ग्रामीणों ने पटवारी को पीटा – फोटो : अमर उजाला
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधवार को शहडोल जिले के दौरे पर हैं। उनके आने के कुछ घंटे पहले ही शहडोल के कोटमा गांव में बवाल हो गया। कोटमा गांव में आक्रोशित ग्रामीणों एवं मृतक परिजनों ने पुलिस की मौजूदगी में पटवारी को बुरे तरीके से पीट दिया। दरअसल कोटमा गांव में फर्जी रजिस्ट्री की वजह से ग्रामीण की सदमे में मौत हो गई। जिसके बाद नाराज परिजनों ने भू माफिया गंगासागर पर फर्जी रजिस्ट्री कराकर उनके घर को बेच दिया गया है, जिससे नाराज ग्रामीणों एवं मृतक के परिजनों ने वहां बवाल शुरू कर दिया, जिसके बाद घटना की जानकारी प्रशासन को लगी। प्रशासन को जानकारी लगते ही मौके पर पटवारी को भेजा गया जिसके बाद पुलिस की मौजूदगी में पटवारी को ग्रामीण व परिजनों ने मिलकर बुरे तरीके से पीट दिया।
जानकारी के अनुसार संतोष बर्मन की मौत हुई है, जिसके बाद परिजनों ने सड़क पर पटवारी दीपक पटेल की धुनाई कर दी, परिजनों के साथ ग्रामीण भी इकट्ठा है और सड़क पर जाम लगा दिया। सूचना के बाद मौके पर पुलिस प्रशासन के अधिकारी भी पहुंचे। पटवारी के साथ मारपीट करने की जानकारी जैसे ही जिले के आला अधिकारियों को लगी है तो मौके पर बड़े अधिकारी भी रवाना हुए। स्थिति को संभालने के लिए भारी संख्या में जवानों को भेजा गया है।
सोहागपुर थाना क्षेत्र की घटना थाने में टी आई नहीं
विधानसभा चुनाव को लेकर प्रदेश भर में थाना प्रभारी के तबादले हुए हैं, जिसके बाद जिले में नौ टीआई ने आमद दी है लेकिन काफी समय गुजर गया पुलिस अधीक्षक ने अब तक थाने की कमान टीआई को नहीं सौंपी है, जिले के ऐसे कई थाने हैं जहां सब इंस्पेक्टर व एएसआई ही थाना चला रहे हैं।
कोटमा गांव में भी जब घटना घटी तो वहां सोहागपुर पुलिस टीम तो मौके पर थी, लेकिन थाना प्रभारी के रूप में एक सब इंस्पेक्टर ही मौके पर मौजूद था। घटना को वह समझ नहीं पाया इसके बाद पटवारी के साथ मारपीट की घटना भी हो गई।
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