राज्य मानव अधिकार आयोग – फोटो : अमर उजाला
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कटनी जिले के जीआरपी थाने में एक बुजुर्ग दादी और उसके नाबालिग पोते के साथ थाना प्रभारी तथा पुलिसकर्मियों द्वारा बेरहमी से मारपीट किए जाने वाले वीडियो पर राज्य मानव अधिकार आयोग ने संज्ञान लिया है। राज्य मानव अधिकार आयोग ने इस संबंध में पुलिस अधीक्षक रेलवे जबलपुर से जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के लिए निर्देश जारी किए हैं।
गौरतलब है कि वायरल वीडियो में कटनी जीआरपी थाना प्रभारी अरुणा वाहने एवं अन्य स्टॉफ नाबालिग और उसकी दादी कुसुमबाई के साथ बेरहमी से मारपीट करते हुए दिख रही है। जीआरपी एक प्रकरण में आरोपी की तलाश कर रही थी। उसके नहीं मिलने पर पुलिस उसकी मां तथा नाबालिग पुत्र को पूछताछ के लिए थाने ले आई थी। वीडियो वायरल होने के बाद प्रदेश भर में हुई आलोचना के बाद जीआरपी टीआई अरुणा वाहने, आरक्षक अजय श्रीवास्तव, शोएब अब्बासी, सलमान खान, ओंकार सिरसाम, वर्षा दुबे को निलंबित कर मामले की जांच रेल डीआईजी मोनिका शुक्ला को सौंपी गई है।
मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के क्षेत्रीय कार्यालय प्रभारी फरजाना मिर्जा ने बताया कि समाचार पत्रों में प्रकाशित समाचार व वायरल वीडियो के आधार पर मामले को संज्ञान में लेकर मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग की मुख्य पीठ भोपाल में अध्यक्ष मनोहर ममतानी की एकलपीठ ने मामले की सुनवाई करते हुए प्रथम दृष्टया मानव अधिकारों के हनन का मामला मानकर पुलिस अधीक्षक (रेल) जबलपुर को जांच कराकर तीन सप्ताह में प्रतिवेदन पेश करने निर्देश जारी किए हैं।
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