barwani:-खतरे-के-निशान-से-ऊपर-बह-रही-नर्मदा,-अतिरिक्त-बल-लगाकर-की-जा-रही-कांवड़ियों-की-सुरक्षा
बड़वानी में नर्मदा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। - फोटो : सोशल मीडिया विस्तार Follow Us मध्यप्रदेश के बड़वानी में पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार बारिश के चलते क्षेत्र के नदी नाले उफान पर हैं। इसी के साथ साथ कछार के ऊपरी क्षेत्र में बांधों से लगातार पानी भी छोड़ा जा रहा है। जिससे राजघाट क्षेत्र में नर्मदा के जलस्तर में लगातार वृद्धि होती जा रही है। यहां फिलहाल नर्मदा का जलस्तर 131.80 मीटर के आसपास बना हुआ है, जो कि खतरे के निशान से लगभग 8.5 मीटर ऊपर है।  जलस्तर बढ़ने की वजह से टापू बने इस क्षेत्र में रास्तों पर छोटी नाव और बोट भी आवागमन के लिए इस्तेमाल की जा रही हैं। बता दें कि राजघाट क्षेत्र को जिला प्रशासन ने पहले ही खाली कराया हुआ है। लेकिन यहाँ तटीय गांवों के खेतों में जलभराव का ख़तरा बना हुआ है। हालांकि जिला प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हुए हैं, तो वहीं होमगार्ड के साथ मिलकर पुलिस बल भी आपात स्थिति से निपटने के लिए एसडीआरएफ टीम की मदद कर रहा है।  बड़वानी में लगातार हो रही बारिश के साथ ही बांधों से छोड़ा जा रहा पानी राजघाट के आसपास के क्षेत्र के लिए मुसीबत बनता दिख रहा है। यहां लगातार कछार के ऊपरी भागों में सरदार सरोवर बांध के साथ ओंकारेश्वर बांध से छोड़ा जा रहा बैक वाटर का पानी पहुंच रहा है, जिससे राजघाट क्षेत्र में नर्मदा का जलस्तर फिलहाल खतरे के निशान से करीब 8.50 मीटर ऊपर तक पहुंच गया है। इसके चलते राजघाट क्षेत्र टापू में तब्दील हो गया है। यहां आवागमन के लिए छोटी नाव सहित बोट का सहारा लिया जा रहा है। बता दें कि जिला प्रशासन ने नर्मदा नदी पर बने सरदार सरोवर बांध को लगातार पांचवें साल अपनी पूरी क्षमता अर्थात 138.60 मीटर तक भरने का निर्णय लिया है, जिसके चलते फिलहाल 131.80 मीटर तक बांध को भरा भी जा चुका है, जिससे नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।  बांधों से छोड़े जा रहे पानी से बने बाढ़ के खतरे को देखते हुए राजघाट क्षेत्र को जिला प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से पूरी तरह से खाली करा दिया है, तो वहीं इस क्षेत्र में पुलिस अपने प्वाइंट लगाकर खतरे की स्थिति पर नजर रखे हुए हैं, साथ ही होमगार्ड और एसडीआरएफ की टीम लगातार गश्त कर सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता बनाए हुए हैं। इसी के साथ ही श्रावण सोमवार को कांवड़ियों की सुरक्षा हेतु अतिरिक्त पुलिस बल लगाकर आपात स्थिति से भी निपटा जा रहा है।

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बड़वानी में नर्मदा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। – फोटो : सोशल मीडिया

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मध्यप्रदेश के बड़वानी में पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार बारिश के चलते क्षेत्र के नदी नाले उफान पर हैं। इसी के साथ साथ कछार के ऊपरी क्षेत्र में बांधों से लगातार पानी भी छोड़ा जा रहा है। जिससे राजघाट क्षेत्र में नर्मदा के जलस्तर में लगातार वृद्धि होती जा रही है। यहां फिलहाल नर्मदा का जलस्तर 131.80 मीटर के आसपास बना हुआ है, जो कि खतरे के निशान से लगभग 8.5 मीटर ऊपर है। 

जलस्तर बढ़ने की वजह से टापू बने इस क्षेत्र में रास्तों पर छोटी नाव और बोट भी आवागमन के लिए इस्तेमाल की जा रही हैं। बता दें कि राजघाट क्षेत्र को जिला प्रशासन ने पहले ही खाली कराया हुआ है। लेकिन यहाँ तटीय गांवों के खेतों में जलभराव का ख़तरा बना हुआ है। हालांकि जिला प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हुए हैं, तो वहीं होमगार्ड के साथ मिलकर पुलिस बल भी आपात स्थिति से निपटने के लिए एसडीआरएफ टीम की मदद कर रहा है। 

बड़वानी में लगातार हो रही बारिश के साथ ही बांधों से छोड़ा जा रहा पानी राजघाट के आसपास के क्षेत्र के लिए मुसीबत बनता दिख रहा है। यहां लगातार कछार के ऊपरी भागों में सरदार सरोवर बांध के साथ ओंकारेश्वर बांध से छोड़ा जा रहा बैक वाटर का पानी पहुंच रहा है, जिससे राजघाट क्षेत्र में नर्मदा का जलस्तर फिलहाल खतरे के निशान से करीब 8.50 मीटर ऊपर तक पहुंच गया है। इसके चलते राजघाट क्षेत्र टापू में तब्दील हो गया है। यहां आवागमन के लिए छोटी नाव सहित बोट का सहारा लिया जा रहा है। बता दें कि जिला प्रशासन ने नर्मदा नदी पर बने सरदार सरोवर बांध को लगातार पांचवें साल अपनी पूरी क्षमता अर्थात 138.60 मीटर तक भरने का निर्णय लिया है, जिसके चलते फिलहाल 131.80 मीटर तक बांध को भरा भी जा चुका है, जिससे नर्मदा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। 

बांधों से छोड़े जा रहे पानी से बने बाढ़ के खतरे को देखते हुए राजघाट क्षेत्र को जिला प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से पूरी तरह से खाली करा दिया है, तो वहीं इस क्षेत्र में पुलिस अपने प्वाइंट लगाकर खतरे की स्थिति पर नजर रखे हुए हैं, साथ ही होमगार्ड और एसडीआरएफ की टीम लगातार गश्त कर सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता बनाए हुए हैं। इसी के साथ ही श्रावण सोमवार को कांवड़ियों की सुरक्षा हेतु अतिरिक्त पुलिस बल लगाकर आपात स्थिति से भी निपटा जा रहा है।

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