कार्यक्रम का दृश्य। – फोटो : अमर उजाला, डिजिटल, इंदौर
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विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) एवं व्यावसायिक विकास समिति के साझा प्रयासों के तहत् शुक्रवार को इंदौर जिले में इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) के तत्वावधान में व्यावसायिक विकास समिति (PDICAI) द्वारा चार्टेड अकाउंटेंट्स के व्यावसायिक अवसरों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। उक्त सेमिनार में ज्वाइंट डीजीएफटी श्री सुवीध शाह ने इस विशेष सत्र का परिचय देते हुए महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डाला। अपने वक्तव्य में उन्होंने फॉरेन ट्रेड डैवलपमेंट एंड रेग्युलेशन एक्ट 1992 पर विस्तृत प्रकाश डाला। साथ ही वित्त मंत्रालय के डेप्युटी कमिश्नर संतोष साहू ने विशेष आर्थिक क्षेत्र अधिनियम (SEZ act) के विषय में महत्वपूर्ण जानकारियां साझा करते हुए बताया कि मध्यप्रदेश विशेष आर्थिक क्षेत्र से लगभग 25 प्रतिशत निर्यात होता है। उन्होंने विस्तार से बताते हुए कहा कि बहु उत्पाद क्षेत्र में केवल साढ़े 11% निर्यात वृद्धि दर्ज की गई। जबकि आइटी सेक्टर के साथ निर्यात में साढ़े 14% का विकास हुआ है। प्रदेश में निर्यात की नई ऊंचाइयों तक ले जाने में आइटी सेक्टर ने सबसे अधिक योगदान दिया। क्रिस्टल आईटी पार्क को छोड़कर बाकी चार आइटी पार्क के निर्यात में 14 से लेकर 132% की वृद्धि दर्ज की गई।
1991 में खोले गए थे विदेशी व्यापार के लिए दरवाजे
इंदौर सीए शाखा के अध्यक्ष सीए अतिशय खासगीवाला ने बताया भारत ने विदेशी व्यापार के लिए 1991 में दरवाजे खोले। विदेशी व्यापार नीतियों को नियमित करने वाले मुख्य संस्था में से एक डीजीएफटी है। जब हम आत्मनिर्भर भारत और 5 ट्रिलियन अर्थव्यवस्था या दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की बात करते हैं, तो निर्यात व्यापार प्रमुख भूमिका निभाएगा।
आज के व्यापार के युग में, निर्यात व्यापार को प्रोत्साहन योजनाओं के साथ खोल दिया गया है: –
1. 96% निर्यात के लिए कोई लाइसेंस की आवश्यकता नहीं है
2. निर्यात पर जीएसटी और कस्टम्स कर नहीं है
3. आपको केवल एक आईईसी की आवश्यकता है जो आयात निर्यात व्यापार के लिए आवश्यक है
सावधानी से पेश करें कोई भी सर्टिफिकेट
सेंट्रल काउंसिल मेंबर सीए केमिशा सोनी ने बताया की डीजीएफटी में जब भी कोई सीए सर्टिफिकेट पेश करे तब udin डालना जरूरी है और इसी डीजीएफटी की साइट से लिंक करा जाए। उन्होंने यह भी बताया की इंदौर एमपी की फाइनेंशियल कैपिटल है और एमपी का एक्सपोर्ट बड़ाने में बहुत योगदान है। दिल्ली से आए सीए हंसराज चुग ने बताया की सीए डीजीएफटी में जब कोई भी सर्टिफिकेट पेश करें तब पूरी सावधानी से पेश करें और उसका पूरा डॉक्यूमेंटेशन अपनी फाइल में रखे।
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