mp-news:-गॉर्ड-ऑफ-ऑनर-और-नम-आंखों-से-दी-गई-प्रदीप-पटेल-को-अंतिम-विदाई,-शहीद-के-नाम-गांव-में-बनेगा-प्ले-ग्राउंड
अंतिम विदाई में छलक पड़े आंसू। - फोटो : अमर उजाला विस्तार Follow Us सिक्किम सड़क हादसे में जान गवाने वाले शहीद प्रदीप पटेल का पार्थिव देह शाम 5 बजकर 19 मिनट में विजयराघवगढ़ स्थित गृह ग्राम हरदुआ कलां पहुंचा। यहां हजारों की संख्या में लोगों ने पहुंचकर नम आंखों से अंतिम विदाई दी। इस दौरान बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष व स्थानीय सांसद वीडी शर्मा ने शहीद प्रदीप पटेल की स्मृति में गांव के अंदर प्ले ग्राउंड बनाने की बात कही है, जिससे स्थानीय युवा कड़ी मेहनत करते हुए सेना में जाकर देश की सेवा कर सकें। कटनी मुख्यालय से 28 किमी की दूरी में बसा छोटा सा गांव हरदुआ कलां जहां का एक युवा... जो देश की सेवा का जज्बा लेकर वर्ष 2020 में सेना में भर्ती हुआ था, लेकिन उसकी सड़क हादसे में मौत होने की खबर ने पूरे क्षेत्र को गमहीन कर दिया। हम बात कर रहे हैं कटनी के वीर सपूत प्रदीप पटेल की, जिसने सिक्किम के पाक्योंग जिले की 700 फीट गहरी खाई में गिरकर अपनी जान गवा दी थी। जिसका पार्थिव शव आज भारतीय वायुसेना द्वारा एयरलिफ्टिंग करते हुए खजुराहो और फिर सड़क मार्ग से कटनी लाया गया। वीर सपूत प्रदीप पटेल की अंतिम विदाई में शामिल होने हजारों लोग हरदुआ कलां पहुंचे थे। जो अंतिम विदाई देते हुए प्रदीप पटेल अमर रहे जैसे नारे लगाते दिखे..... जवान प्रदीप पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित करने खजुराहो में सीएम मोहन यादव पहुंचे तो वही कटनी के हरदुआ-कलां ग्राम पहुंचे सांसद वीडी शर्मा, राज्यमंत्री लखन पटेल, प्रभारी मंत्री उदय प्रताप सिंह सहित विधायक संजय पाठक और धीरेंद्र सिंह ने भी वीरगति पाने वाले प्रदीप पटेल को पुष्पचक्र अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की।  इकलौता बेटा था प्रदीप जवान प्रदीप पटेल के मां सखी पटेल और पिता बैसाखू पटेल ने बताया की उनका इकलौता बेटा था प्रदीप जो हमेशा सेना में भर्ती होते हुए देश की करने की बात होता था। 2 बहनों के बीच 1 भाई होने के करना वो सबका लाड़ला भी था, जो पूरे घर का भरण पोषण करता यही नहीं बड़ी बेटी का एक बेटे को भी पढ़ा-लिखा कर सेना में भर्ती करने के लिए अपने पास रखा हुआ था, लेकिन अब सब छूट गया। उसके जाने के बाद अब हमारा कुछ नहीं बचा। अगले साल थी शादी की तैयारी बड़ी बहन गुड्डी और छोटी बहन उर्मिला पटेल भी भाई के जाने के बाद आंसुओं में डूबी मिली। जिन्होंने बताया की प्रदीप की अगले साल शादी करनी थी। इसलिए घर में काम लगवाया था ताकि धूमधाम से शादी हो सके। वो इसी रक्षाबंधन के पहले आया था और अक्सर सेना में कैसे काम करना पड़ता है वो बताता था। उस भी बात हुई वो कह रहा था यहां खूब ऊंची ऊंची पहाड़ी है मैं बाद में बात करूंगा दोपहर में पता चला वो अब नहीं रहा। देश के लिए कुर्बान हुआ है लेकिन हमारा भाई गया तो ऐसा लगा जैसे धरती फट जाते और हम समा जाए। सेना के जवानों गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया क्षेत्र में फैली शोक की लहर में हर कोई प्रदीप पटेल के छोटे से लेकर बड़े तक के बीच के किस्से बताते दिखे। तभी तिरंगे में लिपटे ताबूत में सेना की गाड़ी में 24 वर्षीय प्रदीप पटेल की बॉडी आ गई जिसे विधायक संजय पाठक और सांसद वीडी शर्मा ने कंधा देते हुए घर के अंदर ले गए और परिजनों हिम्मत बंधाते दिखे। जिसके बाद वहां पहुंचे सेना के जवानों गॉर्ड ऑफ ऑनर देते हुए अंतिम यात्रा लेकर श्मशान घाट पहुंचे और राष्ट्रीय गान के साथ फायरिंग करते हुए वीर सपूत प्रदीप पटेल को सम्मान दिया है। सीएम ने दी सम्मान रशि बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने मीडिया से बातचीत में बताया की मध्यप्रदेश का वीर सपूत प्रदीप पटेल ने ऑनड्यूटी भारत माता की सेवा करते-करते खुद को बलिदान कर दिया। वैसे तो देश के बेटे की कोई क्या दे सकता है, लेकिन माननीय मुख्यमंत्री मोहन यादव से जब मैने पूरे विषय से अवगत करवाया तो उन्होंने तत्काल प्रदीप पटेल के परिजनों को एक करोड़ की सम्मान राशि जारी की और मैंने आज गांव के स्कूल का नाम प्रदीप पटेल के नाम पर रखने की बात रखी है और वीर सपूत के स्मृति बनाए रखने के लिए एक ग्राउंड बनाने की बात जिला प्रशासन को कही है। इसके साथ ही परिजनों के बताए गए स्थान कर वीर प्रदीप पटेल के मूर्ति बनवाकर लगवाई जाएगी।

