raisen-news:-गोदर-नदी-किनारे-फेंकी-जा-रही-फैक्ट्रियों-से-निकलने-वाली-राखड़,-जलीय-जीवों-को-हो-रहा-भारी-नुकसान
नदी किनारे पड़ी राखड़ - फोटो : अमर उजाला विस्तार Follow Us ओबेदुल्लागंज नगर परिषद के वार्ड नंबर 1 और ग्राम पंचायत मगर पूछ के बीच बहने वाली गोधन नदी के पास की ग्रीन बेल्ट की भूमि पर बड़ी मात्रा में फैक्ट्री से निकलने वाली रखड़ को फेंका गया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पूछ निवासी नीरज गोर पिता रामस्वरूप गौर द्वारा फैक्ट्री से ठेका लेकर राखड़ फेंकने का काम किया जा रहा था। नीरज गौर द्वारा ही नदी के किनारे राखड़ को फेंका गया है। इनका कहना है गोदान नदी के किनारे बड़ी मात्रा में फैक्ट्री से निकलने वाली राखड़ को फेंका जा रहा है। यह नियम विरुद्ध है। जिस व्यक्ति द्वारा राखल को फेंका गया है। जांच कर नियम अनुसार कार्रवाई की जाएगी। अभय श्राप (मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड मंडीदीप) मध्य प्रदेश सरकार द्वारा 5 जून से लेकर 16 जून तक जल गंगा संवर्धन अभियान चलाया गया था, जिसमें करोड़ों रुपए लगाकर नदियों बावडी की साफ सफाई की गई थी। वहीं दूसरी ओर देखा जाए तो गोदर नदी किनारे फैक्ट्री से निकलने वाली राखड़ को बड़ी मात्रा में फेंका जा रहा है। जिम्मेदार अधिकारियों को जांच कर उचित कार्रवाई की जानी चाहिए। मनीष मालवीय (सामाजिक कार्यकर्ता मंडीदीप) रायसेन से देवराज दुबे की रिपोर्ट

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नदी किनारे पड़ी राखड़ – फोटो : अमर उजाला

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ओबेदुल्लागंज नगर परिषद के वार्ड नंबर 1 और ग्राम पंचायत मगर पूछ के बीच बहने वाली गोधन नदी के पास की ग्रीन बेल्ट की भूमि पर बड़ी मात्रा में फैक्ट्री से निकलने वाली रखड़ को फेंका गया। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पूछ निवासी नीरज गोर पिता रामस्वरूप गौर द्वारा फैक्ट्री से ठेका लेकर राखड़ फेंकने का काम किया जा रहा था। नीरज गौर द्वारा ही नदी के किनारे राखड़ को फेंका गया है।

इनका कहना है
गोदान नदी के किनारे बड़ी मात्रा में फैक्ट्री से निकलने वाली राखड़ को फेंका जा रहा है। यह नियम विरुद्ध है। जिस व्यक्ति द्वारा राखल को फेंका गया है। जांच कर नियम अनुसार कार्रवाई की जाएगी।

अभय श्राप (मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड मंडीदीप)

मध्य प्रदेश सरकार द्वारा 5 जून से लेकर 16 जून तक जल गंगा संवर्धन अभियान चलाया गया था, जिसमें करोड़ों रुपए लगाकर नदियों बावडी की साफ सफाई की गई थी। वहीं दूसरी ओर देखा जाए तो गोदर नदी किनारे फैक्ट्री से निकलने वाली राखड़ को बड़ी मात्रा में फेंका जा रहा है। जिम्मेदार अधिकारियों को जांच कर उचित कार्रवाई की जानी चाहिए।

मनीष मालवीय (सामाजिक कार्यकर्ता मंडीदीप)

रायसेन से देवराज दुबे की रिपोर्ट

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