mpox-news:-संक्रमण-बीमारी-से-लड़ने-के-लिए-भारत-ने-कसी-कमर,-दिल्ली-aiims-ने-जारी किया protocol
Mpox वायरस दुनिया भर में काफी फैल तेजी से फैल रहा है. पाकिस्तान में भी इसके मामले सामने आए हैं. अब इस वायरस से लड़ने के लिए भारत ने तैयारी शुरू कर दी है. एम्स दिल्ली ने संदिग्ध मंकीपॉक्स के मरीजों के इलाज के लिए प्रोटोकॉल जारी किया है. | August 20, 2024 7: 12 PM Mpox News: मंकी पॉक्स या Mpox एक गंभीर संक्रमण बीमारी है. दुनिया के अलग अलग हिस्सों से इसके मामले सामने आ रहे हैं. अब इस बीमारी से लड़ने के लिए भारत ने भी तैयारी शुरू कर दी है. नई दिल्ली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) ने Mpox लक्षणों वाले रोगियों को संभालने के लिए Protocol जारी किए हैं. एक समाचार एजेंसी की रिपोर्ट की के अनुसार प्रमुख चिकित्सा संस्थान ने मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) जारी की है. जिसमें एम्स के आपातकालीन विभाग में मंकीपॉक्स के मामलों को संभालने के लिए आवश्यक कदमों का विवरण दिया गया है. बताते चलें कि इस वायरस के चलते विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा पिछले सप्ताह वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया था. Also Read: Mpox Case: दुनिया में पैर पसार रही नई महामारी, स्वीडन और पाकिस्तान में दर्ज किए गए मामले Mpox से लड़ने के लिए AIIMS दिल्ली ने जारी किया Protocol 1.Mpox के संदिग्ध मरीजों के लिए AIIMS दिल्ली ने पांच बेड आरक्षित किए गए हैं. 2.यदि किसी मरीज में Mpox के लक्षण दिखाई देते हैं या संदिग्ध मरीज आता है तो उसे इन्हीं बेड्स पर भेजा जाएगा. 3.इसके अतिरिक्त Mpox की पुष्टि के लिए जरूरी टेस्ट किए जाएंगे, जिसमें लैब परीक्षण शामिल होंगे. 4.Mpox से संदिग्ध मरीज का उपचार करते समय डॉक्टरों को पीपीई किट पहननी होगी. 5.संदिग्ध मरीज की हर जरूरी जानकारी जैसे घर का पता, मेडिकल हिस्ट्री और लक्षण सभी को फाइल में मेंटेन करना होगा. 6.बता दें की Mpox से बचाव के लिए AIIMS के अलावा सफदरजंग अस्पताल में एमपॉक्स मरीजों के लिए डेडिकेटेड एंबुलेस भी तैयारी की गई है. आखिर क्या होता है Mpox मंकीपॉक्स एक वायरल संक्रमण है जो मवाद से भरे घावों और फ्लू जैसे लक्षणों का कारण बनता है. संक्रमित व्यक्ति के लिए यह जानलेवा भी साबित हो सकता है. इस वायरस की पहचान सबसे पहले 1970 में हुई थी. वायरस के दो सबवैरिएंट हैं- क्लेड-1 और क्लेड-2. प्राप्त जानकारी के अनुसार यह एक ऐसा वायरस है जो बंदरों से इंसानों में फैला था. इसके साथ ही इस वायरस का ट्रांसमिशन यानी फैलाव एक से दूसरे इंसान में भी होता है. इससे संक्रमित होने के बाद सबसे पहले इंसान को बुखार आता है. उसको दाने निकलते हैं जो पूरे शरीर पर फैल सकते हैं. शुरू में दाने चेहरे पर नजर आते हैं. इसके बाद पूरे शरीर पर फैलते हैं. बता दें कि यह वायरस शुरुआत सबसे पहले अफ्रीका से फैला था. जानें Mpox के लक्षण Mpox संक्रमण के लक्षण आमतौर पर एक सप्ताह के भीतर दिखने लगते हैं, पर कभी कभी इन लक्षणों को दिखने में, संपर्क में आने के 1-21 दिन का भी समय लग जाता है. ये लक्षण आमतौर पर 2-4 सप्ताह तक रहते हैं. Mpox के निम्नवत लक्षण हैं. 1.त्वचा में दाने 2.बुखार 3.गले में खराश 4.सिरदर्द 5.मांसपेशियों में दर्द 6.पीठ दर्द 7.कम ऊर्जा 8.सूजी हुई लिम्फ नोड्स। इसके साथ ही कुछ लोगों के लिए, Mpox का पहला लक्षण त्वचा में दानों का निकलना है, जबकि अन्य लोगों में पहले अलग-अलग लक्षण भी हो सकते हैं Also Read: Mpox virus: पहले बुखार फिर चेहरे पर निकलता है दाना, मंकीपॉक्स ने बढ़ा दी दुनिया की टेंशन

