राज्यपाल मंगू भाई पटेल और डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ला – फोटो : अमर उजाला
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आदिवासियों में पाई जाने वाली सिकल सेल एनीमिया बीमारी से निवारण को लेकर मध्य प्रदेश कई मामलों में देशभर के लिए आदर्श बना है। यहां किए गए प्रयोगों को दूसरे राज्य भी अपना चुके हैं, इनमें जेनेटिक काउंसलिंग कार्ड भी शामिल है। शादी के पहले लड़का और लड़की का कार्ड मिलान कर यह पता किया जा सकता है कि संतान सिकल सेल एनीमिया से पीड़ित तो नहीं होगी। यहां बनाए गए पोर्टल का उपयोग भी अब पूरे देश में हो रहा है। मध्य प्रदेश में अब तक 20 हजार 556 सिकल सेल एनीमिया मरीज ट्रेस किए गए हैं। 33 जिलों में 59 लाख से ज्यादा लोगों की हुई स्क्रीनिंग की गई है।
राज्यपाल को डिप्टी सीएम ने दी जानकारी
सिकल सेल एनीमिया से निपटने को लेकर किया जा रहे प्रयासों की जानकारी देने के लिए मध्य प्रदेश के स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्री एवं डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला बुधवार को राज्यपाल मंगू भाई पटेल से मुलाकात की। इस दौरान शुक्ल ने सिकल सेल अनीमिया के नियंत्रण के लिए किए जा रहे प्रयासों और प्रगति से राज्यपाल पटेल को अवगत कराया। उन्होंने हीमोग्लोबिनोपैथी मिशन अन्तर्गत किए जा रहे कार्यों, सिकल सेल रोगियों एवं वल्नरेबल क्षेत्र के नागरिकों के बचाव एवं उपचार के प्रयासों और संचालित जागरूकता गतिविधियों की जानकारी प्रदान की।
32 लाख 37 हज़ार 842 लोगों को सिकल सेल कार्ड वितरित किए
उप-मुख्यमंत्री शुक्ल ने बताया कि प्रभावित क्षेत्र का हर नागरिक सिकल सेल की रोकथाम के लिए सावधानियों को समझे और आत्मसात करे, इसके लिए जागरूकता अभियान और आउटकम की मॉनिटरिंग के प्रयास किए जा रहे हैं। ताकि सिकल सेल अनीमिया को जड़ से समाप्त किया जा सके।शुक्ल ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश के 33 ज़िलों में सिकल मरीज़ों की स्क्रीनिंग का कार्य किया जा रहा है। 59 लाख से अधिक नागरिकों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है, जिनमें 1 लाख 34 हज़ार नागरिक सिकल सेल वाहक और 20 हज़ार 526 सिकल सेल अनीमिया के मरीज़ पाये गये हैं। 32 लाख 37 हज़ार 842 व्यक्तियों को सिकल सेल कार्ड वितरित किए जा चुके हैं। मरीजों के उपचार एवं प्रबंधन के लिए चिह्नांकित जिलों में 6 से 10 बिस्तरीय एकीकृत उपचार केंद्र स्थापित कर मरीजों को प्रबंधन एवं उपचार के साथ हाइड्रॉक्सीयूरिया, फोलिक एसिड दवाइयों का वितरण किया जा रहा है। एकीकृत उपचार केन्द्रों में निःशुल्क एवं रिप्लेसमेंट फ्री एवं सुरक्षित रक्त की सुविधा है। वर्ष 2024-25 में सिकल सेल मरीजों को लगभग 9 लाख 22 हज़ार 500 हाइडॉक्सीयूरिया का वितरण एवं 3 हज़ार 37 यूनिट निःशुल्क रक्ताधान किया गया है।
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