bhopal-crime:-बेटी-की-कैद-से-छूटने-के-बाद-भी-सदमे-से-बाहर-नहीं-निकल-पा-रहे-बुजुर्ग-माता-पिता
निर्दयी बेटी माता-पिता पर कर रही थी अत्याचार। - फोटो : सोशल मीडिया विस्तार Follow Us ई-7 अरेरा कॉलेनी में बेटी निधि सक्सेना द्वारा चार माह तक बंधक बनाकर रखे गए उसके बुजुर्ग माता-पिता और मनोरोगी भाई को दो दिन पहले पुलिस आजाद करा चुकी है। लेकिन अब भी उसके बुजुर्ग माता-पिता सदमे से उबर नहीं पा रहे हैं। निधि की मां कनक सक्सेना को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है, जबकि पिता सीएस सक्सेना अभी भी जेपी अस्पताल में भर्ती हैं। बुजुर्ग दंपति से शुक्रवार को भी पुलिस अधिकारी और पड़ोसी मिलने पहुंचे तो पता चला कि बेटी की चार माह तक यातनाएं सहने के कारण बुजुर्ग दंपति अभी सदमे से उबर नहीं पा रहा है। अभी भी इन लोगों को डर लग रहा है कि उनकी बेटी निधि और निधि का बेटा निखिल उन्हें फिर से बंधक बना लेंगे। बुजुर्ग दंपति को यह डर सता रहा है कि कहीं निधि सक्सेना अपने करीबी दोस्त एनजीओ संचालक अल्ताफ अंसारी के साथ मिलकर उनके मनोरोगी बेटे के साथ कुछ करवा न दे। दरअसल कर्नल स्तर के अधिकारी पति को छोड़कर निधि कई महीनों से भोपाल स्थित मायके में रह रही है। निधि की मां कनक सक्सेना ने बताया कि पहले उनकी बेटी बहुत अच्छी थी। अच्छा व्यवहार था, लेकिन लखनऊ में रहने वाले एनजीओ संचालक अल्ताफ अंसारी के संपर्क में आने के बाद उसका व्यवहार बदलता चला गया। उसने अल्ताफ अंसारी के इतना करीब आ गई कि पति से विवाद होने लगा और कर्नल पति को छोड़कर मायके आकर रहने लगी। अल्ताफ लखनऊ में एनजीओ संचालित करता है, लेकिन वह भोपाल भी मिलने आता है। इतना ही नहीं उनकी बेटी निधि भी किसी न किसी बहाने लखनऊ उससे मिलने जाती है। अल्ताफ ही करवा रहा बेटी से प्रताड़ित 76 वर्षीय बुजुर्ग कनक सक्सेना पत्नी सीएस सक्सेना ने आरोप लगाया है कि अल्ताफ अंसारी बेटी से मिलने उसके घर भी आ चुका है। जब उसने देखा कि निधि के माता-पिता बुजुर्ग हैं और भाई मनोरोगी है। वह कुछ कर नहीं सकता, तभी उसने निधि को हमारे खिलाफ भड़काकर मकान बेचने और तीन करोड़ रुपये देने के लिए दबाव बनाने लगा। ऐसा नहीं करने पर बेटी निधि मुझे और मेरे पति 80 वर्षीय सीएस सक्सेना और बेटे विक्की को प्रताडि़त करने लगी। जब हम लोगों ने मकान बेचने और तीन करोड़ रुपये निधि को देने से मना कर दिया तो उसने करीब चार माह पहले हम तीनों लोगों को एक कमरे में बंधक बनाकर मारपीट करने लगी। इतना ही नहीं जानवरों जैसा सलूक करती थी। मकान की लालच में निधि का बेटा निखिल सक्सेना भी हमसे बुरा व्यवहार करता है। बर्बरता पता न चले, इसलिए नहीं मिलने देते थे कनक सक्सेना ने बताया कि मेरी बेटी इतना बदल जाएगी, यह कभी सोचा नहीं था। कनक सक्सेना ने बताया कि बेटी निधि ने पति द्वारा मारपीट और प्रताड़ित करने की बात कहकर मायके में रहने आई थी, बाद में पता चला कि अल्ताफ अंसारी के कारण वह पति से अलग हुई है। उन्होंने कहा कि हम लोगों के साथ मारपीट और प्रताड़ित करने की जानकारी पड़ोसियों, रिश्तेदारों और अन्य किसी को न चले, इसलिए बेटी निधि उन्हें कमरे से बाहर नहीं निकलने देती थी। तो कार्रवाई की जाएगी हबीबगंज थाना प्रभारी मनीषराज सिंह भदौरिया का कहना है कि बुजुर्ग दंपति से पुलिस लगातार संपर्क बनाए हुए हैं। वृद्धा स्वस्थ हैं, उनके बुजुर्ग पति का स्वास्थ्य भी तेजी से ठीक हो रहा है। दोनों के दहशत से बाहर आ गए हैं। अगर वृद्ध दंपति किसी और के खिलाफ प्रताड़ित करने या दबाव बनाने संबंधी शिकायत करते हैं तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

