mp-politics:-बड़े-आयोजनों-के-जरिए-भाजपा-सजा-रही-विधानसभा-चुनावों-की-फील्डिंग,-ऐसे-उठाएगी-राजनीतिक-फायदा
डिजिटल ब्यूरो, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: Harendra Chaudhary Updated Tue, 10 Jan 2023 06: 41 PM IST MP Politics: भारत के वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकी प्रगति की उपलब्धियों का उत्सव राजा भोज की नगरी भोपाल में होगा। 21 से 24 जनवरी के बीच इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल आयोजित किया जाएगा। इसमें देश-विदेश के वैज्ञानिक प्रौद्योगिकी के जानकार, नीति निर्माता, शिल्पकार, स्टार्टअप, किसान, शोधार्थी, छात्र और नए अन्वेषक हिस्सा लेंगे... MP Politics: pravasi bhartiya divas - फोटो : अमर उजाला विस्तार मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव भले ही साल के अंत में होने हैं, लेकिन सत्ताधारी भाजपा ने अभी से फील्डिंग जमानी शुरू कर दी है। इंदौर में अभी अंतरराष्ट्रीय प्रवासी भारतीय सम्मेलन के आयोजन हो रहे हैं। जबकि बुधवार से दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट शुरू होने जा रही है। आने वाले दिनों में मध्यप्रदेश में कई बड़े आयोजन होने हैं। इनमें 30 जनवरी से 11 फरवरी के बीच प्रदेश के आठ शहरों में खेलो इंडिया यूथ गेम्स का आयोजन होगा। जबकि 13 से 15 फरवरी के बीच इंदौर जी-20 देशों के सम्मेलन की मेजबानी करेगा। इसमें जी-20 देशों के कृषि मंत्री शामिल होंगे। इसके अलावा 21 से 24 फरवरी के बीच प्रदेश की राजधानी भोपाल में आठवां भारतीय अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव आयोजित होगा। इन तमाम आयोजन के पीछे भाजपा अपना राजनीतिक फायदा देख रही है। केंद्र सरकार की नीतियों के साथ साथ प्रदेश सरकार भी अपनी नीतियों का जमकर प्रचार प्रसार करती हुई नजर आ रही हैं। 9 में से तीन राज्यों में है भाजपा की सरकार मध्यप्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार ऋषि पांडेय अमर उजाला से चर्चा में कहते हैं कि इस साल नौ राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसमें से भाजपा शासित राज्य मध्यप्रदेश, कर्नाटक और त्रिपुरा है। भाजपा की कोशिश होगी कि दूसरे राज्यों में जीत हासिल करने के अलावा वे अपने गढ़ में फिर से सरकार में कामयाब रहे। केंद्र सरकार के तमाम बड़े आयोजन का भाजपा को चुनाव में जरूर फायदा मिलेगा। इन कार्यक्रमों के कारण एमपी और उसके शहरों की देश-दुनिया में ब्रांडिग हो रही है। पीएम ने जिस से तरह से इंदौर और एमपी की तारीफ की है, उससे पूरे देश और विदेश में एमपी की ग्लोबल इमेज बनी है। निश्चित तौर पर इसका लाभ चुनाव में भाजपा उठाएगी। पार्टी के नेता जनता को बताएंगे कि कैसे डबल इंजन सरकार के कितने फायदे होते हैं। इंदौर में हुआ प्रवासी भारतीय सम्मेलन विदेश मंत्रालय का कार्यक्रम था। इसमें मध्यप्रदेश सरकार का कोई सीधा हस्तक्षेप नहीं था। लेकिन मध्यप्रदेश में इसको दो फायदे मिले। पहला प्रदेश की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ब्रांडिंग हुई। दूसरा कई निवेशक भी प्रदेश में निवेश के लिए तैयार हो गए। यह चुनावी साल है इसलिए भाजपा ऐसे कार्यक्रमों को भुनाती हुई नजर आएगी। क्योंकि ऐसे बड़े आयोजन वोटर के दिमाग पर सीधा असर डालते हैं। इंदौर, भोपाल सहित इन शहरों में होंगे आयोजन मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय प्रवासी भारतीय सम्मेलन का समापन होगा। जबकि 11 से 12 जनवरी के बीच 7वीं ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन होगा। समिट में कई नामी उद्योगपति शामिल होंगे। प्रदेश सरकार इस समिट के जरिए 55 हजार करोड़ से अधिक के निवेश की उम्मीद जता जा रही है। वहीं छह कंपनियों ने