ujjain-crime:-जमीन-विवाद-में-युवक-की-लात-घूसों-से-पीटकर-हत्या,-पांच-बीघा-जमीन-को-लेकर-था-विवाद
सांकेतिक तस्वीर - फोटो : Amar Ujala Digital विस्तार Follow Us उज्जैन में जमीन विवाद को लेकर सोमवार शाम पांच से अधिक लोगों ने एक ग्रामीण की लात-घूसों से मारपीट कर हत्या कर दी। गांव वाले बीच-बचाव के लिए पहुंचे, उससे पहले ग्रामीण अचेत हो चुका था। जिला अस्पताल लाने पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। उन्हेल मार्ग पर ग्राम रूईगढ़ा के पास पिपलिया टांक में रहने वाले शंकर पिता सिद्धू (40) का गांव में रहने वाले बहादुर सिंह से पांच बीघा जमीन को लेकर कुछ साल से विवाद चल रहा था। जमीन शंकर के नाम थी और बहादुर ने कब्जा कर लिया था, जिसका मामला न्यायालय तक पहुंचा था। सोमवार दोपहर को मौका-मुआयना करने तहसीलदार और पटवारी खेत पर पहुंचे थे। जहां जमीन शंकर की होना बताई गई थी।  बता दें कि दोनों अधिकारी गांव वालों के बयान दर्ज कर लौट गए थे। जमीन पर से कब्जा जाता देख बहादुर आग बबूला हो गया। उसने अपने परिवार को बुला लिया और खेत पर अकेले शंकर को देख घेर लिया। शंकर ने परिजनों को विवाद की सूचना दी। परिजन और गांव वालों खेत पर पहुंचते उससे पहले बहादुर ने मोतीराम, संजय, दशरथ और अन्य रिश्तेदारों के साथ मिलकर शंकर को अधमरा कर दिया था। गांव वाले बीच-बचाव कर गंभीर हालत में जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। डॉक्टरों ने परीक्षण के बाद शंकर को मृत घोषित कर दिया। ड्यूटी कपाउंडर ने मामले की सूचना भैरवगढ़ थाना पुलिस को दी है। पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर लिया है।

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सांकेतिक तस्वीर – फोटो : Amar Ujala Digital

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उज्जैन में जमीन विवाद को लेकर सोमवार शाम पांच से अधिक लोगों ने एक ग्रामीण की लात-घूसों से मारपीट कर हत्या कर दी। गांव वाले बीच-बचाव के लिए पहुंचे, उससे पहले ग्रामीण अचेत हो चुका था। जिला अस्पताल लाने पर डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

उन्हेल मार्ग पर ग्राम रूईगढ़ा के पास पिपलिया टांक में रहने वाले शंकर पिता सिद्धू (40) का गांव में रहने वाले बहादुर सिंह से पांच बीघा जमीन को लेकर कुछ साल से विवाद चल रहा था। जमीन शंकर के नाम थी और बहादुर ने कब्जा कर लिया था, जिसका मामला न्यायालय तक पहुंचा था। सोमवार दोपहर को मौका-मुआयना करने तहसीलदार और पटवारी खेत पर पहुंचे थे। जहां जमीन शंकर की होना बताई गई थी। 

बता दें कि दोनों अधिकारी गांव वालों के बयान दर्ज कर लौट गए थे। जमीन पर से कब्जा जाता देख बहादुर आग बबूला हो गया। उसने अपने परिवार को बुला लिया और खेत पर अकेले शंकर को देख घेर लिया। शंकर ने परिजनों को विवाद की सूचना दी। परिजन और गांव वालों खेत पर पहुंचते उससे पहले बहादुर ने मोतीराम, संजय, दशरथ और अन्य रिश्तेदारों के साथ मिलकर शंकर को अधमरा कर दिया था।

गांव वाले बीच-बचाव कर गंभीर हालत में जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। डॉक्टरों ने परीक्षण के बाद शंकर को मृत घोषित कर दिया। ड्यूटी कपाउंडर ने मामले की सूचना भैरवगढ़ थाना पुलिस को दी है। पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर लिया है।

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