mp-news-:-सागर,-रीवा-की-घटना-पर-जीतू-पटवारी-बोले-बच्चों-की-सरकारी-हत्या,-शिक्षा-पर-श्वेत-पत्र-जारी करे-सरकार
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भोपाल Published by: संदीप तिवारी Updated Sun, 04 Aug 2024 06: 22 PM IST मध्य प्रदेश के सागर और रीवा में दीवार गिरने से बच्चों की मौत की घटना पर पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर घटनाओं का जिम्मेदार सरकार को बताया है।    पीसीसी में जीतू पटवारी की प्रेसवार्ता - फोटो : अमर उजाला विस्तार वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें मध्य प्रदेश के रीवा और उसके बाद सागर में दीवार गिरने से बच्चों की मौत पर सियासत शुरू हो गई है। दोनों घटनाओं को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार पर जमकर हमला बोला है उन्होंने इन दोनों घटनाओं बच्चों की सरकारी हत्या बताया है और स्कूल शिक्षा विभाग को श्वेत पत्र लाने की बात कही है।     प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने पत्रकार वार्ता के माध्यम से कहा कि मप्र की सरकार पूरे देश से अलग सरकार है, जिसमें पिछले 10 साल में शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर कमी आयी है। शिक्षा के लिए 10 साल में बढ़कर सीधा दोगुना यानि 32 हजार करोड़ का बजट किया गया है, लेकिन इन सालों में बच्चों की संख्या 50 लाख घट गई है। भाजपा सरकार का चेहरा तीन आंकड़े बताता हैं, जनसंख्या बड़ी, स्कलों में बच्चों की संख्या घटी और मुख्यमंत्री विज्ञापन और इवेंट में व्यस्त हैं।  स्कूलों की हालत खराब और मुख्यमंत्री इंवेट में व्यस्त  पटवारी ने कहा कि रोज अखबारों में देखते हैं कहीं स्कूलों के पास नाला बह रहा है, स्कूलों के पास में गटर हैं, डेंगू फेल रहा हैं, कहीं झाड के नीचे बच्चों को पढ़ाया जा रहा है, कहीं भवन विहीन स्कूल हैं, कहीं शिक्षक हैं पर बच्चे नदारद है तो कहीं दो-दो सौ बच्चे हैं लेकिन शिक्षक नदारद है। शहरी क्षेत्रों में शिक्षकों की अधिकता और ग्रामीण सुदूर अंचलों में शिक्षकों का अभाव है और मुख्यमंत्री इंवेट में व्यस्त रहते हैं।      बच्चों की सरकारी तंत्र द्वारा हत्या पटवारी ने कहा कि रीवा में जो घटना हुई है वह घटना-दुर्घटना नहीं, सरकार द्वारा की गई बच्चों की सरकारी हत्या है। रीवा के गढ़ में एक जर्जर दीवार गिरने से  4 बच्चों की अकाल मृत्यु बेहद दर्दनाक है। ऐसे ही सागर में बच्चों के साथ जो दुर्घटना हुई वह प्रशासन की लापरवाही का इससे बड़ा उदाहरण ओर क्या हो सकता है। सागर जिले के शाहपुर ब्लाक में शिवलिंग निर्माण के दौरान कार्यक्रम स्थल की दीवार गिरने से 9 बच्चों की मौत हो गई और 4 बच्चे जीवन और मृत्यु से संघर्ष कर रहे हैं। मुख्यमंत्री जी एक तरफ आप इंवेट करते हैं मीडिया और अखबारों की सुर्खियां बटोरते हैं। विज्ञापन देते हैं और दूसरी तरफ बच्चों की सरकारी तंत्र द्वारा हत्या होती है, इसके दोषी मुख्यमंत्री मोहन यादव जी है। यह प्रदेश हादसों का प्रदेश बन गया है।  मध्य प्रदेश में चल रही है तीन सी की सरकार   पटवारी ने कहा कि मप्र में तीन सी की सरकार चल रही है कर्ज, क्राईम और करप्शन। भाजपा के नेताओं और अधिकारियों द्वारा किये जा रहे भ्रष्टाचार की बयार बह रही है। सरकार कर्ज लेने में पीछे नहीं हटती और इंवेट करके उस कर्ज का खर्च करने में भी पीछे नहीं हटती। पच्चीस विभागों पर बजट की राशि से खर्च पर रोक लगा दी गई है। आर्थिक अराजकता की स्थिति मप्र में निर्मित हो चुकी है। बच्चों की हुई सरकारी हत्या पर मप्र सरकार की मैं निंदा करता हूं। कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि बच्चों की सरकारी हत्या और स्कूली शिक्षा को लेकर मोहन यादव सरकार श्वेत पत्र जारी करे। पत्रकार वार्ता के दौरान प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक भी उपस्थित थे। रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे| Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