करीब 10 हजार करोड़ रुपये के निवेश करने की सहमति दे दी है। मध्यप्रदेश में निवेश की योजना के साथ करीब 300 उद्योगपतियों से सीएम शिवराज सिंह चौहान खुद वन-टू-वन चर्चा करेंगे। दो दिन की समिट में करीब चार हजार निवेश प्रस्तावों को मंजूरी मिलना तय माना जा रहा है। समिट से पहले प्रदेश की छह कंपनियों ने मध्यप्रदेश में 9617 करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव दिया है। इसके अलावा 30 से 11 जनवरी के बीच मध्यप्रदेश में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 का आयोजन होगा। प्रदेश के आठ शहर भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर, मंडला, बालाघाट और खरगोन (महेश्वर) में यूथ गेम्स के आयोजन होंगे। जबकि एक गेम (साइकिलिंग) दिल्ली में होगा। पहली बार वाटर स्पोर्ट्स अर्थात कयाकिंग कैनोइंग, कैनो सलालम और तलवारबाजी, खेलो इंडिया गेम्स के इस संस्करण का हिस्सा होंगे। तेरह दिन तक 27 खेल 9 शहरों के 23 गेम वेन्यू में होंगे। लगभग छह हजार खिलाड़ी, 303 अंतरराष्ट्रीय और 1089 राष्ट्रीय ऑफिशियल्स इन गेम्स का हिस्सा होंगे। वहीं, फरवरी में इंदौर जी-20 देशों के सम्मेलन की मेजबानी करेगा। 13 से 15 फरवरी तक होने वाला यह तीन दिवसीय सम्मेलन एग्रीकल्चर पर फोकस रहेगा। इसमें जी-20 देशों के कृषि मंत्री शामिल होंगे। खास यह कि यह साल अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष है इसलिए भी समिट में इस पर भी मंथन होगा। इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल का होगा आयोजन भारत के वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकी प्रगति की उपलब्धियों का उत्सव राजा भोज की नगरी भोपाल में होगा। 21 से 24 जनवरी के बीच इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल आयोजित किया जाएगा। इसमें देश-विदेश के वैज्ञानिक प्रौद्योगिकी के जानकार, नीति निर्माता, शिल्पकार, स्टार्टअप, किसान, शोधार्थी, छात्र और नए अन्वेषक हिस्सा लेंगे। यह उत्सव और भी महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि यह भारत द्वारा जी-20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता के साथ साथ आयोजित हो रहा है। भारत का अंतरराष्ट्रीय विज्ञान फिल्म महोत्सव भी इस महोत्सव का एक अन्य आकर्षण होगा। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया कि चार दिवसीय इस महोत्सव में 14 अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए जाने हैं, जिसमें देशभर से 8000 से अधिक प्रतिनिधियों के शामिल होने की आशा की जा रही है। इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल के इस संस्करण की विषय वस्तु 'विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के साथ अमृत काल की ओर अग्रसर' है। इसका आयोजन देश और विदेश में लोगों और वैज्ञानिक समुदाय को एक साथ आने, एक साथ काम करने और भारत तथा मानवता की भलाई के लिए विज्ञान की भूमिका का उत्सव मनाने का एक मौका है। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड भी नई उपलब्धियां छूने के लिए आईआईएसएफ-2022 का एक हिस्सा बनेगा। युवा छात्र, नवोदित वैज्ञानिक, गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के लिए एकत्रित होंगे। ये सभी प्रोटोटाइप मॉडल की एक साथ असेंबली के लिए तैयार होंगे और ऐसे व्यावहारिक मॉडल प्रदर्शित करेंगे, जो 'आत्मनिर्भर भारत' का संदेश देते हैं। पहला और दूसरा आईआईएसएफ नई दिल्ली में, तीसरा चेन्नई में, चौथा लखनऊ में, पांचवां कोलकाता में, छठा वर्चुअल मोड के माध्यम से और आखिरी आईआईएसएफ गोवा में आयोजित किया गया था। रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे| Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

