अजित-पवार-के-साथ-सीक्रेट-मीटिंग-में-शरद-पवार-को-बड़ा-ऑफर?-टेंशन-में-कांग्रेस,-राउत-ने-दिया-बड़ा-रिएक्शन
शरद पवार और अजित पवार की ‘गुप्त बैठक’ चिंता का विषय : महाराष्ट्र कांग्रेस कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले ने अजित पवार और शरद पवार के बीच सीक्रेट मीटिंग के बाद कहा था, दोनों नेताओं की बैठक पार्टी के लिए चिंता का विषय है. शरद पवार महा विकास आघाडी (एमवीए) का हिस्सा हैं जिसमें उनकी पार्टी के साथ शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस शामिल हैं जबकि उनके भतीजे अजित पवार पिछले माह एनसीपी को तोड़ अपने समर्थकों के साथ राज्य की एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार में शामिल हो गए थे. पटोले ने कहा था, यह हमारे लिए चिंता का विषय है और हम शरद पवार और अजित पवार की गुप्त बैठकों को स्वीकार नहीं करते. हालांकि, इस मुद्दे पर कांग्रेस के शीर्ष नेता चर्चा करेंगे. 'इंडिया’ गठबंधन में भी इस पर चर्चा की जाएगी, इसलिए यह मेरे लिए उचित नहीं होगा कि मैं इस पर आगे बात करूं. उन्होंने कहा, कांग्रेस ने हर उस दल या नेता से हाथ मिलाने का फैसला किया है जो भाजपा का विरोध करने को इच्छुक है. ऐसे में इन कयासों में कोई सच्चाई नहीं है कि कांग्रेस शरद पवार को साथ लिए बिना अकेले लोकसभा चुनाव लड़ने पर विचार कर रही है.

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शरद पवार और अजित पवार की ‘गुप्त बैठक’ चिंता का विषय : महाराष्ट्र कांग्रेस

कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष नाना पटोले ने अजित पवार और शरद पवार के बीच सीक्रेट मीटिंग के बाद कहा था, दोनों नेताओं की बैठक पार्टी के लिए चिंता का विषय है. शरद पवार महा विकास आघाडी (एमवीए) का हिस्सा हैं जिसमें उनकी पार्टी के साथ शिवसेना (यूबीटी) और कांग्रेस शामिल हैं जबकि उनके भतीजे अजित पवार पिछले माह एनसीपी को तोड़ अपने समर्थकों के साथ राज्य की एकनाथ शिंदे नीत शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार में शामिल हो गए थे. पटोले ने कहा था, यह हमारे लिए चिंता का विषय है और हम शरद पवार और अजित पवार की गुप्त बैठकों को स्वीकार नहीं करते. हालांकि, इस मुद्दे पर कांग्रेस के शीर्ष नेता चर्चा करेंगे. ‘इंडिया’ गठबंधन में भी इस पर चर्चा की जाएगी, इसलिए यह मेरे लिए उचित नहीं होगा कि मैं इस पर आगे बात करूं. उन्होंने कहा, कांग्रेस ने हर उस दल या नेता से हाथ मिलाने का फैसला किया है जो भाजपा का विरोध करने को इच्छुक है. ऐसे में इन कयासों में कोई सच्चाई नहीं है कि कांग्रेस शरद पवार को साथ लिए बिना अकेले लोकसभा चुनाव लड़ने पर विचार कर रही है.