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Mpox वायरस दुनिया भर में काफी फैल तेजी से फैल रहा है. पाकिस्तान में भी इसके मामले सामने आए हैं. अब इस वायरस से लड़ने के लिए भारत ने तैयारी शुरू कर दी है. एम्स दिल्ली ने संदिग्ध मंकीपॉक्स के मरीजों के इलाज के लिए प्रोटोकॉल जारी किया है.

| August 20, 2024 7: 12 PM

Mpox News: मंकी पॉक्स या Mpox एक गंभीर संक्रमण बीमारी है. दुनिया के अलग अलग हिस्सों से इसके मामले सामने आ रहे हैं. अब इस बीमारी से लड़ने के लिए भारत ने भी तैयारी शुरू कर दी है. नई दिल्ली में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) ने Mpox लक्षणों वाले रोगियों को संभालने के लिए Protocol जारी किए हैं. एक समाचार एजेंसी की रिपोर्ट की के अनुसार प्रमुख चिकित्सा संस्थान ने मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) जारी की है. जिसमें एम्स के आपातकालीन विभाग में मंकीपॉक्स के मामलों को संभालने के लिए आवश्यक कदमों का विवरण दिया गया है. बताते चलें कि इस वायरस के चलते विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा पिछले सप्ताह वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया था.

Also Read: Mpox Case: दुनिया में पैर पसार रही नई महामारी, स्वीडन और पाकिस्तान में दर्ज किए गए मामले

Mpox से लड़ने के लिए AIIMS दिल्ली ने जारी किया Protocol 1.Mpox के संदिग्ध मरीजों के लिए AIIMS दिल्ली ने पांच बेड आरक्षित किए गए हैं.
2.यदि किसी मरीज में Mpox के लक्षण दिखाई देते हैं या संदिग्ध मरीज आता है तो उसे इन्हीं बेड्स पर भेजा जाएगा.
3.इसके अतिरिक्त Mpox की पुष्टि के लिए जरूरी टेस्ट किए जाएंगे, जिसमें लैब परीक्षण शामिल होंगे.
4.Mpox से संदिग्ध मरीज का उपचार करते समय डॉक्टरों को पीपीई किट पहननी होगी.
5.संदिग्ध मरीज की हर जरूरी जानकारी जैसे घर का पता, मेडिकल हिस्ट्री और लक्षण सभी को फाइल में मेंटेन करना होगा.
6.बता दें की Mpox से बचाव के लिए AIIMS के अलावा सफदरजंग अस्पताल में एमपॉक्स मरीजों के लिए डेडिकेटेड एंबुलेस भी तैयारी की गई है.

आखिर क्या होता है Mpox मंकीपॉक्स एक वायरल संक्रमण है जो मवाद से भरे घावों और फ्लू जैसे लक्षणों का कारण बनता है. संक्रमित व्यक्ति के लिए यह जानलेवा भी साबित हो सकता है. इस वायरस की पहचान सबसे पहले 1970 में हुई थी. वायरस के दो सबवैरिएंट हैं- क्लेड-1 और क्लेड-2. प्राप्त जानकारी के अनुसार यह एक ऐसा वायरस है जो बंदरों से इंसानों में फैला था. इसके साथ ही इस वायरस का ट्रांसमिशन यानी फैलाव एक से दूसरे इंसान में भी होता है. इससे संक्रमित होने के बाद सबसे पहले इंसान को बुखार आता है. उसको दाने निकलते हैं जो पूरे शरीर पर फैल सकते हैं. शुरू में दाने चेहरे पर नजर आते हैं. इसके बाद पूरे शरीर पर फैलते हैं. बता दें कि यह वायरस शुरुआत सबसे पहले अफ्रीका से फैला था.

जानें Mpox के लक्षण Mpox संक्रमण के लक्षण आमतौर पर एक सप्ताह के भीतर दिखने लगते हैं, पर कभी कभी इन लक्षणों को दिखने में, संपर्क में आने के 1-21 दिन का भी समय लग जाता है. ये लक्षण आमतौर पर 2-4 सप्ताह तक रहते हैं.
Mpox के निम्नवत लक्षण हैं.
1.त्वचा में दाने
2.बुखार
3.गले में खराश
4.सिरदर्द
5.मांसपेशियों में दर्द
6.पीठ दर्द
7.कम ऊर्जा
8.सूजी हुई लिम्फ नोड्स।
इसके साथ ही कुछ लोगों के लिए, Mpox का पहला लक्षण त्वचा में दानों का निकलना है, जबकि अन्य लोगों में पहले अलग-अलग लक्षण भी हो सकते हैं

Also Read: Mpox virus: पहले बुखार फिर चेहरे पर निकलता है दाना, मंकीपॉक्स ने बढ़ा दी दुनिया की टेंशन