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निर्दयी बेटी माता-पिता पर कर रही थी अत्याचार। – फोटो : सोशल मीडिया

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ई-7 अरेरा कॉलेनी में बेटी निधि सक्सेना द्वारा चार माह तक बंधक बनाकर रखे गए उसके बुजुर्ग माता-पिता और मनोरोगी भाई को दो दिन पहले पुलिस आजाद करा चुकी है। लेकिन अब भी उसके बुजुर्ग माता-पिता सदमे से उबर नहीं पा रहे हैं। निधि की मां कनक सक्सेना को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है, जबकि पिता सीएस सक्सेना अभी भी जेपी अस्पताल में भर्ती हैं।

बुजुर्ग दंपति से शुक्रवार को भी पुलिस अधिकारी और पड़ोसी मिलने पहुंचे तो पता चला कि बेटी की चार माह तक यातनाएं सहने के कारण बुजुर्ग दंपति अभी सदमे से उबर नहीं पा रहा है। अभी भी इन लोगों को डर लग रहा है कि उनकी बेटी निधि और निधि का बेटा निखिल उन्हें फिर से बंधक बना लेंगे। बुजुर्ग दंपति को यह डर सता रहा है कि कहीं निधि सक्सेना अपने करीबी दोस्त एनजीओ संचालक अल्ताफ अंसारी के साथ मिलकर उनके मनोरोगी बेटे के साथ कुछ करवा न दे। दरअसल कर्नल स्तर के अधिकारी पति को छोड़कर निधि कई महीनों से भोपाल स्थित मायके में रह रही है।

निधि की मां कनक सक्सेना ने बताया कि पहले उनकी बेटी बहुत अच्छी थी। अच्छा व्यवहार था, लेकिन लखनऊ में रहने वाले एनजीओ संचालक अल्ताफ अंसारी के संपर्क में आने के बाद उसका व्यवहार बदलता चला गया। उसने अल्ताफ अंसारी के इतना करीब आ गई कि पति से विवाद होने लगा और कर्नल पति को छोड़कर मायके आकर रहने लगी। अल्ताफ लखनऊ में एनजीओ संचालित करता है, लेकिन वह भोपाल भी मिलने आता है। इतना ही नहीं उनकी बेटी निधि भी किसी न किसी बहाने लखनऊ उससे मिलने जाती है।

अल्ताफ ही करवा रहा बेटी से प्रताड़ित
76 वर्षीय बुजुर्ग कनक सक्सेना पत्नी सीएस सक्सेना ने आरोप लगाया है कि अल्ताफ अंसारी बेटी से मिलने उसके घर भी आ चुका है। जब उसने देखा कि निधि के माता-पिता बुजुर्ग हैं और भाई मनोरोगी है। वह कुछ कर नहीं सकता, तभी उसने निधि को हमारे खिलाफ भड़काकर मकान बेचने और तीन करोड़ रुपये देने के लिए दबाव बनाने लगा। ऐसा नहीं करने पर बेटी निधि मुझे और मेरे पति 80 वर्षीय सीएस सक्सेना और बेटे विक्की को प्रताडि़त करने लगी। जब हम लोगों ने मकान बेचने और तीन करोड़ रुपये निधि को देने से मना कर दिया तो उसने करीब चार माह पहले हम तीनों लोगों को एक कमरे में बंधक बनाकर मारपीट करने लगी। इतना ही नहीं जानवरों जैसा सलूक करती थी। मकान की लालच में निधि का बेटा निखिल सक्सेना भी हमसे बुरा व्यवहार करता है।

बर्बरता पता न चले, इसलिए नहीं मिलने देते थे
कनक सक्सेना ने बताया कि मेरी बेटी इतना बदल जाएगी, यह कभी सोचा नहीं था। कनक सक्सेना ने बताया कि बेटी निधि ने पति द्वारा मारपीट और प्रताड़ित करने की बात कहकर मायके में रहने आई थी, बाद में पता चला कि अल्ताफ अंसारी के कारण वह पति से अलग हुई है। उन्होंने कहा कि हम लोगों के साथ मारपीट और प्रताड़ित करने की जानकारी पड़ोसियों, रिश्तेदारों और अन्य किसी को न चले, इसलिए बेटी निधि उन्हें कमरे से बाहर नहीं निकलने देती थी।

तो कार्रवाई की जाएगी
हबीबगंज थाना प्रभारी मनीषराज सिंह भदौरिया का कहना है कि बुजुर्ग दंपति से पुलिस लगातार संपर्क बनाए हुए हैं। वृद्धा स्वस्थ हैं, उनके बुजुर्ग पति का स्वास्थ्य भी तेजी से ठीक हो रहा है। दोनों के दहशत से बाहर आ गए हैं। अगर वृद्ध दंपति किसी और के खिलाफ प्रताड़ित करने या दबाव बनाने संबंधी शिकायत करते हैं तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

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