indore:-देरी-से-आने-पर-मरीज-के-अटैंडर-ने-डाक्टर-को-चप्पलों-से-पीटा,-पुलिस-ने-किया-केस-दर्ज
सांकेतिक फोटो - फोटो : SOCIAL MEDIA विस्तार Follow Us इंदौर में एक निजी अस्पताल के डाक्टर से मारपीट हो गई। पेंशेट का अटैैंडर डाक्टर केे देरी से आने से नाराज था। उसने अपनी चप्पल उतारी और डाक्टर को मार दी। अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस को सूचना दी, लेकिन पुलिस के अस्पताल पहुंचने से पहले आरोपी भाग गया। पुलिस ने डाक्टर की शिकायत पर केस दर्ज कर लिया है। फिलहाल आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। यह घटना जूनी इंदौर क्षेत्र के वेंदाता अस्पताल मेें ओपीडी डाक्टर शक्ति सिंह के साथ हुई। वे ओपीडी मेें मरीजों को देख रहे थे, तभी इमरजेंसी वार्ड से उन्हें काॅल आया कि एक पेंशेट को लाया गया हैै और उसके परिजन डाक्टरों को जल्दी बुला रहे है। इसके बाद शक्ति सिंह इमरजेंसी वार्ड में पहुंचे तो वहां मरीज के साथ आए सत्यम कुमार और रजत चौहान उनसे बहस करने लगे। डाक्टर से कहा कि हमारे मरीज को इलाज की जरुरत है और वहां डाक्टर ही नहीं है। डाक्टर ने कहा कि जैसे ही मुझे जानकारी मिली मैं आया, देरी कहां हुई। इस बीच रजत ने अपनी चप्पल उतारी और डाक्टर को मार दी। एक नर्स ने उसे रोकने का प्रयास किया तो उसे धकेलते हुए फिर डाक्टर को चप्पलों से मारना शुरू कर दिया। अटैंडर स्टाॅफ के लोगों को भी अपशब्द बोल रहे थे।काफी देर तक अस्पताल में हंगामा होता रहा। इसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस के पहुंचने तक आरोपी फरार हो चुके थे। पुुलिस ने डाक्टर का मेडिकल कराया और फिर उनकी शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया। पुलिस ने आरोपियों की तलाश में उनके घर छापे भी मारे, लेकिन आरोपी नहीं मिले।

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इंदौर में एक निजी अस्पताल के डाक्टर से मारपीट हो गई। पेंशेट का अटैैंडर डाक्टर केे देरी से आने से नाराज था। उसने अपनी चप्पल उतारी और डाक्टर को मार दी। अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस को सूचना दी, लेकिन पुलिस के अस्पताल पहुंचने से पहले आरोपी भाग गया। पुलिस ने डाक्टर की शिकायत पर केस दर्ज कर लिया है। फिलहाल आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।

यह घटना जूनी इंदौर क्षेत्र के वेंदाता अस्पताल मेें ओपीडी डाक्टर शक्ति सिंह के साथ हुई। वे ओपीडी मेें मरीजों को देख रहे थे, तभी इमरजेंसी वार्ड से उन्हें काॅल आया कि एक पेंशेट को लाया गया हैै और उसके परिजन डाक्टरों को जल्दी बुला रहे है।

इसके बाद शक्ति सिंह इमरजेंसी वार्ड में पहुंचे तो वहां मरीज के साथ आए सत्यम कुमार और रजत चौहान उनसे बहस करने लगे। डाक्टर से कहा कि हमारे मरीज को इलाज की जरुरत है और वहां डाक्टर ही नहीं है। डाक्टर ने कहा कि जैसे ही मुझे जानकारी मिली मैं आया, देरी कहां हुई। इस बीच रजत ने अपनी चप्पल उतारी और डाक्टर को मार दी।

एक नर्स ने उसे रोकने का प्रयास किया तो उसे धकेलते हुए फिर डाक्टर को चप्पलों से मारना शुरू कर दिया। अटैंडर स्टाॅफ के लोगों को भी अपशब्द बोल रहे थे।काफी देर तक अस्पताल में हंगामा होता रहा। इसके बाद अस्पताल प्रबंधन ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस के पहुंचने तक आरोपी फरार हो चुके थे। पुुलिस ने डाक्टर का मेडिकल कराया और फिर उनकी शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया। पुलिस ने आरोपियों की तलाश में उनके घर छापे भी मारे, लेकिन आरोपी नहीं मिले।

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