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डिजिटल ब्यूरो, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: Harendra Chaudhary Updated Tue, 10 Jan 2023 06: 41 PM IST

MP Politics: भारत के वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकी प्रगति की उपलब्धियों का उत्सव राजा भोज की नगरी भोपाल में होगा। 21 से 24 जनवरी के बीच इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल आयोजित किया जाएगा। इसमें देश-विदेश के वैज्ञानिक प्रौद्योगिकी के जानकार, नीति निर्माता, शिल्पकार, स्टार्टअप, किसान, शोधार्थी, छात्र और नए अन्वेषक हिस्सा लेंगे… MP Politics: pravasi bhartiya divas – फोटो : अमर उजाला

विस्तार मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव भले ही साल के अंत में होने हैं, लेकिन सत्ताधारी भाजपा ने अभी से फील्डिंग जमानी शुरू कर दी है। इंदौर में अभी अंतरराष्ट्रीय प्रवासी भारतीय सम्मेलन के आयोजन हो रहे हैं। जबकि बुधवार से दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट शुरू होने जा रही है। आने वाले दिनों में मध्यप्रदेश में कई बड़े आयोजन होने हैं। इनमें 30 जनवरी से 11 फरवरी के बीच प्रदेश के आठ शहरों में खेलो इंडिया यूथ गेम्स का आयोजन होगा। जबकि 13 से 15 फरवरी के बीच इंदौर जी-20 देशों के सम्मेलन की मेजबानी करेगा। इसमें जी-20 देशों के कृषि मंत्री शामिल होंगे। इसके अलावा 21 से 24 फरवरी के बीच प्रदेश की राजधानी भोपाल में आठवां भारतीय अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव आयोजित होगा। इन तमाम आयोजन के पीछे भाजपा अपना राजनीतिक फायदा देख रही है। केंद्र सरकार की नीतियों के साथ साथ प्रदेश सरकार भी अपनी नीतियों का जमकर प्रचार प्रसार करती हुई नजर आ रही हैं।

9 में से तीन राज्यों में है भाजपा की सरकार

मध्यप्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार ऋषि पांडेय अमर उजाला से चर्चा में कहते हैं कि इस साल नौ राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इसमें से भाजपा शासित राज्य मध्यप्रदेश, कर्नाटक और त्रिपुरा है। भाजपा की कोशिश होगी कि दूसरे राज्यों में जीत हासिल करने के अलावा वे अपने गढ़ में फिर से सरकार में कामयाब रहे। केंद्र सरकार के तमाम बड़े आयोजन का भाजपा को चुनाव में जरूर फायदा मिलेगा। इन कार्यक्रमों के कारण एमपी और उसके शहरों की देश-दुनिया में ब्रांडिग हो रही है। पीएम ने जिस से तरह से इंदौर और एमपी की तारीफ की है, उससे पूरे देश और विदेश में एमपी की ग्लोबल इमेज बनी है। निश्चित तौर पर इसका लाभ चुनाव में भाजपा उठाएगी। पार्टी के नेता जनता को बताएंगे कि कैसे डबल इंजन सरकार के कितने फायदे होते हैं। इंदौर में हुआ प्रवासी भारतीय सम्मेलन विदेश मंत्रालय का कार्यक्रम था। इसमें मध्यप्रदेश सरकार का कोई सीधा हस्तक्षेप नहीं था। लेकिन मध्यप्रदेश में इसको दो फायदे मिले। पहला प्रदेश की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ब्रांडिंग हुई। दूसरा कई निवेशक भी प्रदेश में निवेश के लिए तैयार हो गए। यह चुनावी साल है इसलिए भाजपा ऐसे कार्यक्रमों को भुनाती हुई नजर आएगी। क्योंकि ऐसे बड़े आयोजन वोटर के दिमाग पर सीधा असर डालते हैं।

