regional-industry-conclave:-मध्य-प्रदेश-में-आठ-हजार-करोड़-का-निवेश-आया,-जानें-कितने-लोगों-को-मिलेगा-रोजगार
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, ग्वालियर Published by: दिनेश शर्मा Updated Wed, 28 Aug 2024 07: 49 PM IST बुधवार को ग्वालियर में आयोजित रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में प्रदेश में 8000 करोड़ का निवेश आया। इस मौके पर सीएम डॉ. मोहन यादव ने पांच जिलों में 1586 करोड़ रुपये की लागत वाली 47 नई औद्योगिक इकाइयों का सिंगल क्लिक से लोकार्पण और भूमिपूजन किया। 120 औद्योगिक इकाइयों को भूमि आवंटन पत्र भी प्रदान किए गए। इसके साथ ही ग्वालियर-चंबल जिले के आठ जिला स्तरीय इंडस्ट्री फेसिलिटेशन सेंटर का शुभारंभ किया गया। ये केंद्र ग्वालियर, मुरैना, भिंड, श्योपुर, शिवपुरी, दतिया, गुना और अशोकनगर में प्रांरभ किए गए हैं। कॉन्क्लेव में मेक्सिको, जाम्बिया के प्रतिनिधि भी शामिल हुए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि ग्वालियर में निजी क्षेत्र में बड़ा चिकित्सालय खोला जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की पहल पर प्रदेश के संभागीय मुख्यालयों पर शुरू हुई रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव की श्रृंखल में बुधवार को ग्वालियर में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का भव्य आयोजन हुआ। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों के उद्योगपतियों से वर्चुअली संवाद कर 120 इकाइयों को भूमि आवंटन आशय पत्र प्रदान किए। ग्वालियर समिट के दौरान कुल 8,000 करोड से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए जिससे लगभग 35000 रोजगार के अवसर सृजित होंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ग्वालियर स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा निर्मित जय विलास प्रवेश द्वार का लोकार्पण भी किया। यह कॉन्क्लेव विरासत, इतिहास और उद्योग की थीम पर केंद्रित थी। प्रारंभ में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कृषि विश्वविद्यालय परिसर में राजमाता विजयाराजे सिंधिया की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम क्षेत्र के उद्योग विकास की संभावनाओं पर केन्द्रित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। कहा कि रीजनल कॉन्क्लेव कहने को रीजनल है, लेकिन ये कॉन्क्लेव राज्य स्तरीय है। इन इकाइयों के प्रारंभ होने से स्पंदन पूरे प्रदेश में होना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुकूलता से उद्यमशीलता का विकास संभव है। ग्वालियर ऋषियों और संगीत साधकों की भूमि रही है। उद्योग और निवेश की दृष्टि से ग्वालियर प्रमुख केंद्र रहा है। Trending Videos JC मिल की समस्या हल होगी मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में हुकुमचंद मिल, इंदौर के श्रमिकों को राशि दिलवाने का कार्य किया गया। यह कार्य अनेक वर्ष से लंबित था। सरकार का यही कर्तव्य होना चाहिए। रुग्ण औद्योगिक इकाइयों की समस्याएं भी हल होना चाहिए। अब ऐसे अन्य मामलों के लिए जरूरी निर्णय दिए जाएंगे। जेसी मिल ग्वालियर की समस्या भी हुकुमचंद मिल की तर्ज पर हल की जाएगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस अवसर पर चिकित्सा और हेल्थ सेक्टर में ग्वालियर में एक निजी क्षेत्र का अस्पताल प्रारंभ करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि सीतापुर में पुलिस चौकी और औद्योगिक क्षेत्र में फायर स्टेशन भी प्रारंभ किए जाएंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि कॉन्क्लेव के आयोजन के पीछे यह भाव भी है कि उद्योगपति प्रदेश की विशेषताओं को आकार स्वयं देखें और मध्यप्रदेश में उद्योग स्थापना का निर्णय लें। छह माह में 1.84 लाख का निवेश आना बड़ी बात: सिंधिया केन्द्रीय संचार और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि ग्वालियर में उद्योग की अलख  जगाने का कार्य मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने किया है। इस अंचल के प्रत्येक नागरिक के दिल में उन्होंने स्थान बना लिया है। ग्वालियर अंचल में अधोसंरचना और निवेश की शुरुआत वर्षों पहले की गई। वर्तमान में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेश की क्षमताओं के अनुकूल प्रदेश को राष्ट्र पटल पर लाने का कार्य किया है। रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव की पहल करने वाले प्रथम मुख्यमंत्री हैं डॉ मोहन यादव। सिंधिया ने कहा कि प्रदेश में 6 माह की अवधि में एक लाख 84 हजार करोड़ का निवेश आना सामान्य बात नहीं है। निश्चित ही ग्वालियर चंबल क्षेत्र की तस्वीर नए-नए उद्योगों के आने से बदल जाएगी। श्री सिंधिया ने विभिन्न सेक्टर में उद्योगों के विकास की संभावना पर भी प्रकाश डाला। रोजगार के अवसर बनेंगे प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग श्री राघवेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि प्रदेश में 121 बैठकें मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा की गई हैं। आगामी 7-8 फरवरी 2025 को भोपाल में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की तैयारी की जा रही है। प्रदेश में निवेश आ रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पिछले दिनों में विभिन्न औद्योगिक इकाइयों के 51 वर्चुअल शुभारंभ किए हैं। इससे लगभग 8300 व्यक्तियों के लिए रोजगार सृजन होगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जबलपुर, ग्वालियर, चंबल के उद्योगपतियों से चर्चा की है। प्रमुख सचिव सिंह ने उद्योग हितैषी नीतियों संशोधित श्रम नीतियों और ग्वालियर, चंबल संभागों में उद्योगों की प्रगति की संभावनाओं की विस्तृत से जानकारी दी। शुभारंभ सत्र में केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री चैतन्य काश्यप, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन कल्याण, उद्यानिकी मंत्री नारायण सिंह कुशवाहा, संस्कृति राज्य मंत्री धर्मेन्द्र लोधी, सांसद संध्या राय, सांसद भारत सिंह कुशवाह, सांसद शिवमंगल सिंह तोमर, ग्रामोद्योग राज्य मंत्री दिलीप जायसवाल, किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री एदल सिंह कंषाना, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह मंच पर उपस्थित थे।   प्रमुख सचिव पर्यटन शिवशेखर शुक्ला ने पर्यटन क्षेत्र में विकास की संभावनाओं पर विस्तृत प्रजेंटेशन दिया। प्रमुख सचिव खनिज श्री संजय शुक्ला ने कोयला, लाइम स्टोन, कॉपर एवं अन्य खनिजों के क्षेत्र में प्रदेश की स्थिति की जानकारी दी। सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख सचिव संजय दुबे ने अपने प्रजेंटेशन में बताया कि मध्यप्रदेश की प्रगति गत दशक में 11 प्रतिशत रही जबकि आईटी क्षेत्र में प्रगति 43 प्रतिशत रही।  उद्योगपतियों ने क्या कहा अदाणी समूह के करण अदाणी ने कहा कि ग्वालियर में यह कॉन्क्लेव आर्थिक प्रगति को बढ़ाएगी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में अनेक क्षेत्रों में नए उद्योग आ रहे हैं। अदाणी ग्रुप प्रदेश में गुना और शिवपुरी में दो नई औद्योगिक इकाइयां प्रारंभ करेगा। शिवपुरी में 2500 करोड़ रुपए की लागत से रक्षा क्षेत्र में और गुना में 500 करोड़ रुपए की लागत से सीमेंट ग्राइंडिंग यूनिट प्रारंभ की जाएगी। बदरवास में भी जैकेट निर्माण इकाई शुरू की जाएगी, जिससे महिलाओं को बड़ी संख्या में रोजगार मिलेगा। यह निर्मित जैकेट विश्व के कोने-कोने तक जाएगी।   रिलायंस बायो एनर्जी के वाइस प्रेसिडेंट विवेक तनेजा ने कहा कि मध्यप्रदेश में समूह द्वारा बायो गैस और एनर्जी जनरेशन क्षेत्र में निवेश का विचार है। ट्रोपो लाइट के एमडी पुनीत डॉवर ने खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में निवेश प्रस्ताव की जानकारी दी। उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. यादव की पहल से बैंगलोर से लेकर ग्वालियर तक हुई इन्वेस्टर्स समिट और इंडस्ट्री कॉन्क्लेव को रोजगार वृद्धि में सहायक बताया। डॉवर ने 100 करोड़ के निवेश मंतव्य की जानकारी दी जिससे करीब 500 महिलाओं को रोजगार मिलेगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 47 नवीन उद्योग इकाइयों का शुभारंभ, भूमिपूजन और लोकार्पण किया। इनसे 4752 लोगों को रोजगार प्राप्त होगा। कुल 1586 करोड़ रूपए निवेश किया गया है। औद्योगिक इकाइयों को भूमि आवंटन से 6600 लोगों को रोजगार प्राप्त होगा। कॉन्क्लेव के अवसर पर 268 इकाइयों को भूमि आवंटन का निर्णय लिया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रतीक स्वरूप पांच इकाइयों को भूमि आवंटन पत्र प्रदान किए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जयविलास प्रवेश द्वार का लोकार्पण भी किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी जी का स्मरण भी किया।