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न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भोपाल Published by: संदीप तिवारी Updated Sun, 04 Aug 2024 06: 22 PM IST

मध्य प्रदेश के सागर और रीवा में दीवार गिरने से बच्चों की मौत की घटना पर पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर घटनाओं का जिम्मेदार सरकार को बताया है। 
  पीसीसी में जीतू पटवारी की प्रेसवार्ता – फोटो : अमर उजाला

विस्तार वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें

मध्य प्रदेश के रीवा और उसके बाद सागर में दीवार गिरने से बच्चों की मौत पर सियासत शुरू हो गई है। दोनों घटनाओं को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार पर जमकर हमला बोला है उन्होंने इन दोनों घटनाओं बच्चों की सरकारी हत्या बताया है और स्कूल शिक्षा विभाग को श्वेत पत्र लाने की बात कही है।     प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने पत्रकार वार्ता के माध्यम से कहा कि मप्र की सरकार पूरे देश से अलग सरकार है, जिसमें पिछले 10 साल में शिक्षा के क्षेत्र में निरंतर कमी आयी है। शिक्षा के लिए 10 साल में बढ़कर सीधा दोगुना यानि 32 हजार करोड़ का बजट किया गया है, लेकिन इन सालों में बच्चों की संख्या 50 लाख घट गई है। भाजपा सरकार का चेहरा तीन आंकड़े बताता हैं, जनसंख्या बड़ी, स्कलों में बच्चों की संख्या घटी और मुख्यमंत्री विज्ञापन और इवेंट में व्यस्त हैं। 

स्कूलों की हालत खराब और मुख्यमंत्री इंवेट में व्यस्त 
पटवारी ने कहा कि रोज अखबारों में देखते हैं कहीं स्कूलों के पास नाला बह रहा है, स्कूलों के पास में गटर हैं, डेंगू फेल रहा हैं, कहीं झाड के नीचे बच्चों को पढ़ाया जा रहा है, कहीं भवन विहीन स्कूल हैं, कहीं शिक्षक हैं पर बच्चे नदारद है तो कहीं दो-दो सौ बच्चे हैं लेकिन शिक्षक नदारद है। शहरी क्षेत्रों में शिक्षकों की अधिकता और ग्रामीण सुदूर अंचलों में शिक्षकों का अभाव है और मुख्यमंत्री इंवेट में व्यस्त रहते हैं।

    
बच्चों की सरकारी तंत्र द्वारा हत्या
पटवारी ने कहा कि रीवा में जो घटना हुई है वह घटना-दुर्घटना नहीं, सरकार द्वारा की गई बच्चों की सरकारी हत्या है। रीवा के गढ़ में एक जर्जर दीवार गिरने से  4 बच्चों की अकाल मृत्यु बेहद दर्दनाक है। ऐसे ही सागर में बच्चों के साथ जो दुर्घटना हुई वह प्रशासन की लापरवाही का इससे बड़ा उदाहरण ओर क्या हो सकता है। सागर जिले के शाहपुर ब्लाक में शिवलिंग निर्माण के दौरान कार्यक्रम स्थल की दीवार गिरने से 9 बच्चों की मौत हो गई और 4 बच्चे जीवन और मृत्यु से संघर्ष कर रहे हैं। मुख्यमंत्री जी एक तरफ आप इंवेट करते हैं मीडिया और अखबारों की सुर्खियां बटोरते हैं। विज्ञापन देते हैं और दूसरी तरफ बच्चों की सरकारी तंत्र द्वारा हत्या होती है, इसके दोषी मुख्यमंत्री मोहन यादव जी है। यह प्रदेश हादसों का प्रदेश बन गया है। 

मध्य प्रदेश में चल रही है तीन सी की सरकार 
 पटवारी ने कहा कि मप्र में तीन सी की सरकार चल रही है कर्ज, क्राईम और करप्शन। भाजपा के नेताओं और अधिकारियों द्वारा किये जा रहे भ्रष्टाचार की बयार बह रही है। सरकार कर्ज लेने में पीछे नहीं हटती और इंवेट करके उस कर्ज का खर्च करने में भी पीछे नहीं हटती। पच्चीस विभागों पर बजट की राशि से खर्च पर रोक लगा दी गई है। आर्थिक अराजकता की स्थिति मप्र में निर्मित हो चुकी है। बच्चों की हुई सरकारी हत्या पर मप्र सरकार की मैं निंदा करता हूं। कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि बच्चों की सरकारी हत्या और स्कूली शिक्षा को लेकर मोहन यादव सरकार श्वेत पत्र जारी करे। पत्रकार वार्ता के दौरान प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक भी उपस्थित थे।

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