शहर काजी ने सौंपा ज्ञापन। – फोटो : अमर उजाला
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कब्जाधारियों, प्रशासन और सियासी लोगों के बीच चल रही गुत्थमगुत्था के बाद अब वक्फ जमीनों का मामला उलेमाओं के हाथ पहुंच गया है। इंदौर शहर काजी सैयद इशरत अली ने इस मामले को लेकर कलेक्टर आशीष सिंह का दरवाजा खटखटाया है। उन्होंने वक्फ जमीनों पर हो रहे लगातार कब्जों के हालात से निजात दिलाने की गुहार लगाई है।
इंदौर शहर काजी सैयद इशरत अली मालवा क्षेत्र के अन्य उलेमाओं के साथ कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। उन्होंने वक्फ जमीनों की बंदरबांट को लेकर नाराजगी जाहिर की है। कलेक्टर आशीष सिंह को सौंपे ज्ञापन में उन्होंने कहा कि कलेक्टर जिले का व्यवस्थापक होता है। इस नाते मुस्लिम समुदाय की वक्फ संपत्तियों की सुरक्षा और संरक्षण भी उनकी जिम्मेदारी है। काजी इशरत अली ने वक्फ संपत्तियों पर हो रहे कब्जों को हटाने की मांग की है। साथ ही भविष्य में ऐसी स्थिति न बने, इसके पुख्ता इंतजाम करने की गुहार भी लगाई है।
शहर काजी ने कहा कि पूर्व में जिन जमीनों के सौदे कर दिए गए हैं और जिन्हें अवैध रूप से लोगों को सौंप दिया गया है, उन जमीनों के कब्जे भी वापस लेकर इनका बेहतर इस्तेमाल करने की व्यवस्था की जाना चाहिए। काजी इशरत ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि वक्फ की अरबों रुपए की संपत्ति पूरी तरह बर्बाद कर दी गई है। उन्होंने किसी एक व्यक्ति का नाम लेने से इंकार करते हुए इस मामले में कई जिम्मेदारों को कुसुरवार ठहराया है। काजी इशरत ने कहा कि वक्फ की अरबों रुपए की संपत्ति अब महज कागजों पर ही रह गई है, जबकि भौतिक रूप से यह कहीं दिखाई नहीं देती।
कलेक्टर ने दोहराया नासिर शाह का नाम
कुछ दिनों पहले इंदौर के एक पाश इलाके में किए जा रहे वक्फ संपत्ति पर अवैध कब्जे को लेकर कलेक्टर आशीष सिंह ने मप्र भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा उपाध्यक्ष नासिर शाह का नाम लेते हुए कहा कि इस मामले में प्रशासन ने तत्काल कार्यवाही कर दी है। भविष्य में ऐसी स्थिति न बने, इसके प्रयास भी किए जा रहे हैं। उन्होंने इंदौर में बने हालात को लेकर मिली शिकायतों पर कार्यवाही करने का आश्वासन भी दिया है।
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