mp-politics:-चुनाव-से-पहले-जनादेश-की-वोटिंग-कराने-वाले-पहले-mla-बने-संजय-पाठक,-50-फीसदी-वोट-तय-करेंगे-भविष्य
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, कटनी Published by: अंकिता विश्वकर्मा Updated Tue, 22 Aug 2023 11: 17 AM IST मध्यप्रदेश के सबसे रईस विधायक माने जाने वाले संजय पाठक चुनाव के पूर्व ही अपने क्षेत्र में जनादेश के नाम पर मतदान करवा रहे हैं। चुनाव की तर्ज पर हो रहे इस मतदान के लिए विधायक संजय पाठक ने बाहर से बड़ी संख्या में टीम बुलवाई है जिन्हें 10 जोन और 25 सेक्टर में बांटा गया गई। जिले और बाहर से आई टीम लोगों के घर-घर जाकर मतदाता पेटी में लोगों से उनसे मतों के आधार पर पर्ची डलवाने का काम करेंगे। इसके लिए विधायक संजय पाठक ने 183 ग्रामों और तीन नगर परिषद के लिए 280 मतदान केंद्र बनाएं हैं, जो 21 अगस्त से शुरू होकर 25 अगस्त तक वोटिंग करने के लिए है। उसके बाद काउंटिंग का काम शुरू किया जाएगा। चुनाव में मिले मतदान का 50 प्रतिशत तय करेगा कि संजय पाठक अगला विधानसभा चुनाव लड़ेंगे या नहीं।    कटनी जिले की विजयराघवगढ़ विधानसभा से बीजेपी विधायक संजय सत्येंद्र पाठक विधानसभा चुनाव के पहले ही वोटिंग कराकर यह तय करना चाहते हैं कि वो चुनाव लड़े अथवा न लड़े। उन्होंने इस बात का ऐलान पहले ही कर दिया हैं कि जनमत सर्वेक्षण के दौरान यदि उन्हें 50 फ़ीसदी से कम मत मिलते हैं तो वह चुनाव नहीं लड़ेंगे। जिसके लिए मतदान की प्रक्रिया सोमवार से शुरू कर दी गई है। निर्वाचन आयोग की तरह संजय पाठक ने मत पेटियों को मंगवा कर वितरण सोमवार को किया। इन पेटियों को विजयराघवगढ़ विधानसभा क्षेत्र के प्रत्येक गांव-गांव में बूथ तक पहुंचाया जाएगा। जहां मतदाता पर्ची डालकर विधायक संजय पाठक के भविष्य का फैसला करेंगे। जिसकी शुरुआत विजयराघवगढ़ विधानसभा के सबसे बुजुर्ग मतदाता राजा पंडित जिनकी उम्र 96 वर्ष है उनसे हुई तो वहीं दूसरा मसूरी आदिवासी और तीसरा सीतापी चौधरी सहित मीसाबंदी रामसुजन ने की है। संजय पाठक ने इस बात का ऐलान कर सबको चौंका दिया था कि वह चुनाव के पूर्व जनमत सर्वेक्षण करवा रहे। हालांकि मतदान करने वाले ओम प्रकाश त्रिपाठी ने बताया क्षेत्र में विकास कार्य किए है इसलिए उन्हें इन सब की आवश्कता नहीं है, लेकिन उन्होंने अपने मूल्यांकन के लिए जनादेश रखा है तो उनका स्वागत है। आपको बता दें वोटिंग के लिए विधायक संजय पाठक ने एक पर्ची रखी है, जिसमें लिखा है क्या आप अपने प्रधानसेवक संजय पाठक को अपना विधायक बनाना चाहते हैं इसके बाद हां और ना का विकल्प पर्ची में दिया गया है। वोटर अपनी पसंद पर निशान लगा सकेंगे और मतदान पेटी में डाल देंगे, इसके बाद वोटर के नाखून पर स्याही लगा दी जाएगी। वोटिंग के दौरान सिर्फ एक बार ही वोट दिया जा सकेगा। इस मतदान प्रक्रिया को पारदर्शी तरीके से किया जाएगा। इसके बाद परिणाम घोषित होने तक सोशल मीडिया और फेसबुक पर लाइव वोटिंग होगी। एक तरफ जहां विधायक संजय पाठक खुद के कार्यों का मूल्यांकन करने के लिए जनादेश(वोटिंग) करवा रहे हैं तो दूसरी तरफ बीजेपी की प्रदेश सरकार अपने विधायकों का रिपोर्ट कार्ड तैयार करने के लिए विधानसभा वार पर्यवेक्षक भेजकर जमीनी हकीकत जानने की कोशिश कर रही है। उसी में शामिल राजीव कुमार तरारा विजयराघवगढ़ पहुंचे, उन्होंने संजय पाठक के जनादेश की तारीफ करते हुए विधानसभा विजयराघवगढ़ में भारी मतों से जीत की बात कही है। देखना दिलचस्प होगा कि संजय पाठक को जनादेश के 50 प्रतिशत वोट मिलते है या नहीं।

