कार के बोनट पर खड़े कलेक्टर – फोटो : अमर उजाला
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भोपाल के बैरसिया इलाके में रहने वाले हिंदू संगठन के हजारों कार्यकर्ताओं ने गुरुवार दोपहर बैरसिया थाने का फिर घेराव कर दिया। यह प्रदर्शन करीब चार घंटे तक चला। लेकिन पुलिस ने कानून व्यवस्था नहीं बिगड़ने दी। कार्यकर्ताओं की मांग थी कि नाबालिग लड़कियों के साथ ब्लैकमेलिंग करने वाले आरोपियों की गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई की जाए। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने कार के बोनट पर खड़े होकर लोगों को समझाइश दी। इसके बाद मामला शांत हो गया। एक दिन पहले बुधवार को भी हिंदू संगठन के लोगों ने थाने का घेराव किया था।
जानकारी के अनुसार, बैरसिया इलाके में रहने वाली 14 और 15 साल की तीन किशोरियां स्कूली छात्राएं हैं। इसी इलाके में रहने वाले तीन युवकों अरमान लाला, जीशान और अनस इन लड़कियों को सोशल मीडिया पर फॉलो कर रहे थे। उसके बाद तीनों युवक छात्राओं पर मिलने के लिए दबाव बनाने लगे। छात्राओं ने जब मिलने से इंकार किया तो युवक उनके फोटो सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देते हुए ब्लैकमेल करने लगे। तीनों लड़कियों के साथ यह सिलसिला करीब दो से तीन महीने से चल रहा था। डरी-सहमी छात्राओं ने इसकी शिकायत नहीं की थी।
पिछले दिनों एक छात्रा ने परिजनों को घटना के बारे में बताया, जिसके बाद परिजन उसे लेकर थाने पहुंचे। बुधवार को एक लड़की के परिजन की रिपोर्ट पर आरोपी अरमान लाला के खिलाफ केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया गया था। इस दौरान हिंदू संगठन के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार तक सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने की चेतावनी दी थी।
देर रात दर्ज किए गए दो और मामले
बैरसिया पुलिस ने बुधवार देर रात 14 और 15 साल की दो अन्य छात्राओं की रिपोर्ट पर आरोपी जीशान और अनस के खिलाफ छेड़छाड़, ब्लैकमेल, आईटी एक्ट और पॉक्सो एक्ट समेत विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया था। इन दोनों आरोपियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके पहले बुधवार को अरमान लाला उर्फ अरमान मंसूरी के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया गया था। अन्य के खिलाफ प्रकरण दर्ज नहीं करने और गिरफ्तारी नहीं करने पर ही गुरुवार को हजारों लोगों ने थाने का घेराव किया था।
गुरुवार को बंद रहा बैरसिया
इन घटनाओं के विरोध में गुरुवार को बैरसिया बंद रहा। स्थानीय लोगों का कहना है कि बीचे चार-पांच दशकों में यह पहली बार है, जब बैरसिया की एक भी दुकान नहीं खुली। इधर, हिंदू संगठन के करीब चार हजार कार्यकर्ता सुबह 11 बजे बैरसिया थाने पहुंचे और घेराव करते हुए नारेबाजी करने लगे। कार्यकर्ताओं की मांग थी कि आरोपियों का चौपड़ बाजार से बैरसिया थाने तक जुलूस निकाला जाए और उनके खिलाफ रासुका की कार्रवाई हो।
मामले की लीपापोती करने वाले पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने, इस प्रकार के पूरे गिरोह का खुलासा करने, मोबाइल से डिलीट किए गए डेटा को रिकवर करने तथा आरोपियों की मदद करने वाले पुलिसकर्मियों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। घटना की जानकारी मिलते ही कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह, एसपी प्रदीप कुमार सिन्हा, स्थानीय विधायक विष्णु खत्री समेत आसपास के इलाके का पुलिस बल मौके पर पहुंच गया था। कलेक्टर सिंह ने कार के बोनट पर खड़े होकर लोगों को समझाइश दी। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। इसके बाद लोगों ने प्रदर्शन समाप्त कर दिया। प्रदर्शन के दौरान किसी प्रकार की अप्रिय घटना नहीं हुई।
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