डबरा विधायक सुरेश राजे - फोटो : सोशल मीडिया विस्तार Follow Us ग्वालियर जिले की डबरा विधानससभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक सुरेश राजे का एक आपत्तिजनक वीडियो वायरल होने के बाद प्रदेश की राजनीति में हड़कंप मच गया है। इस मामले में सुरेश राजे ने कहा कि यह वीडियो एडिटेड है और बनाने वाले उन्हें काफी समय से राजनीतिक और आर्थिक रूप से ब्लैकमेलिंग करने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है। वहीं इस मामले को लेकर भाजपा हमलावर हो गई है। उन्होंने वीडियो को शर्मनाक बताया है। इस मामले पर कमलनाथ को अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए। बता दें कि गुरुवार दोपहर अचानक एक वीडियो वायरल हुआ, जिसको लेकर चर्चाएं चलती रहीं कि वीडियो में एक युवक के साथ आपत्तिजनक कृत्य करते दिख रहे शख्स डबरा से कांग्रेस विधायक सुरेश राजे हैं। इस वीडियो ने सियासी गलियारों में चर्चा है। मौके का फायदा उठाते हुए भारतीय जनता पार्टी ने इस मामले में हमलावर रुख अख्तियार कर लिया है।  साजिश है वीडियो, कार्रवाई करवाएंगे विधायक सुरेश राजे ने भी मामले में अपनी चुप्पी तोड़ते हुए दावा किया कि यह वीडियो एडिटेड है और मुझे 50 लाख रुपये न देने पर वायरल करने की धमकी दी जा रही थी। इसके सबूत भी मेरे पास हैं जो पुलिस को सौंपूंगा। सुरेश राजे ने कहा कि सबको पता है कि ऐसे वीडियो की चर्चा पांच-छह माह से लोग बाज़ार में कर रहे थे। मेरे तमाम मित्रों ने भी आगाह किया लेकिन जब करा नहीं तो डर क्या ? इसलिए मैं निश्चिंत था। मैंने अफवाह के आधार पर कोई कार्रवाई नहीं की। चर्चा के आधार पर शिकायत पर कानूनी कार्रवाई करना ठीक नहीं था। राजे ने कहा कि मुझे राजनीतिक के साथ आर्थिक ब्लैकमेलिंग की भी कोशिश की गई। मुझसे 50 लाख की डिमांड की गई। मुझे डराया गया, लेकिन मैं निडर था सो नहीं डरा। लेकिन आज जब मैं क्षेत्र में भारखरी गांव में मीटिंग कर रहा था, तब पत्रकारों के जरिये मुझे पता चला तो मैं स्वयं ही मीडिया के सामने आ गया। उन्होंने कहा कि मेरे पास ब्लैकमेलिंग करने वालों के नंबर और अन्य जानकारियां हैं जिन्हें कानूनी कार्रवाई ही के बाद मीडिया के साथ भी शेयर करेंगे। उन्होंने वायरल वीडियो को पूरी तरह एडिटेड बताया। उन्होंने कहा कि कहीं भी उसमें सच्चाई नहीं है और जांच में दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा।  भाजपा ने साधा निशाना भाजपा के प्रदेश मंत्री लोकेंद्र पाराशर ने इस मामले में पूर्व सीएम और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ से शर्मनाक वीडियो के बाद अपना रुख स्पष्ट करने की मांग कर डाली। पाराशर ने कहा कि कोई विधायक और सांसद लाखों लोगों का प्रतिनिधित्व करता है। उनकी आशाओं और अपेक्षाओं का केंद्र होता है। उसका अनुसरण लोग करते हैं इसलिए यह जो वीडियो सामने आया है वह सामाजिक रूप से बहुत ही विद्रूप, सामाजिक मान्यताओं को कलंकित और बहुत ही शर्मसार करने वाला है। पाराशर ने कहा कि अब इसमें कांग्रेस खासकर कमलनाथ की जो चुप्पी है वह आश्चर्य भरी है। उन्हें त्वरित गति से आगे आकर स्पष्ट करना चाहिए कि जिन विधायक का वह वीडियो आया है उनके विरुद्ध वे क्या कार्यवाही कर रहे हैं ? वे कांग्रेस के सम्माननीय नेता रहेंगे, नहीं रहेंगे? अगले चुनाव में उनकी क्या स्थिति बनेगी? उन्हें ऐसी तमाम बातों को जनता के सामने प्रकट करना चाहिए। भाजपा प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने वायरल वीडियो को लेकर कटाक्ष किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि सोशल मीडिया पर एक अश्लील वीडियो बड़ी तेज़ी से वायरल हो रहा है। किसका है पता नहीं। बताया जा रहा था कि किसी कांग्रेस के विधायक का है। इस वायरल वीडियो को लेकर कांग्रेस के एक विधायक सुरेश राजे सामने आए हैं और वो कह रहे हैं कि उन्हें चार-पांच माह से इस बात की जानकारी थी। कोई उन्हें मैसेज भेज रहा था। वीडियो के नाम पर 50 लाख रुपये मांग रहा था। आश्चर्य इस बात का है कि वे एक जनप्रतिनिधि हैं। यदि कोई उन्हें मैसेज भेज रहा था, पैसे मांग रहा था तो उन्होंने ख़ुद अब तक इसकी शिकायत दर्ज क्यों नहीं करवाई? वीडियो वायरल होने के बाद वह यह सब जानकारी क्यों दे रहे है? अभी तक चुप क्यों थे? वो कह रहे हैं कि इसमें उनकी पार्टी के नेताओं का भी षड्यंत्र हो सकता है, उनकी राजनीतिक हत्या की यह साज़िश है तो उन्हें वो कौन लोग हैं, उनके नाम सार्वजनिक करना चाहिये?  भाजपा छोड़ कांग्रेस में आए थे राजे 2020 में जब पूर्व मंत्री इमरती देवी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भाजपा की सदस्यता ली तो राजे ने भाजपा से कांग्रेस में जाकर यहां जीत हासिल की थी। 2018 के चुनावों में इमरती देवी ने डबरा विधानसभा सीट का चुनाव कांग्रेस के टिकट पर लड़ा और जीतकर मंत्री भी बनीं। इसके बाद 2020 में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भाजपा में जाने वालों में बड़ा नाम इमरती देवी का था। यह बात अलग है कि भाजपा के टिकट पर नगर पालिका का चुनाव दो बार और 2013 का विधानसभा चुनाव हारे सुरेश राजे ने 2020 के उपचुनाव में इमरती देवी को शिकस्त दी। उपचुनाव में राजे के लिए कमलनाथ और राजस्थान के कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने सभाएं की थी।  