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न्यूज डेस्क, अमर उजाला, ग्वालियर Published by: दिनेश शर्मा Updated Wed, 28 Aug 2024 07: 49 PM IST

बुधवार को ग्वालियर में आयोजित रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में प्रदेश में 8000 करोड़ का निवेश आया। इस मौके पर सीएम डॉ. मोहन यादव ने पांच जिलों में 1586 करोड़ रुपये की लागत वाली 47 नई औद्योगिक इकाइयों का सिंगल क्लिक से लोकार्पण और भूमिपूजन किया। 120 औद्योगिक इकाइयों को भूमि आवंटन पत्र भी प्रदान किए गए। इसके साथ ही ग्वालियर-चंबल जिले के आठ जिला स्तरीय इंडस्ट्री फेसिलिटेशन सेंटर का शुभारंभ किया गया। ये केंद्र ग्वालियर, मुरैना, भिंड, श्योपुर, शिवपुरी, दतिया, गुना और अशोकनगर में प्रांरभ किए गए हैं। कॉन्क्लेव में मेक्सिको, जाम्बिया के प्रतिनिधि भी शामिल हुए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि ग्वालियर में निजी क्षेत्र में बड़ा चिकित्सालय खोला जाएगा।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की पहल पर प्रदेश के संभागीय मुख्यालयों पर शुरू हुई रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव की श्रृंखल में बुधवार को ग्वालियर में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का भव्य आयोजन हुआ। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विभिन्न क्षेत्रों के उद्योगपतियों से वर्चुअली संवाद कर 120 इकाइयों को भूमि आवंटन आशय पत्र प्रदान किए। ग्वालियर समिट के दौरान कुल 8,000 करोड से अधिक के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हुए जिससे लगभग 35000 रोजगार के अवसर सृजित होंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ग्वालियर स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा निर्मित जय विलास प्रवेश द्वार का लोकार्पण भी किया।

यह कॉन्क्लेव विरासत, इतिहास और उद्योग की थीम पर केंद्रित थी। प्रारंभ में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कृषि विश्वविद्यालय परिसर में राजमाता विजयाराजे सिंधिया की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम क्षेत्र के उद्योग विकास की संभावनाओं पर केन्द्रित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। कहा कि रीजनल कॉन्क्लेव कहने को रीजनल है, लेकिन ये कॉन्क्लेव राज्य स्तरीय है। इन इकाइयों के प्रारंभ होने से स्पंदन पूरे प्रदेश में होना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुकूलता से उद्यमशीलता का विकास संभव है। ग्वालियर ऋषियों और संगीत साधकों की भूमि रही है। उद्योग और निवेश की दृष्टि से ग्वालियर प्रमुख केंद्र रहा है।

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JC मिल की समस्या हल होगी
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रदेश में हुकुमचंद मिल, इंदौर के श्रमिकों को राशि दिलवाने का कार्य किया गया। यह कार्य अनेक वर्ष से लंबित था। सरकार का यही कर्तव्य होना चाहिए। रुग्ण औद्योगिक इकाइयों की समस्याएं भी हल होना चाहिए। अब ऐसे अन्य मामलों के लिए जरूरी निर्णय दिए जाएंगे। जेसी मिल ग्वालियर की समस्या भी हुकुमचंद मिल की तर्ज पर हल की जाएगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इस अवसर पर चिकित्सा और हेल्थ सेक्टर में ग्वालियर में एक निजी क्षेत्र का अस्पताल प्रारंभ करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि सीतापुर में पुलिस चौकी और औद्योगिक क्षेत्र में फायर स्टेशन भी प्रारंभ किए जाएंगे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि कॉन्क्लेव के आयोजन के पीछे यह भाव भी है कि उद्योगपति प्रदेश की विशेषताओं को आकार स्वयं देखें और मध्यप्रदेश में उद्योग स्थापना का निर्णय लें।

छह माह में 1.84 लाख का निवेश आना बड़ी बात: सिंधिया
केन्द्रीय संचार और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि ग्वालियर में उद्योग की अलख  जगाने का कार्य मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने किया है। इस अंचल के प्रत्येक नागरिक के दिल में उन्होंने स्थान बना लिया है। ग्वालियर अंचल में अधोसंरचना और निवेश की शुरुआत वर्षों पहले की गई। वर्तमान में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रदेश की क्षमताओं के अनुकूल प्रदेश को राष्ट्र पटल पर लाने का कार्य किया है। रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव की पहल करने वाले प्रथम मुख्यमंत्री हैं डॉ मोहन यादव। सिंधिया ने कहा कि प्रदेश में 6 माह की अवधि में एक लाख 84 हजार करोड़ का निवेश आना सामान्य बात नहीं है। निश्चित ही ग्वालियर चंबल क्षेत्र की तस्वीर नए-नए उद्योगों के आने से बदल जाएगी। श्री सिंधिया ने विभिन्न सेक्टर में उद्योगों के विकास की संभावना पर भी प्रकाश डाला।

