निरीक्षण करते अधिकारी – फोटो : अमर उजाला
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अनूपपुर जिले के पुष्पराजगढ़ विकास खंड अंतर्गत ग्राम पंचायत सालर गोंदी के ग्राम सरई पटेरा में दस्त के प्रकोप से एक ही बैगा परिवार के चार लोगों की मौत हो गई। वहीं, तीन लोग मेडिकल कॉलेज शहडोल के लिए रेफर कर दिए गए हैं। मामले की सूचना मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आ गया तथा गांव में कर्मचारियों की तैनाती करते हुए उपचार व्यवस्था बनाई जा रही है।
मामले के संबंध में बताया गया कि सरई पटेरा में दस्त का प्रकोप फैला हुआ है। जहां 55 वर्षीय माखन बैगा की 31 जुलाई को दस्त की वजह से मौत हो गई। माखन की 75 वर्षीय मां झींगिया बाई की भी मौत हो गई। परिवार के दोनों सदस्यों की मौत के पश्चात 22 वर्षीय बहु लीलावती जो की आठ महीने की गर्भवती थी तथा अपने मायके में डिलीवरी तक के लिए गई हुई थी। वह भी अंतिम संस्कार में शमिल होने के लिए मायके से वापस आई। जहां उसके व पेट में पल रहे आठ महीने के बच्चे की भी दो अगस्त को घर पर ही मौत हो गई।
इसके साथ ही मृतिका का डेढ़ वर्षीय पुत्र अनुज बैगा, तीन वर्षीय पुत्र आजाद बैगा और परिवार का एक अन्य सदस्य जेठू बैगा 65 वर्ष को दस्त से पीड़ित होने पर शहडोल मेडिकल कॉलेज में उपचार के लिए दाखिल कराया गया है। इसके साथ ही गांव के कई अन्य लोग भी दस्त से पीड़ित हैं, जिन्हें उपचार के लिए शहडोल रेफर किया गया है।
मौत के पश्चात नींद से जागा प्रशासन
एक ही बैगा परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो जाने के पश्चात स्वास्थ्य विभाग सहित लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग ने मौके पर टीम को भेजते हुए स्वास्थ्य व्यवस्था बनाई जा रही है। खंड चिकित्सा अधिकारी पुष्पराजगढ़ सुरेंद्र सिंह एवं कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग एचएस धुर्वे ने मौके पर पहुंच कर आवश्यक दवाइयां वितरण करने के साथ ही लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के द्वारा क्लोरीन की दवा जल स्रोत में डलवाई गई। ग्राम पंचायत के सरपंच विक्रम प्रसाद का कहना है कि परिवार के लोग बता रहे हैं कि यह मौत दस्त से हुई है।
परिवार के दो लोग डायरिया से पीड़ित हैं, जिन्हें उपचार के लिए शहडोल मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया था। जहां से स्वस्थ होकर वह लौट आए हैं, जिन सदस्यों की मौत हुई, उनमें माखन बैगा को टीवी था। झींगिया बाई बीपी व पाइल्स से ग्रसित थी। लीलावती जो की आठ माह की गर्भवती थी। गर्भावस्था के दौरान यात्रा नहीं की जाती है। लेकिन अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए वह यात्रा करके यहां पहुंची। इन्हीं सब कारणों की वजह से उनकी मौत हुई है। मेरे द्वारा मौके पर पहुंचकर के निरीक्षण किया गया है। साथ ही पीएचई विभाग के अधिकारी भी मौके पर थे।
…डाक्टर सुरेंद्र सिंह, बीएमओ पुष्पराजगढ़
मौत की वजह डायरिया नहीं है। सभी की मौत अलग-अलग कारणों से हुई है। स्वास्थ्य विभाग , पंचायत एवं पीएचई के टीम को मौके पर भेजा गया है। पंचायत के द्वारा लिखित में यह जानकारी दी गई है कि डायरिया से यह मौत नहीं हुई है। फिर भी मेरे द्वारा एसडीएम को दोबारा जांच के लिए भेजा गया है।
…आशीष वशिष्ठ, कलेक्टर अनूपपुर
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