indore:-उद्घाटन-का-नारियल-फूटने-से-पहले-टूटा-54-कमरों-को-होस्टल,-ग्रीन-बेल्ट-की-जमीन-पर-तान-दिया
इंदौर में अवैध होस्टल तोड़ा। - फोटो : अमर उजाला विस्तार Follow Us इंदौर के सर्वानंद नगर में 54 कमरों का एक होस्टल नगर निगम की रिमूवल गैंग ने तोड़ दिया। इस नए नवेले होस्टल का कुछ दिन बाद ही उद्घाटन होना था,लेकिन उद्धाटन का नारियल फूटता, उससे पहले पोकलेन के पंजों ने होस्टल की शक्ल बिगाड़ दी। होस्टल टूटते देख काॅलोनी के रहवासी एकत्र हो गए और उसे तोड़े जाने पर खुशी जताई। उनका कहना था कि रहवासियों के क्षेत्र में इतना बड़ा होस्टल संचालित होता तो शांति भंग होती। अफसरों का कहना है कि पूरा होस्टल ग्रीन बेल्ट की जमीन पर अवैध तरीके से बनाया गया था, लेकिन अभी बिल्डिंग मेें होस्टल का संचालन अभी शुरू नहीं हो पाया था। जांच में अफसरों ने पाया कि तीन मंजिला होस्टल को दो प्लाॅटों को जोड़कर बनाया था, जो नियमानुसार सही नहीं है। इस होस्टल का निर्माण भरत सोनी व अन्य ने किया था। परिवारजनों का कहना था कि काॅलोनी मेें अन्य कई निर्माण हुए है, लेकिन उनके भवन को ही अफसरों ने जानबूझ कर निशाना बनाया। भवन मालिक के परिवार के लोग अफसरों से मिलने पहुंचे और दस्तावेज बताए, लेकिन अफसरों ने कहा कि बिल्डिंग का नक्शा मंजूर नहीं हुआ। जिस प्लाॅट पर भवन बना है। उसका लैैंडयूज ग्रीन बेल्ट है। इस कारण व्यावसायिक गतिविधिया संचालित नहीं हो सकती है। अपसरों ने काॅलोनी के अन्य निर्माणों को भी देखा हैै। सभवत: क्षेत्र के अन्य अवैध निर्माणों पर भी हथौड़े चल सकते है।

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इंदौर में अवैध होस्टल तोड़ा। – फोटो : अमर उजाला

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इंदौर के सर्वानंद नगर में 54 कमरों का एक होस्टल नगर निगम की रिमूवल गैंग ने तोड़ दिया। इस नए नवेले होस्टल का कुछ दिन बाद ही उद्घाटन होना था,लेकिन उद्धाटन का नारियल फूटता, उससे पहले पोकलेन के पंजों ने होस्टल की शक्ल बिगाड़ दी। होस्टल टूटते देख काॅलोनी के रहवासी एकत्र हो गए और उसे तोड़े जाने पर खुशी जताई।

उनका कहना था कि रहवासियों के क्षेत्र में इतना बड़ा होस्टल संचालित होता तो शांति भंग होती। अफसरों का कहना है कि पूरा होस्टल ग्रीन बेल्ट की जमीन पर अवैध तरीके से बनाया गया था, लेकिन अभी बिल्डिंग मेें होस्टल का संचालन अभी शुरू नहीं हो पाया था।

जांच में अफसरों ने पाया कि तीन मंजिला होस्टल को दो प्लाॅटों को जोड़कर बनाया था, जो नियमानुसार सही नहीं है। इस होस्टल का निर्माण भरत सोनी व अन्य ने किया था। परिवारजनों का कहना था कि काॅलोनी मेें अन्य कई निर्माण हुए है, लेकिन उनके भवन को ही अफसरों ने जानबूझ कर निशाना बनाया।

भवन मालिक के परिवार के लोग अफसरों से मिलने पहुंचे और दस्तावेज बताए, लेकिन अफसरों ने कहा कि बिल्डिंग का नक्शा मंजूर नहीं हुआ। जिस प्लाॅट पर भवन बना है। उसका लैैंडयूज ग्रीन बेल्ट है।

इस कारण व्यावसायिक गतिविधिया संचालित नहीं हो सकती है। अपसरों ने काॅलोनी के अन्य निर्माणों को भी देखा हैै। सभवत: क्षेत्र के अन्य अवैध निर्माणों पर भी हथौड़े चल सकते है।

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