इंदौर, भोपाल सहित इन शहरों में होंगे आयोजन

मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय प्रवासी भारतीय सम्मेलन का समापन होगा। जबकि 11 से 12 जनवरी के बीच 7वीं ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन होगा। समिट में कई नामी उद्योगपति शामिल होंगे। प्रदेश सरकार इस समिट के जरिए 55 हजार करोड़ से अधिक के निवेश की उम्मीद जता जा रही है। वहीं छह कंपनियों ने करीब 10 हजार करोड़ रुपये के निवेश करने की सहमति दे दी है। मध्यप्रदेश में निवेश की योजना के साथ करीब 300 उद्योगपतियों से सीएम शिवराज सिंह चौहान खुद वन-टू-वन चर्चा करेंगे। दो दिन की समिट में करीब चार हजार निवेश प्रस्तावों को मंजूरी मिलना तय माना जा रहा है। समिट से पहले प्रदेश की छह कंपनियों ने मध्यप्रदेश में 9617 करोड़ रुपये के निवेश का प्रस्ताव दिया है।

इसके अलावा 30 से 11 जनवरी के बीच मध्यप्रदेश में खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2022 का आयोजन होगा। प्रदेश के आठ शहर भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर, मंडला, बालाघाट और खरगोन (महेश्वर) में यूथ गेम्स के आयोजन होंगे। जबकि एक गेम (साइकिलिंग) दिल्ली में होगा। पहली बार वाटर स्पोर्ट्स अर्थात कयाकिंग कैनोइंग, कैनो सलालम और तलवारबाजी, खेलो इंडिया गेम्स के इस संस्करण का हिस्सा होंगे। तेरह दिन तक 27 खेल 9 शहरों के 23 गेम वेन्यू में होंगे। लगभग छह हजार खिलाड़ी, 303 अंतरराष्ट्रीय और 1089 राष्ट्रीय ऑफिशियल्स इन गेम्स का हिस्सा होंगे। वहीं, फरवरी में इंदौर जी-20 देशों के सम्मेलन की मेजबानी करेगा। 13 से 15 फरवरी तक होने वाला यह तीन दिवसीय सम्मेलन एग्रीकल्चर पर फोकस रहेगा। इसमें जी-20 देशों के कृषि मंत्री शामिल होंगे। खास यह कि यह साल अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष है इसलिए भी समिट में इस पर भी मंथन होगा।

इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल का होगा आयोजन

भारत के वैज्ञानिक और प्रौद्योगिकी प्रगति की उपलब्धियों का उत्सव राजा भोज की नगरी भोपाल में होगा। 21 से 24 जनवरी के बीच इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल आयोजित किया जाएगा। इसमें देश-विदेश के वैज्ञानिक प्रौद्योगिकी के जानकार, नीति निर्माता, शिल्पकार, स्टार्टअप, किसान, शोधार्थी, छात्र और नए अन्वेषक हिस्सा लेंगे। यह उत्सव और भी महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि यह भारत द्वारा जी-20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता के साथ साथ आयोजित हो रहा है। भारत का अंतरराष्ट्रीय विज्ञान फिल्म महोत्सव भी इस महोत्सव का एक अन्य आकर्षण होगा।

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने बताया कि चार दिवसीय इस महोत्सव में 14 अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित किए जाने हैं, जिसमें देशभर से 8000 से अधिक प्रतिनिधियों के शामिल होने की आशा की जा रही है। इंडिया इंटरनेशनल साइंस फेस्टिवल के इस संस्करण की विषय वस्तु ‘विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार के साथ अमृत काल की ओर अग्रसर’ है। इसका आयोजन देश और विदेश में लोगों और वैज्ञानिक समुदाय को एक साथ आने, एक साथ काम करने और भारत तथा मानवता की भलाई के लिए विज्ञान की भूमिका का उत्सव मनाने का एक मौका है।

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड भी नई उपलब्धियां छूने के लिए आईआईएसएफ-2022 का एक हिस्सा बनेगा। युवा छात्र, नवोदित वैज्ञानिक, गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने के लिए एकत्रित होंगे। ये सभी प्रोटोटाइप मॉडल की एक साथ असेंबली के लिए तैयार होंगे और ऐसे व्यावहारिक मॉडल प्रदर्शित करेंगे, जो ‘आत्मनिर्भर भारत’ का संदेश देते हैं। पहला और दूसरा आईआईएसएफ नई दिल्ली में, तीसरा चेन्नई में, चौथा लखनऊ में, पांचवां कोलकाता में, छठा वर्चुअल मोड के माध्यम से और आखिरी आईआईएसएफ गोवा में आयोजित किया गया था।

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