न्यूज डेस्क, अमर उजाला, इंदौर Published by: अर्जुन रिछारिया Updated Sat, 22 Jun 2024 06: 14 PM IST
इंदौर में Aictsl बसों के ड्राइवर और कंडक्टर की कई शिकायतें मिल रही हैं लेकिन उनका समाधान नहीं हो रहा है। शिकायतकर्ताओं का कहना है कि किसी रूट पर यात्रियों से पैसे लेकर उन्हें रसीद नहीं दी जा रही तो किसी रूट पर स्टूडेंट पास को भी नहीं लिया जा रहा। छात्रों से स्टूडेंट पास की जगह पैसे मांगे जा रहे हैं और कहा जा रहा है कि यह पास अब नहीं चलते। इस तरह की शिकायतें सीएम हेल्पलाइन में भी की गई हैं। Aictsl की बसों में प्रतिदिन दो लाख से अधिक यात्री यात्रा करते हैं।
इंदौर में हेल्पिंग हैंड नाम का ग्रुप चलाने वाले सामर्थ आहूजा ने बताया कि हमारे पास इंदौर में Aictsl की आईबस और सिटी बस की कई शिकायतें आ चुकी हैं। हमने कई बार Aictsl के अधिकारियों से इसकी शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती हैं। समर्थ आहूजा ने बताया कि मैंने खुद सीएम हेल्पलाइन में इसकी शिकायत की थी लेकिन उसे फोर्स क्लोज कर दिया गया।
कितने तरह के पास
इंदौर में Aictsl के द्वारा सिटी बस के लिए कई तरह के पास की सुविधा दी जाती है। इनमें जनरल, स्टूडेंट पास, दिव्यांग पास अलग अलग तरह की कैटेगिरी हैं। एक महीने और तीन महीने के पास बनते हैं। एक बार बने इन पास के बाद में एक से तीन महीने तक टिकट नहीं लगता है। पास के अलग अलग प्लान हैं। लाखों छात्र और दिव्यांग इन पास का उपयोग करके शहर में इधर से उधर जाते हैं। इन बसों के ड्राइवर कंडक्टर कई बार पास लेने से मना कर देते हैं और छात्रों और दिव्यांग जन से पैसे मांगते हैं।
शाम के समय ज्यादा शिकायतें
सामर्थ ने बताया कि शाम के समय अधिकतर ड्राइवर और कंडक्टर इस तरह यात्रियों को परेशान करते हैं। इस समय Aictsl के सुपरवाइजर नहीं रहते और अन्य अधिकारियों द्वारा जांच का खतरा भी नहीं रहता है। इस कारण शाम 7 बजे के बाद यात्रियों को ज्यादा परेशान किया जाता है।
इन सभी रूट पर मिल रही हैं शिकायतें
सामर्थ ने बताया कि रूट क्रमांक 5, 27 और E3 में शाम सात बजे के बाद बस में पास को नहीं लिया जाता है। इसी तरह की शिकायत पहले M-27, E-3 रूट पर मिली थी। इसे लेकर हमने AICTSL अधिकारी संदीप त्रिवेदी को अवगत कराया पर कुछ निराकरण नहीं किया गया। M-27 के गाड़ी के मालिक हरप्रीत से बात हुई तो उन्होंने कहा कि उचित कार्यवाही की जाएगी। इसके बाद हमने AICTSL कंट्रोल रूम को सूचित किया गया और कम्प्लेंन नंबर देने का कहा गया परंतु कम्प्लेंन दर्ज भी नहीं हुई और ना ही कम्प्लेंन नंबर दिया गया।
सीएम हेल्पलाइन से कंट्रोल रूम तक शिकायत की
सामर्थ ने बताया कि 2022 में मैंने CM HELPLINE में शिकायत की लेकिन जून 2024 तक इसे नहीं सुलझाया गया। इसी तरह 16 नंबर रूट में भी शिकायत मिली और वहां पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। समर्थ ने बताया कि कंट्रोल रूम प्रभारी धर्मेंद्र, पवन और अजय को सूचित किया गया लेकिन उन्होंने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की और मुझे वाट्सएप पर भी ब्लाक कर दिया।
फोन पर नहीं बता सकता, दफ्तर आकर बात करिए
सीएम हेल्पलाइन फोर्स क्लोज करने के मामले में मैं आपको फोन पर कोई जानकारी नहीं दे सकता। आप दफ्तर आकर बात कर सकते हैं।
– धर्मेंद्र गायकवाड़, सीएम हेल्पलाइन कम्पलेन इंचार्ज, AICTSL
शिकायत मिलेगी तो हम तुरंत कार्रवाई करेंगे
AICTSL के पास रोज के दो लाख यात्री हैं। बड़ी संख्या में ड्राइवर कंडक्टर काम करते हैं। हमें कई तरह की शिकायतें आती हैं और हम तुरंत एक्शन लेते हैं। सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों पर भी तुरंत कार्रवाई की जाती है। ड्राइवर और कंडक्टर को एक दो बार चेतावनी देते हैं यदि फिर भी शिकायतें आती हैं तो रूट से हटा देते हैं। आपने शिकायतों की जो जानकारी दी है मैं उसे दिखवाता हूं।
– संदीप त्रिवेदी, ऑपरेशनल डिपार्टमेंट, AICTSL
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