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डबरा विधायक सुरेश राजे – फोटो : सोशल मीडिया

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ग्वालियर जिले की डबरा विधानससभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक सुरेश राजे का एक आपत्तिजनक वीडियो वायरल होने के बाद प्रदेश की राजनीति में हड़कंप मच गया है। इस मामले में सुरेश राजे ने कहा कि यह वीडियो एडिटेड है और बनाने वाले उन्हें काफी समय से राजनीतिक और आर्थिक रूप से ब्लैकमेलिंग करने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है। वहीं इस मामले को लेकर भाजपा हमलावर हो गई है। उन्होंने वीडियो को शर्मनाक बताया है। इस मामले पर कमलनाथ को अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए।

बता दें कि गुरुवार दोपहर अचानक एक वीडियो वायरल हुआ, जिसको लेकर चर्चाएं चलती रहीं कि वीडियो में एक युवक के साथ आपत्तिजनक कृत्य करते दिख रहे शख्स डबरा से कांग्रेस विधायक सुरेश राजे हैं। इस वीडियो ने सियासी गलियारों में चर्चा है। मौके का फायदा उठाते हुए भारतीय जनता पार्टी ने इस मामले में हमलावर रुख अख्तियार कर लिया है। 

साजिश है वीडियो, कार्रवाई करवाएंगे
विधायक सुरेश राजे ने भी मामले में अपनी चुप्पी तोड़ते हुए दावा किया कि यह वीडियो एडिटेड है और मुझे 50 लाख रुपये न देने पर वायरल करने की धमकी दी जा रही थी। इसके सबूत भी मेरे पास हैं जो पुलिस को सौंपूंगा। सुरेश राजे ने कहा कि सबको पता है कि ऐसे वीडियो की चर्चा पांच-छह माह से लोग बाज़ार में कर रहे थे। मेरे तमाम मित्रों ने भी आगाह किया लेकिन जब करा नहीं तो डर क्या ? इसलिए मैं निश्चिंत था। मैंने अफवाह के आधार पर कोई कार्रवाई नहीं की। चर्चा के आधार पर शिकायत पर कानूनी कार्रवाई करना ठीक नहीं था। राजे ने कहा कि मुझे राजनीतिक के साथ आर्थिक ब्लैकमेलिंग की भी कोशिश की गई। मुझसे 50 लाख की डिमांड की गई। मुझे डराया गया, लेकिन मैं निडर था सो नहीं डरा। लेकिन आज जब मैं क्षेत्र में भारखरी गांव में मीटिंग कर रहा था, तब पत्रकारों के जरिये मुझे पता चला तो मैं स्वयं ही मीडिया के सामने आ गया। उन्होंने कहा कि मेरे पास ब्लैकमेलिंग करने वालों के नंबर और अन्य जानकारियां हैं जिन्हें कानूनी कार्रवाई ही के बाद मीडिया के साथ भी शेयर करेंगे। उन्होंने वायरल वीडियो को पूरी तरह एडिटेड बताया। उन्होंने कहा कि कहीं भी उसमें सच्चाई नहीं है और जांच में दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। 

