अमर उजाला, न्यूज डेस्क, भोपाल Published by: दिनेश शर्मा Updated Sun, 07 Jul 2024 10: 34 PM IST
मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी को पहले विधानसभा और फिर लोकसभा चुनाव में करारी पराजय का सामना करना पड़ा है। दोनों ही चुनावों में बड़ी हार से पार्टी बिखर सी गई है। कांग्रेस अब केंद्र से लेकर राज्य स्तर तक संगठन को मजबूत करने में जुटी हुई है। जहां एक तरफ युवाओं को जोड़ने का काम चल रहा है, वहीं अब वरिष्ठ नेताओं के भी सुझाव लिए जा रहे हैं। कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह ने कहा कि एमपी कांग्रेस की नई कार्यकारिणी 10 से 15 दिन में बन जाएगी। इस पर तेजी से काम किया जा रहा है। कांग्रेस पार्टी मध्य प्रदेश के अंदर नए जज्बे के साथ मजबूती के साथ जनता की आवाज बनकर उभरेगी।
रविवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में आयोजित राजनीतिक मामलों की समिति की बैठक में कमलनाथ को छोड़कर प्रदेश के सभी बड़े नेताओं ने संगठन को मजबूत बनाने के लिए सुझाव दिए। हार के कारणों पर भी चर्चा की गई। इस बैठक में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय, पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव, कांतिलाल भूरिया, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल, डॉ. गोविंद सिंह, सीडब्लूसी मेंबर कमलेश्वर पटेल, ओमकार मरकाम, मीडिया विभाग के अध्यक्ष मुकेश नायक सहित अन्य नेताओं की उपस्थिति में प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में बैठक चल रही है। बैठक में सभी वरिष्ठ नेताओं सहित समिति के सदस्य उपस्थित रहे।
भीतरघात करने वालों पर होगी कार्रवाई
प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह दो दिन तक चली बैठकों की जानकारी देते हुए बताया कि पहले चरण के मंथन का कार्यक्रम था। उसमें 13 से 14 घंटे चर्चा हुई। सभी विधानसभा क्षेत्र के प्रत्याशियों से और विधायकों से बहुत सारे नए विचार आए हैं। उन पर कार्ययोजना बनाई जाएगी। भंवर सिंह ने आगे कहा कि भीतरघात करने वाले लोगों पर कार्रवाई की जाएगी। इसका समय होता है। वह कार्रवाई अनुशासन समिति करती है।
भाजपा विचलित हो गई
भंवर सिंह ने राहुल गांधी के बयान कि अयोध्या की तरह गुजरात में हराएंगे और इस पर भाजपा नेताओं के पलटवार पर कहा कि भाजपा विचलित हो चुकी है, एक्सपोज हो चुकी है। वह समय बहुत जल्दी आने वाला है जब उसे पूरे देश में हार का सामना करना पड़ेगा। चुनाव में हार के बाद कांग्रेस अब एमपी में संगठनात्मक मजबूती के लिए काम करेगी। इसके लिए शनिवार को दिन भर संभागवार विधानसभा प्रत्याशियों की बैठक कर हार के कारण जानने के बाद रविवार को लोकसभा चुनाव हारे प्रत्याशियों के साथ बैठक की गई।
हार जीत के अंतर की जानकारी मांगी गई
बैठक में बुलाए गए प्रत्याशियों से विधानसभा और लोकसभा क्षेत्र का नाम पूछने के साथ चुनाव में पड़े कुल वोट, प्रत्याशी को मिले वोट, हार जीत के अंतर की जानकारी भी मांगी गई। प्रत्याशी को अपना नाम और विधानसभा क्षेत्र या लोकसभा क्षेत्र का नाम भी लिखकर देने के लिए कहा गया। इन सभी बिंदुओं के आधार पर पार्टी आगामी दिनों की रणनीति तय करेगी और पार्टी की मजबूती के लिए जरूरी निर्णय लिए जाएंगे।
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