रोजगार के अवसर बनेंगे
प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग श्री राघवेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि प्रदेश में 121 बैठकें मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा की गई हैं। आगामी 7-8 फरवरी 2025 को भोपाल में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की तैयारी की जा रही है। प्रदेश में निवेश आ रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पिछले दिनों में विभिन्न औद्योगिक इकाइयों के 51 वर्चुअल शुभारंभ किए हैं। इससे लगभग 8300 व्यक्तियों के लिए रोजगार सृजन होगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जबलपुर, ग्वालियर, चंबल के उद्योगपतियों से चर्चा की है। प्रमुख सचिव सिंह ने उद्योग हितैषी नीतियों संशोधित श्रम नीतियों और ग्वालियर, चंबल संभागों में उद्योगों की प्रगति की संभावनाओं की विस्तृत से जानकारी दी।

शुभारंभ सत्र में केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री चैतन्य काश्यप, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन कल्याण, उद्यानिकी मंत्री नारायण सिंह कुशवाहा, संस्कृति राज्य मंत्री धर्मेन्द्र लोधी, सांसद संध्या राय, सांसद भारत सिंह कुशवाह, सांसद शिवमंगल सिंह तोमर, ग्रामोद्योग राज्य मंत्री दिलीप जायसवाल, किसान कल्याण एवं कृषि विकास मंत्री एदल सिंह कंषाना, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट, लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह मंच पर उपस्थित थे।
 

प्रमुख सचिव पर्यटन शिवशेखर शुक्ला ने पर्यटन क्षेत्र में विकास की संभावनाओं पर विस्तृत प्रजेंटेशन दिया। प्रमुख सचिव खनिज श्री संजय शुक्ला ने कोयला, लाइम स्टोन, कॉपर एवं अन्य खनिजों के क्षेत्र में प्रदेश की स्थिति की जानकारी दी। सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख सचिव संजय दुबे ने अपने प्रजेंटेशन में बताया कि मध्यप्रदेश की प्रगति गत दशक में 11 प्रतिशत रही जबकि आईटी क्षेत्र में प्रगति 43 प्रतिशत रही। 

उद्योगपतियों ने क्या कहा
अदाणी समूह के करण अदाणी ने कहा कि ग्वालियर में यह कॉन्क्लेव आर्थिक प्रगति को बढ़ाएगी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में अनेक क्षेत्रों में नए उद्योग आ रहे हैं। अदाणी ग्रुप प्रदेश में गुना और शिवपुरी में दो नई औद्योगिक इकाइयां प्रारंभ करेगा। शिवपुरी में 2500 करोड़ रुपए की लागत से रक्षा क्षेत्र में और गुना में 500 करोड़ रुपए की लागत से सीमेंट ग्राइंडिंग यूनिट प्रारंभ की जाएगी। बदरवास में भी जैकेट निर्माण इकाई शुरू की जाएगी, जिससे महिलाओं को बड़ी संख्या में रोजगार मिलेगा। यह निर्मित जैकेट विश्व के कोने-कोने तक जाएगी।
 

रिलायंस बायो एनर्जी के वाइस प्रेसिडेंट विवेक तनेजा ने कहा कि मध्यप्रदेश में समूह द्वारा बायो गैस और एनर्जी जनरेशन क्षेत्र में निवेश का विचार है। ट्रोपो लाइट के एमडी पुनीत डॉवर ने खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में निवेश प्रस्ताव की जानकारी दी। उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ. यादव की पहल से बैंगलोर से लेकर ग्वालियर तक हुई इन्वेस्टर्स समिट और इंडस्ट्री कॉन्क्लेव को रोजगार वृद्धि में सहायक बताया। डॉवर ने 100 करोड़ के निवेश मंतव्य की जानकारी दी जिससे करीब 500 महिलाओं को रोजगार मिलेगा।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने 47 नवीन उद्योग इकाइयों का शुभारंभ, भूमिपूजन और लोकार्पण किया। इनसे 4752 लोगों को रोजगार प्राप्त होगा। कुल 1586 करोड़ रूपए निवेश किया गया है। औद्योगिक इकाइयों को भूमि आवंटन से 6600 लोगों को रोजगार प्राप्त होगा। कॉन्क्लेव के अवसर पर 268 इकाइयों को भूमि आवंटन का निर्णय लिया गया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने प्रतीक स्वरूप पांच इकाइयों को भूमि आवंटन पत्र प्रदान किए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जयविलास प्रवेश द्वार का लोकार्पण भी किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी जी का स्मरण भी किया।

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