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अंतिम विदाई में छलक पड़े आंसू। – फोटो : अमर उजाला

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सिक्किम सड़क हादसे में जान गवाने वाले शहीद प्रदीप पटेल का पार्थिव देह शाम 5 बजकर 19 मिनट में विजयराघवगढ़ स्थित गृह ग्राम हरदुआ कलां पहुंचा। यहां हजारों की संख्या में लोगों ने पहुंचकर नम आंखों से अंतिम विदाई दी। इस दौरान बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष व स्थानीय सांसद वीडी शर्मा ने शहीद प्रदीप पटेल की स्मृति में गांव के अंदर प्ले ग्राउंड बनाने की बात कही है, जिससे स्थानीय युवा कड़ी मेहनत करते हुए सेना में जाकर देश की सेवा कर सकें।

कटनी मुख्यालय से 28 किमी की दूरी में बसा छोटा सा गांव हरदुआ कलां जहां का एक युवा… जो देश की सेवा का जज्बा लेकर वर्ष 2020 में सेना में भर्ती हुआ था, लेकिन उसकी सड़क हादसे में मौत होने की खबर ने पूरे क्षेत्र को गमहीन कर दिया। हम बात कर रहे हैं कटनी के वीर सपूत प्रदीप पटेल की, जिसने सिक्किम के पाक्योंग जिले की 700 फीट गहरी खाई में गिरकर अपनी जान गवा दी थी। जिसका पार्थिव शव आज भारतीय वायुसेना द्वारा एयरलिफ्टिंग करते हुए खजुराहो और फिर सड़क मार्ग से कटनी लाया गया।

