damoh-news:-तालाब-पर-पानी-पी-रहे-बकरे-का-मगरमच्छ-ने-किया-शिकार,-वन-विभाग-ने-लगाई-जाने-पर-पाबंदी
तालाब के समीप बैठा मगरमच्छ विस्तार Follow Us दमोह जिले में इस समय मगरमच्छ का आतंक है। आए दिन लोगों पर हमले हो रहे हैं। गुरुवार को दमोह के मुड़ारी राजघाट गांव में बस्ती के पास बने एक तालाब में मगरमच्छ आ गया है। मगरमच्छ ने पानी पीने गए बकरियों के झुंड पर हमला बोल दिया। एक बकरे को जबड़े में जकड़ लिया। चरवाहे के चिल्लाने और पथराव करने से मगरमच्छ बकरे को छोड़कर तालाब के पानी में चला गया। हालांकि, थोड़ी देर बाद बकरे की मौत होने गई। डिप्टी रेंजर नेक नारायण खरे ने कहा कि बस्ती के समीप स्थित तालाब में मगरमच्छ ने बकरे पर हमला किया था। ग्राम मुंडारी निवासी गजराज बंसल ने बताया कि बकरी चराने के लिए मेरी मां गई हुई थी। दोपहर में गाव के पास बने तालाब में बकरियों को पानी पिलाने तालाब में ले गई थी। अचानक से मगरमच्छ ने बकरे पर हमला बोल दिया। चिल्लाने और पथराव की वजह से बकरे को छोड़कर मगरमच्छ तालाब के पानी में चला गया। बताया जाता है कि मुडारी राजघाट के रहवासी इलाके के तालाब में एक बड़ा मगरमच्छ और बच्चा ग्रामीणों को दिखाई दिया है। ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना है। तालाब में बच्चे, महिलाएं सभी लोग नहाने जाते हैं। ऐसे में तालाब में रहने वाले मगरमच्छ से लोगों को खतरा है। वन विभाग की टीम से मगरमच्छ के रेस्क्यू की मांग की है। डिप्टी रेंजर नेक नारायण खरे ने बताया कि तालाब से मगरमच्छ को पकड़ने के लिए अधिकारियों से बोलकर पिंजरा मंगवाया गया है। शीघ्र ही मगरमच्छ का रेस्क्यू किया जाएगा। जब तक मगरमच्छ पकड़ नहीं जाता है, कोई भी तालाब न जाए। मगरमच्छ हमलावर हो गया है। सतर्क और सुरक्षित रहें। दमोह जिले से लगी व्यारमा नदी में मगरमच्छों की संख्या अधिक होने से व्यारमा नदी की सहायक नदी-नालों के रास्ते से रहवासी इलाकों तक पहुंच रहे हैं। इससे मगरमच्छों का खतरा बना हुआ है।

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तालाब के समीप बैठा मगरमच्छ

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दमोह जिले में इस समय मगरमच्छ का आतंक है। आए दिन लोगों पर हमले हो रहे हैं। गुरुवार को दमोह के मुड़ारी राजघाट गांव में बस्ती के पास बने एक तालाब में मगरमच्छ आ गया है। मगरमच्छ ने पानी पीने गए बकरियों के झुंड पर हमला बोल दिया। एक बकरे को जबड़े में जकड़ लिया। चरवाहे के चिल्लाने और पथराव करने से मगरमच्छ बकरे को छोड़कर तालाब के पानी में चला गया। हालांकि, थोड़ी देर बाद बकरे की मौत होने गई।

डिप्टी रेंजर नेक नारायण खरे ने कहा कि बस्ती के समीप स्थित तालाब में मगरमच्छ ने बकरे पर हमला किया था। ग्राम मुंडारी निवासी गजराज बंसल ने बताया कि बकरी चराने के लिए मेरी मां गई हुई थी। दोपहर में गाव के पास बने तालाब में बकरियों को पानी पिलाने तालाब में ले गई थी। अचानक से मगरमच्छ ने बकरे पर हमला बोल दिया। चिल्लाने और पथराव की वजह से बकरे को छोड़कर मगरमच्छ तालाब के पानी में चला गया। बताया जाता है कि मुडारी राजघाट के रहवासी इलाके के तालाब में एक बड़ा मगरमच्छ और बच्चा ग्रामीणों को दिखाई दिया है। ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना है। तालाब में बच्चे, महिलाएं सभी लोग नहाने जाते हैं। ऐसे में तालाब में रहने वाले मगरमच्छ से लोगों को खतरा है। वन विभाग की टीम से मगरमच्छ के रेस्क्यू की मांग की है।

डिप्टी रेंजर नेक नारायण खरे ने बताया कि तालाब से मगरमच्छ को पकड़ने के लिए अधिकारियों से बोलकर पिंजरा मंगवाया गया है। शीघ्र ही मगरमच्छ का रेस्क्यू किया जाएगा। जब तक मगरमच्छ पकड़ नहीं जाता है, कोई भी तालाब न जाए। मगरमच्छ हमलावर हो गया है। सतर्क और सुरक्षित रहें। दमोह जिले से लगी व्यारमा नदी में मगरमच्छों की संख्या अधिक होने से व्यारमा नदी की सहायक नदी-नालों के रास्ते से रहवासी इलाकों तक पहुंच रहे हैं। इससे मगरमच्छों का खतरा बना हुआ है।

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