instagram-comments-controversy:-धमकी-से-डरी-छात्राओं-को-कुलपति-ने-अपनी-गाड़ी-से-पहुंचाया-थाने,-दिया-आवेदन
दीपिका शिंदे, सीएसपी - फोटो : अमर उजाला विस्तार Follow Us सोशल मीडिया पर कुछ छात्रों की पोस्ट पर कमेंट्स करने से छात्र नाराज हो गए और उन्होंने विक्रम विश्वविद्यालय के गर्ल्स छात्रावास पर पहुंचकर कुछ ऐसा हंगामा मचाया की छात्राओं को अपनी सुरक्षा के लिए माधवनगर थाने पहुंचना पड़ा। छात्रावास में घुसकर आग लगाने, छात्राओं को उठाने और दुष्कर्म करने जैसी धमकी देने वाले छात्रों से खुद की सुरक्षा की मांग भी करनी पड़ी। देवास रोड स्थित विक्रम विश्वविद्यालय के विद्योतमा छात्रावास पर पिछले दो दिनों से हंगामा मचा हुआ है। यहां कुछ छात्र बाहर से आते हैं और वॉर्डन की उपस्थिति में छात्राओं को उठवाने, दुष्कर्म करने और गर्ल्स हॉस्टल को आग लगाने जैसी धमकी देकर चले जाते हैं। रविवार को तो इस मामले को लेकर कोई बवंडर नहीं मचा और इस मामले को जैसे-तैसे संभाल लिया गया। लेकिन सोमवार को इस मामले में कुलपति अखिलेश कुमार पांडे ने खुद छात्राओं को अपनी गाड़ी से थाने पहुंचाया और इस मामले में एक शिकायती आवेदन थाना प्रभारी के नाम पर दिलवाया है। यह है पूरा मामला पूरा मामला कुछ इस प्रकार है कि विद्योतमा छात्रावास विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन में रहने वाली छात्राओं ने कुछ दिनों पहले इंस्टाग्राम पर कुछ छात्रों की पोस्ट पर कमेंट्स कर दी थी। पोस्ट पर की गई कमेंट्स ही वैसे इस पूरे विवाद की जड़ है। इसके विरोध में ही यह छात्र छात्रावास पर पहुंचे थे और उन्होंने यहां की वॉर्डन निवेदिता वर्मा की उपस्थिति में कुछ लड़कियों से विवाद किया था। रविवार के बाद सोमवार को फिर जब यह लड़के छात्रावास पर 15 से 20 की संख्या में पहुंचे तो यहां की छात्राओं ने वॉर्डन से पूरा मामला सुलझाने को कहा। लेकिन वॉर्डन ने छात्राओं का साथ देने की बजाय छात्रावास में आए लड़कों का साथ दिया और लड़कियों को ही इस बारे में समझती हुई नजर आई। छात्रा ने लगाए वॉर्डन पर आरोप इस मामले में कुछ छात्राएं थाना माधवनगर पहुंची थी। जहां उन्होंने थाना प्रभारी के नाम एक लिखित आवेदन देकर यह मांग की कि छात्रावास में घुसकर वॉर्डन के सामने हमें धमकाने वाले लोगों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। इन छात्राओं ने आरोप लगाया कि छात्रावास की वॉर्डन का कोई भी सपोर्ट हम लोगों को नहीं है। यहां देखने के लिए तो सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। लेकिन जब हमने इसके फुटेज वॉर्डन से मांगे तो उन्होंने कैमरे बंद होने की बात कही। साथ ही उन्होंने इन छात्रों को रोकने की बजाय उन्हें छात्रावास में प्रवेश दिया, जिसके कारण ही इन छात्रों ने हमारे साथ अभद्रता की और हमें धमकाया। आवेदन मिला है होगी जांच : सीएसपी इस बारे में जब सीएसपीसी दीपिका शिंदे से चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि माधवनगर थाना प्रभारी को छात्रावास की लड़कियों द्वारा आवेदन दिया गया है। इस मामले में जांच की जा रही है। जांच के बाद ही इस मामले में कोई कार्रवाई की जाएगी। 