वीर सपूत प्रदीप पटेल की अंतिम विदाई में शामिल होने हजारों लोग हरदुआ कलां पहुंचे थे। जो अंतिम विदाई देते हुए प्रदीप पटेल अमर रहे जैसे नारे लगाते दिखे….. जवान प्रदीप पटेल को श्रद्धांजलि अर्पित करने खजुराहो में सीएम मोहन यादव पहुंचे तो वही कटनी के हरदुआ-कलां ग्राम पहुंचे सांसद वीडी शर्मा, राज्यमंत्री लखन पटेल, प्रभारी मंत्री उदय प्रताप सिंह सहित विधायक संजय पाठक और धीरेंद्र सिंह ने भी वीरगति पाने वाले प्रदीप पटेल को पुष्पचक्र अर्पित करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। 

इकलौता बेटा था प्रदीप
जवान प्रदीप पटेल के मां सखी पटेल और पिता बैसाखू पटेल ने बताया की उनका इकलौता बेटा था प्रदीप जो हमेशा सेना में भर्ती होते हुए देश की करने की बात होता था। 2 बहनों के बीच 1 भाई होने के करना वो सबका लाड़ला भी था, जो पूरे घर का भरण पोषण करता यही नहीं बड़ी बेटी का एक बेटे को भी पढ़ा-लिखा कर सेना में भर्ती करने के लिए अपने पास रखा हुआ था, लेकिन अब सब छूट गया। उसके जाने के बाद अब हमारा कुछ नहीं बचा।

अगले साल थी शादी की तैयारी
बड़ी बहन गुड्डी और छोटी बहन उर्मिला पटेल भी भाई के जाने के बाद आंसुओं में डूबी मिली। जिन्होंने बताया की प्रदीप की अगले साल शादी करनी थी। इसलिए घर में काम लगवाया था ताकि धूमधाम से शादी हो सके। वो इसी रक्षाबंधन के पहले आया था और अक्सर सेना में कैसे काम करना पड़ता है वो बताता था। उस भी बात हुई वो कह रहा था यहां खूब ऊंची ऊंची पहाड़ी है मैं बाद में बात करूंगा दोपहर में पता चला वो अब नहीं रहा। देश के लिए कुर्बान हुआ है लेकिन हमारा भाई गया तो ऐसा लगा जैसे धरती फट जाते और हम समा जाए।

सेना के जवानों गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया
क्षेत्र में फैली शोक की लहर में हर कोई प्रदीप पटेल के छोटे से लेकर बड़े तक के बीच के किस्से बताते दिखे। तभी तिरंगे में लिपटे ताबूत में सेना की गाड़ी में 24 वर्षीय प्रदीप पटेल की बॉडी आ गई जिसे विधायक संजय पाठक और सांसद वीडी शर्मा ने कंधा देते हुए घर के अंदर ले गए और परिजनों हिम्मत बंधाते दिखे। जिसके बाद वहां पहुंचे सेना के जवानों गॉर्ड ऑफ ऑनर देते हुए अंतिम यात्रा लेकर श्मशान घाट पहुंचे और राष्ट्रीय गान के साथ फायरिंग करते हुए वीर सपूत प्रदीप पटेल को सम्मान दिया है।

सीएम ने दी सम्मान रशि
बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने मीडिया से बातचीत में बताया की मध्यप्रदेश का वीर सपूत प्रदीप पटेल ने ऑनड्यूटी भारत माता की सेवा करते-करते खुद को बलिदान कर दिया। वैसे तो देश के बेटे की कोई क्या दे सकता है, लेकिन माननीय मुख्यमंत्री मोहन यादव से जब मैने पूरे विषय से अवगत करवाया तो उन्होंने तत्काल प्रदीप पटेल के परिजनों को एक करोड़ की सम्मान राशि जारी की और मैंने आज गांव के स्कूल का नाम प्रदीप पटेल के नाम पर रखने की बात रखी है और वीर सपूत के स्मृति बनाए रखने के लिए एक ग्राउंड बनाने की बात जिला प्रशासन को कही है। इसके साथ ही परिजनों के बताए गए स्थान कर वीर प्रदीप पटेल के मूर्ति बनवाकर लगवाई जाएगी।

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