भाजपा ने साधा निशाना
भाजपा के प्रदेश मंत्री लोकेंद्र पाराशर ने इस मामले में पूर्व सीएम और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ से शर्मनाक वीडियो के बाद अपना रुख स्पष्ट करने की मांग कर डाली। पाराशर ने कहा कि कोई विधायक और सांसद लाखों लोगों का प्रतिनिधित्व करता है। उनकी आशाओं और अपेक्षाओं का केंद्र होता है। उसका अनुसरण लोग करते हैं इसलिए यह जो वीडियो सामने आया है वह सामाजिक रूप से बहुत ही विद्रूप, सामाजिक मान्यताओं को कलंकित और बहुत ही शर्मसार करने वाला है। पाराशर ने कहा कि अब इसमें कांग्रेस खासकर कमलनाथ की जो चुप्पी है वह आश्चर्य भरी है। उन्हें त्वरित गति से आगे आकर स्पष्ट करना चाहिए कि जिन विधायक का वह वीडियो आया है उनके विरुद्ध वे क्या कार्यवाही कर रहे हैं ? वे कांग्रेस के सम्माननीय नेता रहेंगे, नहीं रहेंगे? अगले चुनाव में उनकी क्या स्थिति बनेगी? उन्हें ऐसी तमाम बातों को जनता के सामने प्रकट करना चाहिए।

भाजपा प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने वायरल वीडियो को लेकर कटाक्ष किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि सोशल मीडिया पर एक अश्लील वीडियो बड़ी तेज़ी से वायरल हो रहा है। किसका है पता नहीं। बताया जा रहा था कि किसी कांग्रेस के विधायक का है। इस वायरल वीडियो को लेकर कांग्रेस के एक विधायक सुरेश राजे सामने आए हैं और वो कह रहे हैं कि उन्हें चार-पांच माह से इस बात की जानकारी थी। कोई उन्हें मैसेज भेज रहा था। वीडियो के नाम पर 50 लाख रुपये मांग रहा था। आश्चर्य इस बात का है कि वे एक जनप्रतिनिधि हैं। यदि कोई उन्हें मैसेज भेज रहा था, पैसे मांग रहा था तो उन्होंने ख़ुद अब तक इसकी शिकायत दर्ज क्यों नहीं करवाई? वीडियो वायरल होने के बाद वह यह सब जानकारी क्यों दे रहे है? अभी तक चुप क्यों थे? वो कह रहे हैं कि इसमें उनकी पार्टी के नेताओं का भी षड्यंत्र हो सकता है, उनकी राजनीतिक हत्या की यह साज़िश है तो उन्हें वो कौन लोग हैं, उनके नाम सार्वजनिक करना चाहिये? 

भाजपा छोड़ कांग्रेस में आए थे राजे
2020 में जब पूर्व मंत्री इमरती देवी ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भाजपा की सदस्यता ली तो राजे ने भाजपा से कांग्रेस में जाकर यहां जीत हासिल की थी। 2018 के चुनावों में इमरती देवी ने डबरा विधानसभा सीट का चुनाव कांग्रेस के टिकट पर लड़ा और जीतकर मंत्री भी बनीं। इसके बाद 2020 में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ भाजपा में जाने वालों में बड़ा नाम इमरती देवी का था। यह बात अलग है कि भाजपा के टिकट पर नगर पालिका का चुनाव दो बार और 2013 का विधानसभा चुनाव हारे सुरेश राजे ने 2020 के उपचुनाव में इमरती देवी को शिकस्त दी। उपचुनाव में राजे के लिए कमलनाथ और राजस्थान के कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने सभाएं की थी।  

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