम मुस्लिम समुदाय के लोग सिटी कोतवाली थाना पहुंचे थे। वहां महाराष्ट्र के अहमदनगर में रामगिरी महाराज की पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी का विरोध किया और ज्ञापन सौंपा जाा था। मुस्लिम समुदाय कार्रवाई एवं तत्काल गिरफ्तारी की मांग कर रहा था। आवेदन में लिखा था कि अहमदनगर में 15 अगस्त को रामगिरि महाराज ने पैगंबर हजरत मोहम्मद साहब की शान में आपत्तिजनक टिप्पणी की है। उनकी पत्नी के विरुद्ध आपत्तिजनक एवं अपमानजनक शब्दों का प्रयोग कर हमारी धार्मिक भावनाओं को आहत किया है।
 

रामगिरी महाराज का भाषण फेसबुक पर छतरपुर के मोहम्मद इरफान एवं मोहम्मद अरशद ने देखा व सुना है। इससे उसकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। आवेदन में रामगिरि महाराज के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता की धारा 196 197(1 ) 299 ,353 (2)  एवं 152 के तहत घोर अपराध बताते हुए तत्काल गिरफ्तारी किए जाने की बात कही गई। साथ ही यह चेतावनी भी लिखी थी कि ऐसा न किए जाने पर महाराष्ट्र सहित मध्य प्रदेश में भी शांति भंग की आशंका है। बड़ी संख्या में मुस्लिम समाज के लोगों ने कोतवाली थाने पहुंचकर घेराव किया। फिर भीड़ अचानक हिंसक हो गई। कुछ लोगों ने कोतवाली थाने और पुलिसकर्मियों पर पथराव किया। घटना में कोतवाली थाना प्रभारी अरविंद कुजूर सहित तीन पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। थाने के वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए हैं।

सीएम ने दिए थे निर्देश
मामला सामने आने के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुधवार रात को कहा कि छतरपुर जिले में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना जिसमें कुछ पुलिसकर्मियों के घायल होने की सूचना मिलने पर तुरंत उच्च अधिकारियों से घटना की जानकारी ली और जवानों के समुचित इलाज के निर्देश दिए। मध्यप्रदेश ‘शांति का प्रदेश’ है, कोई भी सुनियोजित तरीके से कानून को हाथ में ले यह बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मैंने पुलिस के उच्च अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि दोषियों की जल्द पहचान कर कठोर कार्यवाही की जाए जिससे भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो। प्रदेश में शांति और सौहार्द बना रहे यही हमारी प्राथमिकता है।
 

Posted in MP