मानपुर विधानसभा में आयोजित सामूहिक विवाह समारोह। – फोटो : अमर उजाला
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उमरिया जिले के मानपुर में एक अजीबोगरीब घटना सामने आई, जिसके बाद विधायक और अधिकारियों के फैसले पर भी सवाल उठने लग हैं। जिले के मानपुर विधानसभा में मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत सामूहिक विवाह का आयोजन किया जा रहा था। तभी एक महिला एक बच्ची को लेकर विवाह स्थल पर पहुंच गई। वहां उसने जो दावा किया उसके बाद तो सामूहिक विवाह के आयोजन में खलबली मच गई। जिम्मेदार हक्के-बक्के रह गए। वहां मौजूद नेता और अधिकारी मौन होकर देखते रहे और विवाह संपन्न हो गया।
घटना उमरिया जिले के मानपुर विधानसभा क्षेत्र के पाली जनपद पंचायत अंतर्गत घुनघुटी गांव की है। यहां सामूहिक विवाह का आयोजन कराया गया। सामूहिक विवाह का कार्यक्रम चल ही रहा था। तभी चिनकी गांव की रहने वाली महिला ललिता बाई को पता चलता है कि उसका पति धरम लाल बैगा सामूहिक विवाह में धुपखड़ा गांव की रहने वाली दूसरी लड़की से विवाह कर रहा है। महिला तुरंत ही अपने पिता कल्लू बैगा को लेकर विवाह स्थल पहुंच गई। पत्नी ललिता बाई वहां खड़े सभी जिम्मेदारों को बताने लगी है कि ये मेरा पति है और हमारी एक बेटी भी है। इस विवाह को तुरंत रोका जाए।
मुख्यमंत्री विवाह कन्यादान योजना के तहत सामूहिक विवाह का आयोजन चल रहा था। इस मौके पर मानपुर विधानसभा क्षेत्र की वर्तमान विधायक और पूर्व मंत्री मीना सिंह वहां मौजूद थीं। इसके अलावा जिले के आला अधिकारी भी मौजूद रहे। इन सभी के सामने महिला दावा करती रही कि मंडप में बैठा पति उसका पति है फिर दोबारा शादी कैसे कर रहा है? वहां मौजूद किसी ने भी पिता-पुत्री की गुहार नहीं सुनी। महिला गुहार लगाती रही जिम्मेदार आला अधिकारी चुप्पी साधे रहे और उसका पति दूसरा विवाह करके चला गया।
एक ओर महिला अपने पिता के साथ पहुंचकर ये दावा करती रही कि उसका पति दूसरी शादी कर रहा है। वहीं, उक्त व्यक्ति धरम लाल बैगा ने महिला और बेटी को पहचानने से इंकार कर दिया। उसने कहा कि वो अभी कुंवारा है। उसकी शादी नहीं हुई है। ये किसकी बेटी है, वो इनको नहीं जानता। जब तक शादी होती रही तब तक व्यक्ति लगातार इस बात का विरोध करता रहा।
वहीं, इस पूरे मामले को लेकर पाली जनपद पंचायत के सीईओ कुंवर कन्हाई से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जांच करवा कर एफआईआर करवाई जाएगी।
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