न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भोपाल Published by: आनंद पवार Updated Sat, 10 Aug 2024 09: 54 AM IST  मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के बेहतर क्रियान्वयन के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी विश्वविद्यालयों में कृषि एवं उद्यानिकी के विषय प्रारंभ किए जाएं। स्किल डेवलपमेंट में जुगाड़ कार्यक्रम शुरू करें। यह कम पढ़े-लिखे लोगों के लिए उपयोगी होगा। सीएम डॉ. मोहन यादव - फोटो : अमर उजाला विस्तार वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को मंत्रालय में तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार विभाग की बैठक ली। इसमें सीएम ने संत शिरोमणि रविदास ग्लोबल स्किल्स पार्क भोपाल के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने समय-सीमा में कार्य करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्किल डेवलपमेंट का दायरा बहुत विस्तृत है। हर कॉलेज में स्किल डेवलपमेंट के कोर्स संचालित किए जाने चाहिए। उन्हें रोजगारपरक पाठ्यक्रमों को जोड़ा जाए। विद्वानों का मार्गदर्शन लेकर कौशल विकास के कार्य किए जाएं। बैठक में कौशल विकास एवं रोजगार विभाग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गौतम टेटवाल, मुख्य सचिव वीरा राणा, अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा और अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कम जमीन से ज्यादा उपज प्राप्त करने का कार्य भी स्किल डेवलपमेंट ही है। आमदनी बढ़ाने के लिए स्किल डेवलपमेंट जरूरी है। हर विभाग में स्किल डेवलपमेंट का प्लान बने। अपने-अपने क्षेत्र में संभावनाएं तलाशी जाएं। पशुधन से दूध-उत्पादन, नस्ल सुधार, दूध से बने उत्पादों का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित हों।  कोई विकासखंड बगैर आईटीआई के न हो प्रदेश में कुल 956 आईटीआई संचालित हैं। हर विकासखंड में आईटीआई संचालित होना चाहिए। कोई भी विकासखंड बगैर आईटीआई के न रहे। आईटीआई के विद्यार्थियों को अधिकाधिक संख्या में रोजगार और प्लेसमेंट हो। हॉर्टीकल्चर से बड़े पैमाने पर रोजगार मिल रहा है।मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जिलों में जिस तरह के औद्योगिक क्षेत्र हैं, उसके अनुरूप विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया जाए। उन्होंने महिला स्व-सहायता समूह द्वारा बनाए जा रहे उत्पादों की जानकारी ली। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बहनों को टेक्सटाइल उद्योग से जोड़ने के लिए आवश्यक प्रबंध करने को कहा। उच्च शिक्षा एवं स्कूल शिक्षा विभाग में विभिन्न भाषाओं का ज्ञान दिया जाये। स्किल डेवलपमेंट के प्रमोशन कार्यक्रम हों। टूरिज्म में रोजगार बढ़ाने का कार्य करें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के बेहतर क्रियान्वयन के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी विश्वविद्यालयों में कृषि एवं उद्यानिकी के विषय प्रारंभ किए जाएं। स्किल डेवलपमेंट में जुगाड़ कार्यक्रम शुरू करें। यह कम पढ़े-लिखे लोगों के लिए उपयोगी होगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ग्लोबल स्किल पार्क की कल्पना को साकार करने के लिए समुचित प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे| Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

You can share this post!

Related News

Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भोपाल Published by: आनंद पवार Updated Sat, 10 Aug 2024 09: 54 AM IST

 मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के बेहतर क्रियान्वयन के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी विश्वविद्यालयों में कृषि एवं उद्यानिकी के विषय प्रारंभ किए जाएं। स्किल डेवलपमेंट में जुगाड़ कार्यक्रम शुरू करें। यह कम पढ़े-लिखे लोगों के लिए उपयोगी होगा। सीएम डॉ. मोहन यादव – फोटो : अमर उजाला

विस्तार वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को मंत्रालय में तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार विभाग की बैठक ली। इसमें सीएम ने संत शिरोमणि रविदास ग्लोबल स्किल्स पार्क भोपाल के कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने समय-सीमा में कार्य करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्किल डेवलपमेंट का दायरा बहुत विस्तृत है। हर कॉलेज में स्किल डेवलपमेंट के कोर्स संचालित किए जाने चाहिए। उन्हें रोजगारपरक पाठ्यक्रमों को जोड़ा जाए। विद्वानों का मार्गदर्शन लेकर कौशल विकास के कार्य किए जाएं। बैठक में कौशल विकास एवं रोजगार विभाग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गौतम टेटवाल, मुख्य सचिव वीरा राणा, अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा और अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कम जमीन से ज्यादा उपज प्राप्त करने का कार्य भी स्किल डेवलपमेंट ही है। आमदनी बढ़ाने के लिए स्किल डेवलपमेंट जरूरी है। हर विभाग में स्किल डेवलपमेंट का प्लान बने। अपने-अपने क्षेत्र में संभावनाएं तलाशी जाएं। पशुधन से दूध-उत्पादन, नस्ल सुधार, दूध से बने उत्पादों का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित हों। 

कोई विकासखंड बगैर आईटीआई के न हो
प्रदेश में कुल 956 आईटीआई संचालित हैं। हर विकासखंड में आईटीआई संचालित होना चाहिए। कोई भी विकासखंड बगैर आईटीआई के न रहे। आईटीआई के विद्यार्थियों को अधिकाधिक संख्या में रोजगार और प्लेसमेंट हो। हॉर्टीकल्चर से बड़े पैमाने पर रोजगार मिल रहा है।मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जिलों में जिस तरह के औद्योगिक क्षेत्र हैं, उसके अनुरूप विद्यार्थियों को प्रशिक्षण दिया जाए। उन्होंने महिला स्व-सहायता समूह द्वारा बनाए जा रहे उत्पादों की जानकारी ली। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बहनों को टेक्सटाइल उद्योग से जोड़ने के लिए आवश्यक प्रबंध करने को कहा। उच्च शिक्षा एवं स्कूल शिक्षा विभाग में विभिन्न भाषाओं का ज्ञान दिया जाये। स्किल डेवलपमेंट के प्रमोशन कार्यक्रम हों। टूरिज्म में रोजगार बढ़ाने का कार्य करें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना के बेहतर क्रियान्वयन के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी विश्वविद्यालयों में कृषि एवं उद्यानिकी के विषय प्रारंभ किए जाएं। स्किल डेवलपमेंट में जुगाड़ कार्यक्रम शुरू करें। यह कम पढ़े-लिखे लोगों के लिए उपयोगी होगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने ग्लोबल स्किल पार्क की कल्पना को साकार करने के लिए समुचित प्रबंध सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

Posted in MP