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न्यूज डेस्क, अमर उजाला, कटनी Published by: अंकिता विश्वकर्मा Updated Tue, 22 Aug 2023 11: 17 AM IST

मध्यप्रदेश के सबसे रईस विधायक माने जाने वाले संजय पाठक चुनाव के पूर्व ही अपने क्षेत्र में जनादेश के नाम पर मतदान करवा रहे हैं। चुनाव की तर्ज पर हो रहे इस मतदान के लिए विधायक संजय पाठक ने बाहर से बड़ी संख्या में टीम बुलवाई है जिन्हें 10 जोन और 25 सेक्टर में बांटा गया गई। जिले और बाहर से आई टीम लोगों के घर-घर जाकर मतदाता पेटी में लोगों से उनसे मतों के आधार पर पर्ची डलवाने का काम करेंगे। इसके लिए विधायक संजय पाठक ने 183 ग्रामों और तीन नगर परिषद के लिए 280 मतदान केंद्र बनाएं हैं, जो 21 अगस्त से शुरू होकर 25 अगस्त तक वोटिंग करने के लिए है। उसके बाद काउंटिंग का काम शुरू किया जाएगा। चुनाव में मिले मतदान का 50 प्रतिशत तय करेगा कि संजय पाठक अगला विधानसभा चुनाव लड़ेंगे या नहीं। 
 

कटनी जिले की विजयराघवगढ़ विधानसभा से बीजेपी विधायक संजय सत्येंद्र पाठक विधानसभा चुनाव के पहले ही वोटिंग कराकर यह तय करना चाहते हैं कि वो चुनाव लड़े अथवा न लड़े। उन्होंने इस बात का ऐलान पहले ही कर दिया हैं कि जनमत सर्वेक्षण के दौरान यदि उन्हें 50 फ़ीसदी से कम मत मिलते हैं तो वह चुनाव नहीं लड़ेंगे। जिसके लिए मतदान की प्रक्रिया सोमवार से शुरू कर दी गई है। निर्वाचन आयोग की तरह संजय पाठक ने मत पेटियों को मंगवा कर वितरण सोमवार को किया। इन पेटियों को विजयराघवगढ़ विधानसभा क्षेत्र के प्रत्येक गांव-गांव में बूथ तक पहुंचाया जाएगा। जहां मतदाता पर्ची डालकर विधायक संजय पाठक के भविष्य का फैसला करेंगे। जिसकी शुरुआत विजयराघवगढ़ विधानसभा के सबसे बुजुर्ग मतदाता राजा पंडित जिनकी उम्र 96 वर्ष है उनसे हुई तो वहीं दूसरा मसूरी आदिवासी और तीसरा सीतापी चौधरी सहित मीसाबंदी रामसुजन ने की है।

संजय पाठक ने इस बात का ऐलान कर सबको चौंका दिया था कि वह चुनाव के पूर्व जनमत सर्वेक्षण करवा रहे। हालांकि मतदान करने वाले ओम प्रकाश त्रिपाठी ने बताया क्षेत्र में विकास कार्य किए है इसलिए उन्हें इन सब की आवश्कता नहीं है, लेकिन उन्होंने अपने मूल्यांकन के लिए जनादेश रखा है तो उनका स्वागत है। आपको बता दें वोटिंग के लिए विधायक संजय पाठक ने एक पर्ची रखी है, जिसमें लिखा है क्या आप अपने प्रधानसेवक संजय पाठक को अपना विधायक बनाना चाहते हैं इसके बाद हां और ना का विकल्प पर्ची में दिया गया है। वोटर अपनी पसंद पर निशान लगा सकेंगे और मतदान पेटी में डाल देंगे, इसके बाद वोटर के नाखून पर स्याही लगा दी जाएगी। वोटिंग के दौरान सिर्फ एक बार ही वोट दिया जा सकेगा। इस मतदान प्रक्रिया को पारदर्शी तरीके से किया जाएगा। इसके बाद परिणाम घोषित होने तक सोशल मीडिया और फेसबुक पर लाइव वोटिंग होगी।

एक तरफ जहां विधायक संजय पाठक खुद के कार्यों का मूल्यांकन करने के लिए जनादेश(वोटिंग) करवा रहे हैं तो दूसरी तरफ बीजेपी की प्रदेश सरकार अपने विधायकों का रिपोर्ट कार्ड तैयार करने के लिए विधानसभा वार पर्यवेक्षक भेजकर जमीनी हकीकत जानने की कोशिश कर रही है। उसी में शामिल राजीव कुमार तरारा विजयराघवगढ़ पहुंचे, उन्होंने संजय पाठक के जनादेश की तारीफ करते हुए विधानसभा विजयराघवगढ़ में भारी मतों से जीत की बात कही है। देखना दिलचस्प होगा कि संजय पाठक को जनादेश के 50 प्रतिशत वोट मिलते है या नहीं।

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