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दीपिका शिंदे, सीएसपी – फोटो : अमर उजाला

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सोशल मीडिया पर कुछ छात्रों की पोस्ट पर कमेंट्स करने से छात्र नाराज हो गए और उन्होंने विक्रम विश्वविद्यालय के गर्ल्स छात्रावास पर पहुंचकर कुछ ऐसा हंगामा मचाया की छात्राओं को अपनी सुरक्षा के लिए माधवनगर थाने पहुंचना पड़ा। छात्रावास में घुसकर आग लगाने, छात्राओं को उठाने और दुष्कर्म करने जैसी धमकी देने वाले छात्रों से खुद की सुरक्षा की मांग भी करनी पड़ी।

देवास रोड स्थित विक्रम विश्वविद्यालय के विद्योतमा छात्रावास पर पिछले दो दिनों से हंगामा मचा हुआ है। यहां कुछ छात्र बाहर से आते हैं और वॉर्डन की उपस्थिति में छात्राओं को उठवाने, दुष्कर्म करने और गर्ल्स हॉस्टल को आग लगाने जैसी धमकी देकर चले जाते हैं। रविवार को तो इस मामले को लेकर कोई बवंडर नहीं मचा और इस मामले को जैसे-तैसे संभाल लिया गया। लेकिन सोमवार को इस मामले में कुलपति अखिलेश कुमार पांडे ने खुद छात्राओं को अपनी गाड़ी से थाने पहुंचाया और इस मामले में एक शिकायती आवेदन थाना प्रभारी के नाम पर दिलवाया है।

यह है पूरा मामला
पूरा मामला कुछ इस प्रकार है कि विद्योतमा छात्रावास विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन में रहने वाली छात्राओं ने कुछ दिनों पहले इंस्टाग्राम पर कुछ छात्रों की पोस्ट पर कमेंट्स कर दी थी। पोस्ट पर की गई कमेंट्स ही वैसे इस पूरे विवाद की जड़ है। इसके विरोध में ही यह छात्र छात्रावास पर पहुंचे थे और उन्होंने यहां की वॉर्डन निवेदिता वर्मा की उपस्थिति में कुछ लड़कियों से विवाद किया था। रविवार के बाद सोमवार को फिर जब यह लड़के छात्रावास पर 15 से 20 की संख्या में पहुंचे तो यहां की छात्राओं ने वॉर्डन से पूरा मामला सुलझाने को कहा। लेकिन वॉर्डन ने छात्राओं का साथ देने की बजाय छात्रावास में आए लड़कों का साथ दिया और लड़कियों को ही इस बारे में समझती हुई नजर आई।

छात्रा ने लगाए वॉर्डन पर आरोप
इस मामले में कुछ छात्राएं थाना माधवनगर पहुंची थी। जहां उन्होंने थाना प्रभारी के नाम एक लिखित आवेदन देकर यह मांग की कि छात्रावास में घुसकर वॉर्डन के सामने हमें धमकाने वाले लोगों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई होनी चाहिए। इन छात्राओं ने आरोप लगाया कि छात्रावास की वॉर्डन का कोई भी सपोर्ट हम लोगों को नहीं है। यहां देखने के लिए तो सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। लेकिन जब हमने इसके फुटेज वॉर्डन से मांगे तो उन्होंने कैमरे बंद होने की बात कही। साथ ही उन्होंने इन छात्रों को रोकने की बजाय उन्हें छात्रावास में प्रवेश दिया, जिसके कारण ही इन छात्रों ने हमारे साथ अभद्रता की और हमें धमकाया।

आवेदन मिला है होगी जांच : सीएसपी
इस बारे में जब सीएसपीसी दीपिका शिंदे से चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि माधवनगर थाना प्रभारी को छात्रावास की लड़कियों द्वारा आवेदन दिया गया है। इस मामले में जांच की जा रही है। जांच के बाद ही इस मामले में कोई कार्रवाई की जाएगी। 

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