विस्तार Follow Us अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत सालरगोंदी में एक ही बैगा परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई थी। इसके पश्चात इस मामले में प्रशासन हरकत में आया और कलेक्टर सहित मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं पीएचई विभाग के अधिकारियों ने गांव में पहुंच कर मौका निरीक्षण किया। संबंध में आवश्यक निर्देश दिए गए थे। इसके बाद इस मामले में कार्रवाई करते हुए जिम्मेदार तीन कर्मचारियों को स्वास्थ्य विभाग ने कारण बताओं नोटिस जारी किया है। बता दें कि सरई पटेरा में दस्त का प्रकोप फैला हुआ है। जहां 55 वर्षीय माखन बैगा की 31 जुलाई को मौत हो गई, माखन की 75 वर्षीय झींगिया बाई की भी मौत हो गई। परिवार के दोनों सदस्यों की मौत के पश्चात 22 वर्षीय बहु लीलावती, जो आठ माह गर्भवती थी, की भी मौत हो गई। इसके बाद इस मामले पर कलेक्टर आशीष वशिष्ठ, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर एके अवधिया एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों ने मौका निरीक्षण किया था। साथ ही गांव के जल स्रोतों में क्लोरीन की दवाई डाली गई एवं पानी के सैंपल भी जांच के लिए एकत्र किए गए थे। आशा एएनएम एवं सुपरवाइजर को नोटिस जारी इस मामले में खंड चिकित्सा अधिकारी पुष्पराजगढ़ डॉक्टर सुरेंद्र सिंह ने आशा कार्यकर्ता अरुणवती, एएनएम फुलझर मरावी एवं सुपरवाइजर सरिता को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए तीन दिनों के भीतर इस संबंध में जवाब मांगा गया है। संतोषजनक जवाब न मिलने पर विभाग इस पर कार्यवाही भी कर सकता है। गांव के हालात पर बनाए हुए हैं नजर इस संबंध में बीएमओ पुष्पराजगढ़ डॉक्टर सुरेंद्र सिंह ने बताया कि गांव में उल्टी-दस्त के मामले तो ज्यादा नहीं हैं, लेकिन फिर भी इस संबंध में स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। इसके साथ ही करपा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के स्टाफ द्वारा निर्मित रूप से ग्रामीणों के स्वास्थ्य की जांच एवं उपचार किया जा रहा है। गांव में टीम भेजते हुए ग्रामीणों के स्वास्थ्य की जांच भी की जा रही है। 

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अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत सालरगोंदी में एक ही बैगा परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई थी। इसके पश्चात इस मामले में प्रशासन हरकत में आया और कलेक्टर सहित मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं पीएचई विभाग के अधिकारियों ने गांव में पहुंच कर मौका निरीक्षण किया। संबंध में आवश्यक निर्देश दिए गए थे। इसके बाद इस मामले में कार्रवाई करते हुए जिम्मेदार तीन कर्मचारियों को स्वास्थ्य विभाग ने कारण बताओं नोटिस जारी किया है।

बता दें कि सरई पटेरा में दस्त का प्रकोप फैला हुआ है। जहां 55 वर्षीय माखन बैगा की 31 जुलाई को मौत हो गई, माखन की 75 वर्षीय झींगिया बाई की भी मौत हो गई। परिवार के दोनों सदस्यों की मौत के पश्चात 22 वर्षीय बहु लीलावती, जो आठ माह गर्भवती थी, की भी मौत हो गई। इसके बाद इस मामले पर कलेक्टर आशीष वशिष्ठ, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर एके अवधिया एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों ने मौका निरीक्षण किया था। साथ ही गांव के जल स्रोतों में क्लोरीन की दवाई डाली गई एवं पानी के सैंपल भी जांच के लिए एकत्र किए गए थे।

आशा एएनएम एवं सुपरवाइजर को नोटिस जारी
इस मामले में खंड चिकित्सा अधिकारी पुष्पराजगढ़ डॉक्टर सुरेंद्र सिंह ने आशा कार्यकर्ता अरुणवती, एएनएम फुलझर मरावी एवं सुपरवाइजर सरिता को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए तीन दिनों के भीतर इस संबंध में जवाब मांगा गया है। संतोषजनक जवाब न मिलने पर विभाग इस पर कार्यवाही भी कर सकता है।

गांव के हालात पर बनाए हुए हैं नजर
इस संबंध में बीएमओ पुष्पराजगढ़ डॉक्टर सुरेंद्र सिंह ने बताया कि गांव में उल्टी-दस्त के मामले तो ज्यादा नहीं हैं, लेकिन फिर भी इस संबंध में स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। इसके साथ ही करपा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के स्टाफ द्वारा निर्मित रूप से ग्रामीणों के स्वास्थ्य की जांच एवं उपचार किया जा रहा है। गांव में टीम भेजते हुए ग्रामीणों के स्वास्थ्य की जांच भी की जा रही है। 

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