sana-khan-murder-case:-तीन-दिन-सर्चिंग-के-बावजूद-नहीं-मिला-भाजपा-नेत्री-सना-खान-का-शव,-एसडीआरएफ-की-टीम-हटी
ग्राफिक्स - फोटो : अमर उजाला विस्तार Follow Us भाजपा नेत्री सना खान का शव अब तक नहीं मिल सका है। हिरण नदी में तीन दिन से सर्चिंग चल रही थी, बावजूद कोई सफलता नहीं मिल सकी है। शव की तलाश में जुटी एसडीआरएफ की टीम को भी हटा लिया गया है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमल मौर्य ने बताया कि नागपुर निवासी सना खान (35) भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा की सक्रिय मेंबर थीं। उसने लगभग 6 माह पूर्व जबलपुर गोराबाजार निवासी ढाबा संचालक अमित उर्फ पप्पू साहू से कोर्ट मैरिज की थी। वह 1 अगस्त को अपने पति से मिलने जबलपुर आई थी। परिजनों से बात करने पर उसने जबलपुर में होना बताया था। उसका मोबाइल 2 अगस्त को बंद हो गया था। फोन बंद होने पर परिजनों द्वारा उसके लापता होने की रिपोर्ट मानकापुर थाने में दर्ज करवाई गई थी। युवक भी दो अगस्त से लापता था और जांच में ढाबा के कर्मचारी ने बताया था कि अमित अंतिम बार जब आया था तो उससे गाड़ी साफ करने का बोला था। गाड़ी साफ करने के दौरान उसने कार की डिब्बी में खून देखा था। पुलिस ने शुक्रवार को गोराबाजार क्षेत्र से अमित को अभिरक्षा में लिया था। पूछताछ के दौरान उसने बताया था कि सना से रुपये उधार लेकर व्यापार में लगाए थे। सना दो अगस्त को रुपये के लेन-देन पर विवाद करते हुए अशब्दों का उपयोग करने लगी। आक्रोश में आकर उसने सना की डंडा से हमला कर हत्या कर दी और लाश को ले जाकर मानेगांव स्थित पुल से हिरण नदी में फेंक दिया था। इस काम में उसके कर्मचारी जिनेन्द्र ने उसका सहयोग किया था। एसडीआरएफ की टीम शुक्रवार से नदी में सना के शव की तलाश कर रही थी। शनिवार को महाराष्ट्र पुलिस आरोपी पति अमित तथा उसके सहयोगी को लेकर नागपुर चली गई थी। तीन दिन की सर्चिंग के बाद भी शव बारमद नहीं हो सका। इसके बाद एसडीआरएफ की टीम को हटाते हुए सर्चिंग कार्य बंद कर दिया गया है।

You can share this post!

Related News

Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

ग्राफिक्स – फोटो : अमर उजाला

विस्तार Follow Us

भाजपा नेत्री सना खान का शव अब तक नहीं मिल सका है। हिरण नदी में तीन दिन से सर्चिंग चल रही थी, बावजूद कोई सफलता नहीं मिल सकी है। शव की तलाश में जुटी एसडीआरएफ की टीम को भी हटा लिया गया है।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कमल मौर्य ने बताया कि नागपुर निवासी सना खान (35) भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा की सक्रिय मेंबर थीं। उसने लगभग 6 माह पूर्व जबलपुर गोराबाजार निवासी ढाबा संचालक अमित उर्फ पप्पू साहू से कोर्ट मैरिज की थी। वह 1 अगस्त को अपने पति से मिलने जबलपुर आई थी। परिजनों से बात करने पर उसने जबलपुर में होना बताया था। उसका मोबाइल 2 अगस्त को बंद हो गया था। फोन बंद होने पर परिजनों द्वारा उसके लापता होने की रिपोर्ट मानकापुर थाने में दर्ज करवाई गई थी।

युवक भी दो अगस्त से लापता था और जांच में ढाबा के कर्मचारी ने बताया था कि अमित अंतिम बार जब आया था तो उससे गाड़ी साफ करने का बोला था। गाड़ी साफ करने के दौरान उसने कार की डिब्बी में खून देखा था। पुलिस ने शुक्रवार को गोराबाजार क्षेत्र से अमित को अभिरक्षा में लिया था। पूछताछ के दौरान उसने बताया था कि सना से रुपये उधार लेकर व्यापार में लगाए थे। सना दो अगस्त को रुपये के लेन-देन पर विवाद करते हुए अशब्दों का उपयोग करने लगी। आक्रोश में आकर उसने सना की डंडा से हमला कर हत्या कर दी और लाश को ले जाकर मानेगांव स्थित पुल से हिरण नदी में फेंक दिया था। इस काम में उसके कर्मचारी जिनेन्द्र ने उसका सहयोग किया था।

एसडीआरएफ की टीम शुक्रवार से नदी में सना के शव की तलाश कर रही थी। शनिवार को महाराष्ट्र पुलिस आरोपी पति अमित तथा उसके सहयोगी को लेकर नागपुर चली गई थी। तीन दिन की सर्चिंग के बाद भी शव बारमद नहीं हो सका। इसके बाद एसडीआरएफ की टीम को हटाते हुए सर्चिंग कार्य बंद कर दिया गया है।

Posted in MP